भारतीय मुक्केबाज निकहत ज़रीन ( Nikhat Zareen) ने महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप (World Boxing Championships ) के फाइनल में इतिहास रच दिया है. निकहत ने थाईलैंड के जुतामास जितपोंग को 5-0 से हराकर गोल्ड मेडल अपने नाम किया. विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाली निकहत भारत की तरफ से पांचवीं महिला मुक्केबाज बन गई हैं. तुर्की के इंस्ताबुल में आयोजित विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप के फाइनल में निकहत मैच की शुरुआत से ही अपने लय में दिखीं और पूरे मुकाबले में दबदबा बनाए रखा. यह जीत कई मायनों में अहम है.
निकहत ने पहले राउंड में अपनाया आक्रामक रुख
निकहत मुकाबले की शुरुआत में थाईलैंड की खिलाड़ी जुतामास जितपोंग (Jutamas Jitpong) से दूरी बनाते दिखीं. लेकिन फिर उन्होंने आक्रामक रुख अपनाते हुए पंच लगाने शुरू किए. हालांकि थाईलैंड की खिलाड़ी ने भी मौका देखकर पंच लगाए. लेकिन निकहत पूरे राउंड में हावी दिखीं. पहले राउंड की समाप्ति पर 5 रेफरियों ने थाईलैंड की खिलाड़ी को 9-9 और निकहत को 10-10 अंक दिए. दूसरे राउंड में थाईलैंड की खिलाड़ी जुतामास को ज्यादा अंक मिले और 3-2 से दूसरा राउंड जीत लिया. लेकिन तीसरे राउंड में निकहत ने वापसी की और बेहद ही चतुराई से खेलते हुए सटीक पंच लगाकर मैच को अपनी झोली में कर लिया.
देश का मस्तक गोल्ड मेडल जीतकर किया उंचा
25 वर्षीय निकहत ने सेमीफाइनल में ब्राजील की कैरलिन डि अलमेडा को 5-0 से हराकर फाइनल में प्रवेश किया था. और आज फाइनल में 52 किग्रा की कैटेगरी में थाईलैंड की खिलाड़ी को हराकर देश के लिए गोल्ड मेडल जीता है. वो ऐसा करने वाली भारत की तरफ से पांचवी महिला मुक्केबाज बन गई हैं. इससे पहले विश्व चैंपियनशिप में एमसी मैरीकॉम (Mc Mary kom), सरिता देवी, जेनी आरएल और लेखा सी ने गोल्ड जीतकर भारत का मस्तक पूरी दुनिया में ऊंचा किया था. अब इस सूची में पूर्व जूनियर वर्ल्डकप चैंपियन निकहत ज़रीन का भी नाम शामिल हो गया है. बता दें कि निकहत ने लगातार अपने बेहतरीन प्रदर्शन से देश को गौरवान्वित किया है. बता दें कि इससे पहले वो स्ट्रैंड्जा मेमोरियल बॉक्सिंग टूर्नामेंट में दो गोल्ड जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी बनी थीं.
पीएम नरेंद्र मोदी ने निकहत को दी बधाई
ट्वीट करते हुए पीएम मोदी ने लिखा कि भारतीय बॉक्सरों ने हमें गौरवान्वित किया है. निकहत ज़रीन को गोल्ड मेडल के लिए बधाई. इसके साथ ही उन्होंने ब्रॉन्ज मेडल के लिए मनीषा मोन और प्रवीण हुड्डा को भी बधाई दी है.
2009 में निकहत ने की थी करियर की शुरुआत
तेलांगाना के निजामाबाद में एक साधारण परिवार में जन्मी निकहत ने अपने करियर की शुरुआत 2009 में की थी. अपने शानदार खेल की बदौलत वो बड़े टूर्नामेंटों में अबतक कई मैडल और सम्मान अपने नाम कर चुकी हैं. जिसमें एआईबीए महिला जूनियर, यूथ वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप, नेशंस कप इंटरनेशनल बॉक्सिंग टूर्नामेंट, 16वीं सीनियर वुमन नेशनल बॉक्सिंग चैंपियनशिप और स्ट्रैंड्जा मेमोरियल बॉक्सिंग टूर्नामेंट शामिल है.