फुटबॉल की दुनिया में आज नेमार जूनियर का नाम बुलंदियों पर है. सबसे महंगे फुटबॉलरों में नेमार की गिनती होती है. आज नेमरा अपना 32वां जन्मदिन मना रहे हैं. 5 फरवरी 1992 को मोगी डास कृजेस नाम, साओ पाउलो, ब्राजील में जन्मे नेमार ने कम उम्र में अपनी फुटबॉल यात्रा शुरू कर दी थी. वह महज 26 की उम्र में दुनिया के सबसे महंगे फुटबॉलर बन गए थे. हालांकि उनकी शुरुआती जिंदगी काफी संघर्ष भरी रही. नेमार जूनियर स्लम्स में रहते थे और पढ़ने के लिए मोमबत्ती का इंतजाम करना पड़ता था. आइए उनके संघर्ष से सफलता तक की कहानी के बारे में जानते हैं.
गरीबी के बाद भी बेटे को बनाया फुटबॉलर
नेमार और उनका परिवार साओ पाउलो में मोगी डास कृजेस नाम की झोपड़पट्टी में रहता था. उनके पिता भी फुटबॉल के अच्छे खिलाड़ी थे, लेकिन वह गरीबी की वजह से फुटबॉलर नहीं बन पाए. हालांकि बाद में उनकी यही प्रतिभा बेटे नेमार को महान फुटबॉलर बनाने में काम आई. पिता ने गरीबी के बाद भी बेटे को फुटबॉलर बनने में पूरी मदद की. नेमार के पिता की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी. परिवार चलाने के लिए उन्हें मजदूरी तक करना पड़ता था.
जब नेमार को क्लब से बाहर निकाल दिया गया
किसी तरह नेमार को उनके पिता ने ब्राजील के सांतोस क्लब में दाखिला कराया. उस समय नेमार की उम्र 11 साल थी. एक फुटबॉल मैच चल रहा था. नेमार पेनल्टी किक लेने के लिए तैयार थे. तभी कोच डोरिवाल जूनियर आए उन्होंने नेमार की जगह दूसरे लड़के को किक लेने को कहा. इस पर नेमार गुस्से में आ गए. मैदान से बाहर जाकर उन्हें बेंच तोड़ दिया. कोच के कहने पर नेमार को क्लब से निकाल दिया गया. इस एक घटना ने उस परिवार को फिर से तोड़ दिया जिनकी उम्मीद थी कि यह लड़का उन्हें स्लम की जिंदगी से उबार देगा.
मोमबत्ती जलाकर करते थे पढ़ाई
इस दिग्गज को क्लब से निकाल दिया गया. इसके बाद परिवार की हालत ये हुई कि बिजली बिल भरने का पैसा भी नहीं था. घर की बिजली काट दी गई. 11 वर्ष का बच्चा जब स्कूल से घर लौटा तो घर में अंधेरा था, उसकी जेब में कुछ पैसे थे, उसने बाजार से कुछ मोमबत्तियां खरीदीं, वही मोमबत्तियां जलाकर भाई-बहन होमवर्क पूरा करने लग गए. कुछ महीनों बाद क्लब ने बच्चे को वापस बुला लिया.
एक साल में 30 से अधिक दागे गोल
नेमार जूनियर को 17 की उम्र में FC सांतोस में सीनियर टीम के लिए चुन लिया गया. यह वाक्या साल 2008 का है. इस खिलाड़ी ने उस साल 30 से अधिक गोल दागे और 2009 में वो अंडर-17 ब्राजील टीम का कप्तान बने. महज कुछ सालों के बाद 2017 में वह दुनिया का सबसे महंगे फुटबॉलर बन गए. जब नेमार सबसे महंगे खिलाड़ी बने तो उन्होंने अपने बचपन को याद करते हुए कहा, ज्यादा दिन नहीं बीते. 2008 तक मैं उसी घर में रहता था. पड़ोस में कूड़ाघर था. पूरे शहर का कूड़ा यही फेंकते थे. बदबू आती थी. कई रात बदबू से बचने की तरकीब सोचने में बीत जाती थी.
पेशेवर फुटबॉल की शुरुआत
नेमार ने 17 साल की उम्र में पेशेवर फुटबॉल की शुरुआत की. इसी साल उनकी कमाई 10 हजार डॉलर यानी सात लाख रुपए के पार हो गई थी. लेकिन ये महज शुरुआत थी. अगस्त 2017 में जब नेमार ने बार्सिलोना छोड़कर पेरिस सेंट-जर्मेन क्लब के साथ करार किया तब उन्हें 222 मिलियन यूरो यानी 19,37 करोड़ रुपए मिले. इससे वो दुनिया के सबसे महंगे फुटबॉल खिलाड़ी बने. तब उनकी उम्र 26 साल थी.
बिता रहे खुशहाल जिंदगी
जिस दौर में नेमार पैसा और शोहरत दोनों हासिल कर रहे थे तभी उन्होंने कॉरोलिना डेंटास शादी की और 19 साल की उम्र में पिता बन गए थे. उन्होंने बेटे का नाम रखा देवी लुक्का है. अब वो एक खुशहाल जिंदगी बिता रहे हैं. झोपड़ी में बचपना बिताने वाले नेमार ने ब्राजील में एक नई हवेली पर £2.5 मिलियन से ज्यादा खर्च किए थे. उनके नए घर में सात बेडरूम, एक स्क्वैश कोर्ट, स्विमिंग पूल, एक 20-कार गैरेज और यहां तक कि फर्श के बीच एक मनोरम लिफ्ट भी है.
कार का है शौक
नेमार को कार का बेहद शौक है. यही कारण है कि उनके पास कई सारी गाड़ियां हैं. इनमें से एक है फेरारी 458 इटालिया जिसकी कीमत लगभग £160,000 है. उनके पास एक मासेराती MC12s भी है. खास बात यह है कि दुनिया में केवल 50 मासेराती हैं, जिनमें से एक नेमार के पास है. इसके अलावा उनके पास एक ऑडी आरएस 7, एक आर 8 स्पाइडर, एक ऑडी क्यू 7 मॉडल, वोक्सवैगन टौरेग और कई भी कई कार हैं. नेमार के पास 235 करोड़ रुपए की याट भी है. उनके पास अपना प्राइवेट जेट भी है.
नेमार के नाम जुड़ी हैं ये उपलब्धियां
नेमार के नाम कई उपलब्धियां हैं. उन्होंने 2015-16 में बार्सिलोना के साथ चैंपियंस लीग जीती, उसी सीजन में वह 10 गोल के साथ टूर्नामेंट में सर्वोच्च गोल करने वाले खिलाड़ी थे. नेमार दो मौकों 2014/15 और 2015/16 में लालिगा विजेता बार्सिलोना टीम का हिस्सा रहे हैं. ब्राजील की राष्ट्रीय टीम के साथ, उन्होंने रियो में ओलंपिक 2016 में एक कन्फेडरेशन कप और साथ ही एक गोल्ड मेडल जीता है. फीफा वर्ल्ड कप 2026 क्वालिफायर्स में बोलिविया के खिलाफ मैच में नेमार ने 2 गोल करने में सफलता पाई थी. मैच में ब्राजील ने बोलिविया पर 5-1 से बड़ी जीत हासिल की और साथ ही नेमार ने इतिहास भी रच दिया था. नेमार जूनियर ब्राजील के ऑल टाइम गोल स्कोरर बने. ऐसा कर उन्होंने पूर्व दिग्गज पेले के रिकॉर्ड को तोड़ दिया.
कमाई का इतना हिस्सा कर देते हैं दान
नेमार कमाई के अलावा दान करने के लिए कई बार चर्चा में आए हैं. नेमार अपनी कमाई करीब 10% चर्च को दान करने के लिए जाने जाते हैं. इसके अलावा वे हर साल एक चैरिटी मैच भी कराते हैं, इससे आने वाले पैसों को गरीबों के खाने पर खर्च की जाता है.