क्रिकेट को लॉस एंजेलिस ओलंपिक 2028 में शामिल किया गया है. ये पहली बार नहीं है, जब ओलंपिक में क्रिकेट को शामिल किया गया है. आज से 123 साल पहले साल 1900 में पेरिस में खेले गए ओलंपिक खेलों में क्रिकेट को शामिल किया गया था. उस दौरान एक टेस्ट मैच ब्रिटेन और फ्रांस के बीच खेला गया था. जिसमें ग्रेट ब्रिटेन ने फ्रांस को हराकर गोल्ड मेडल जीता था. हालांकि उस दौरान कई ऐसी चीजें हुई थीं. जिसे हर क्रिकेट फैंस जानना चाहेगा. तो चलिए आपको ओलंपिक के उस ऐतिहासिक क्रिकेट मैच के बारे में कुछ रोचक फैक्ट्स बताते हैं.
2 टीमों ने ओलंपिक से नाम वापस लिया-
साल 1900 में पेरिस में ओलंपिक खेलों का आयोजन किया गया था. उस दौरान क्रिकेट को भी इसमें शामिल किया गया था. वो एक ऐसा मौका था, जब क्रिकेट पहली और आखिरी बार ओलंपिक में खेला गया था. इसके लिए 4 टीमों का चयन किया गया था. जिनके बीच मैच खेला जाना था. इसमें फ्रांस, ग्रेट ब्रिटेन, नीदरलैंड और बेल्जियम शामिल थे. हालांकि बाद में नीदरलैंड और बेल्जियम ने अपना नाम वापस ले लिया था. इसके बाद ब्रिटेन और फ्रांस के बीच गोल्ड मेडल की खिताबी जंग हुई थी. दिलचस्प बात ये है कि क्रिकेट में जीते गए इन पदकों को आधिकारिक मान्यता साल 1912 में मिली थी.
2 दिन का खेल, हर टीम में 12 खिलाड़ी-
पेरिस ओलंपिक में 19-20 अगस्त 1900 को ग्रेट ब्रिटेन और फ्रांस के बीच गोल्ड मेडल के लिए टेस्ट मैच खेला गया था. ये मैच विन्सेनेस के एग्जीबिशन ग्राउंड में खेला गया था.
उन दिनों टेस्ट मैच 5 दिनों का होता था. लेकिन ओलंपिक का ये गेम सिर्फ 2 दिनों तक चला. इस दौरान ब्रिटेन और फ्रांस की टीमों ने 2-2 बार बैटिंग की. उस टेस्ट मैच की सबसे खास ये थी कि दोनों टीमों में 12-12 खिलाड़ी थे. जबकि आजकल क्रिकेट के मैच में 11 खिलाड़ी होते हैं. इस मैच में टॉस का कोई जिक्र नहीं है. इस दौरान दोनों टीमों ने 4 पारियों में 366 रन बनाए थे.
खिलाड़ी ज्यादा, दर्शक कम-
पेरिस ओलंपिक 1900 में क्रिकेट मैच साइकिल ट्रैक पर खेला गया था. इसकी बाउंड्री 30 मीटर से भी छोटी थी. इस मैच में दोनों टीमों की तरफ से 24 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था. जिसमें से 22 खिलाड़ी ब्रिटिश मूल के थे. लेकिन इस मैच को देखने के लिए जो दर्शक आए थे, उनकी संख्या 20 से कम थी. इस मैच में फ्रांस की तरफ से खेलने वाले खिलाड़ी ब्रिटिश लोग थे. फ्रांस के ये खिलाड़ी एफिल टावर के निर्माण कार्य में मजदूरी करते थे.
2 पचासा, 2 गेंदबाजों ने 7-7 विकेट लिए-
इंग्लैंड की टीम ने पहले बल्लेबाजी की और पहली पारी में 117 रन बनाए. कप्तान सीबीके बीचक्रॉफ्ट ने 23 रन और फ्रेडरिक कमिंग ने 38 रनों की पारी खेली थी. फ्रांस की तरफ से डब्ल्यूटी एंडरसन ने 4 खिलाड़ियों को आउट किया था. इसके बाद फ्रांस की टीम बल्लेबाजी के लिए मैदान पर उतरी. पहली पारी में फ्रांस की पूरी टीम सिर्फ 78 रनों पर ऑलआउट हो गई. जे ब्रेड ने 25 रन बनाए. ब्रिटेन की तरफ से क्रिश्चियन ने 7 खिलाड़ियों को आउट किया.
दूसरी पारी में ब्रिटिश खिलाड़ियों ने अच्छा खेल दिखाया. कप्तान बीचक्रॉफ्ट ने 54 रन और अल्फ्रेड बोवरमैन ने 59 रनों की पारी खेली. इस दोनों खिलाड़ी की बदौलत ब्रिटेन ने 5 विकेट पर 145 रन बनाए और पारी घोषित कर दी. फ्रांस की दूसरी पारी भी लड़खड़ा गई. पूरी टीम सिर्फ 26 रनों पर ऑलआउट हो गई. ब्रिटेन की तरफ से मोंटागु टॉलर ने 9 रन देकर 7 खिलाड़ियों को पवेलियन भेजा था. कोई भी बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा पार नहीं कर पाया. इस तरह से ग्रेट ब्रिटेन ने इस मैच को 158 रनों से जीत लिया और ओलंपिक में गोल्ड मेडल पर कब्जा किया था. फ्रांस को सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा था.
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