विकास और सुविधाओं के मामले में भले ही बिहार का नाम बहुत से राज्यों से पीछे हो. लेकिन बिहार में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है. न शिक्षा क्षेत्र में और न ही खेल के क्षेत्र में. आज हम आपको बता रहे हैं बिहार के दो बेटों के बारे में जो खेल जगत की उभरती प्रतिभाएं हैं.
सहरसा के मोहम्मद अरवाज़ अंसारी और जमुई के मोहम्मद ज़ाबिर अंसारी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम रौशन कर रहे हैं. अरवाज़ पैरा-बैडमिंटन खिलाड़ी हैं तो वहीं ज़ाबिर कराटे चैंपियन हैं. साधारण परिवेश से आने वाले ये दोनों लाल अपनी मेहनत से आगे बढ़ रहे हैं.
अरवाज़ ने पैरा-बैडमिंटन इंटरनेशनल टूर्नामेंट 2021:
दक्षिण अफ्रीका के युगांडा में पैरा-बैडमिंटन इंटरनेशनल टूर्नामेंट 2021 का आयोजन किया गया था. यह टूर्नामेंट 15 नवंबर से 21 नवंबर तक चला. इस टूर्नामेंट में भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे अरवाज़ ने फाइनल में डबल्स मुकाबले को जीतकर देश का नाम रोशन कर दिया.
अरवाज़ कई सालों से पैरा-बैडमिंटन क्षेत्र में सक्रिय हैं और इंटरनेशनल लेवल पर पहचान बना रहे हैं. इससे पहले उन्होंने अप्रैल में दुबई में आयोजित तीसरी अंतर्राष्ट्रीय पैरा बैडमिंटन प्रतियोगिता में भारत की ओर से खेलते हुए युगल स्पर्धा में कांस्य पदक जीता था.
साल 2017 के ‘युथ एशियन पैरा गेम्स’ में भी वह सिल्वर मेडलिस्ट रहे. इसके अलावा और भी कई पदक व सम्मान उनके नाम है. अरवाज़ को इस सफलता के लिए इंटरनेशनल निशानेबाज श्रेयसी सिंह ने भी बधाई दी है. अरवाज़ की इस जीत ने न सिर्फ उनके परिवार का बल्कि पूरे सहरसा का सिर ऊंचा कर दिया है.
कराटे प्रतियोगिता में ज़ाबिर का जौहर:
जमुई से आने वाले ज़ाबिर भी लगातार कराटे प्रतियोगिताओं में अच्छा प्रदर्शन करके बिहार का नाम रोशन कर रहे हैं. उन्होंने हाल ही में बिहार स्टेट कराटे चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर एक बार फिर अपनी प्रतिभा को साबित किया है.
इस प्रतियोगिता में 150 खिलाड़ियों ने भाग लिया था. जिनमें से ज़ाबिर ने अपनी प्रतिभा साबित करके राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित होने वाली चैम्पियनशिप में अपनी जगह बना ली है. इससे पहले भी ज़ाबिर कई बार पदक जीतकर अपना और अपने राज्य का नाम रोशन कर चुके हैं.
वह 2017 में दक्षिण एशियाई सिल्वर मेडलिस्ट रहे तो 2018 में एशियाई गेम्स कैंप होल्डर थे. वह दो बार नेशनल मेडलिस्ट भी रहे हैं. कराटे की दुनिया का ज़ाबिर उभरता सितारा हैं और अपनी इस कामयाबी वजह वह अपने माता-पिता की दुआओं को मानते हैं.