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Paris Olympics 2024: भारत ने कब-कब लिया ओलंपिक में हिस्सा... कितने पदकों को जीता... अब तक कैसा रहा प्रदर्शन... यहां जानिए सबकुछ 

India Performance In Olympics: भारत अभी तक 25 ओलंपिक में हिस्सा ले चुका है. अब वह पेरिस में 26वीं बार ओलंपिक खेलने उतरेगा. इंडिया के नाम ओलंपिक में अब तक कुल 35 पदक हैं. भारतीय हॉकी टीम ने सबसे ज्यादा 8 गोल्ड मेडल अपने नाम किए हैं. 

Paris Olympics (Photo: PTI) Paris Olympics (Photo: PTI)
हाइलाइट्स
  • फ्रांस की राजधानी पेरिस में 26 जुलाई से ओलंपिक का होगा आगाज 

  • भारत 117 सदस्यीय दलों के साथ ले रहा भाग

India at Olympics 2024: पेरिस ओलंपिक (Paris Olympics) का काउंटडाउन शुरू हो चुका है. खेल के इस महाकुंभ का आगाज फ्रांस (France) की राजधानी पेरिस में 26 जुलाई से होने जा रहा है, जिसका समापन 11 अगस्त 2024 को होगा.

भारत (India) 117 सदस्यीय दलों के साथ पेरिस ओलंपिक में भाग ले रहा है. इससे पहले भारत ने टोक्यो ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन किया था. कुल सात पदक अपने नाम किए थे. अब देश को उम्मीद है कि एक बार फिर भारतीय खिलाड़ी तिरंगे की शान बढ़ाएंगे. आज हम आपको बता रहे हैं कि भारत ने कब-कब ओलंपिक में भाग लिया है और कितने पदक अपने नाम अब तक कर चुका है. 

इस बार ओलंपिक में 26वीं बार उतरेगा भारत
भारत अभी तक 25 ओलंपिक में हिस्सा ले चुका है. अब वह पेरिस में 26वीं बार ओलंपिक खेलने उतरेगा. भारत अपने पहले 5 ओलंपिक ब्रिटिश राज के अंतर्गत खेला था. इंडिया के नाम ओलंपिक में अब तक कुल 35 पदक (10 स्वर्ण, 9 रजत और 16 कांस्य) हैं.

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भारतीय हॉकी टीम ने सबसे ज्यादा 8 गोल्ड मेडल (Gold Medal) अपने नाम किए हैं. व्यक्तिगत स्पर्धा में भारत के नाम दो दो गोल्ड मेडल हैं. अभिनव बिंद्रा (Abhinav Bindra) ने 2008 के बीजिंग ओलंपिक में निशानेबाजी के दौरान और टोक्यो 2020 ओलंपिक में नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) ने भाला फेंक में स्वर्ण पदक जीता था. 

भारत ने सबसे पहले साल 1900 में ओलंपिक में लिया था भाग
भारत ने सबसे पहले ओलंपिक में साल 1900 में हिस्सा लिया था. इसका आयोजन पेरिस में किया गया था. इसमें भारत ने दो पदक अपने नाम किए थे. नॉर्मन प्रिचर्ड ने 200 मीटर स्प्रिंट और 200 मीटर बाधा दौड़ में रजत पदक जीते थे. इसके बाद भारत ने 1920 में एंटवर्प में आयोजित ओलंपिक में भाग लिया था.

इसमें एक भी पदक नहीं मिला था. 1924 में आयोजित पेरिस ओलंपिक से भी भारत को खाली हाथ लौटना पड़ा था. एम्सटर्डम में 1928 में आयोजित ओलंपिक में एक पदक, 1932 में लॉस एंजिल्स में आयोजित ओलंपिक में एक पदक, बर्लिन में 1936 में आयोजित ओलंपकि में एक पदक भारत ने अपने नाम किया था.  

आजादी के बाद इस साल इंडिया ने लिया था हिस्सा 
भारत अंग्रेजों से आजादी के बाद साल 1948 में लंदन में आयोजित ओलंपिक में हिस्सा लिया था. इसमें भारत सिर्फ एक पदक पर कब्जा जमाने में कामयाब रहा था. हॉकी में इंडिया ने गोल्ड मेडल अपने नाम किया था. भारत इस साल नौ अलग-अलग खेलों के इवेंट में हिस्सा लिया था. 

केडी जाधव ने भारत का नाम किया था ऊंचा 
हेलसिंकी में साल 1952 में ओलंपिक का आयोजन किया गया था. इसमें फ्रीस्टाइल रेसलर केडी जाधव ने कांस्य पदक जीत भारत का नाम पूरी दुनिया में ऊंचा किया था. भारतीय हॉकी टीम ने एक बार फिर स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया था. इसके बाद साल 1956 में मेलबर्न में ओलंपिक का आयोजन किया गया था. उसमें भारत की तरफ से 59 एथलीटों ने हिस्सा लिया था.

भारत सिर्फ एक गोल्ड मेडल अपने नाम कर सका था. इसके बाद साल 1960 में रोम में ओलंपिक का आयोजन किया गया था. इसमें भारत से 45 एथलीटों का दल हिस्सा लेने के लिए गया था. इसमें मिल्खा सिंह 400 मीटर की दौड़ प्रतियोगिता में पदक अपने नाम करने से काफी करीब से चूक गए थे. भारत ने हॉकी में सिल्वर मेडल अपने नाम किया था.  

भारतीय हॉकी टीम ने गोल्ड मेडल पर जमाया था कब्जा 
साल 1964 में आयोजित ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम ने एक बार फिर गोल्ड मेडल अपने नाम किया था. इसके बाद मेक्सिको में साल 1968 में ओलंपिक खेलों का आयोजन किया गया था. इसमें भारत को एक पदक मिला था. भारतीय हॉकी टीम किसी तरह कांस्य पदक अपने नाम कर सकी थी.

साल 1972 में म्यूनिकख में आयोजित ओलंपिक में भी भारत का प्रदर्शन कोई खास नहीं रहा था. भारत को हॉकी में सिर्फ कांस्य पदक मिला था. मॉन्ट्रियल ओलंपिक 1976 में भारत से 20 खिलाड़ियों के दल ने हिस्सा लिया था. लेकिन इस साल कोई भी पदक भारत अपने नाम नहीं कर सका था. साल 1980 में रूस की राजधानी मास्को में आयोजित ओलंपिक में भारत को एक स्वर्ण पदक हॉकी में मिला था.

लगातार तीन ओलंपिक में भारत रहा खाली हाथ
मास्को ओलंपिक के बाद लगातार तीन ओलंपिक में भारत के हाथ कोई पदक नहीं आया. लॉस एंजिल्स में साल 1984 में आयोजित ओलंपिक, इसके बाद साल 1988 में सियोल ओलंपिक फिर साल 1992 में बार्सिलोना में आयोजित ओलंपिक में भारत एक पदक नहीं जीत सका था. 

लिएंडर पेस और कर्णम मल्लेश्वरी ने रचा था इतिहास
साल 1996 में अटलांटा में आयोजित ओलंपिक में भारत ने पदकों के सूखा का खत्म किया था. पहली बार टेनिस प्रतियोगिता में लिएंडर पेस ने इतिहास रचते हुए कांस्य मेडल अपने नाम किया था. पेस ने ये पदक पुरुषों के सिंगल्स इवेंट में जीता था. इसके बाद सिडनी में साल 2000 में आयोजित ओलंपिक में कर्णम मल्लेश्वरी ने इतिहास रच दिया था. महिला एथलीट के तौर पर पहला पदक अपने नाम किया था. कर्णम मल्लेश्वरी ने कांस्य पदक अपने नाम किया था. 

राज्यवर्धन सिंह राठौर ने सिल्वर पर लगाया था निशाना 
ओलंपिक खेलों का आयोजन साल 2004 में एथेंस में किया गया था.इसमें भारत ने 73 एथलीटों का दल भेजा था. इसमें से सिर्फ राज्यवर्धन सिंह राठौर ही पदक जीत सके थे. उन्होने पुरुषों के ट्रैप इवेंट में सिल्वर मेडल पर निशाना लगाया था. इस तरह से भारत की तरफ से ओलंपिक में किसी खिलाड़ी ने पहली बार व्यक्तिगत सिल्वर मेडल अपने नाम किया था.

अभिनव बिंद्रा ने निशानेबाजी में जीता था गोल्ड 
साल 2008 में ओलंपिक का आयोजन बीजिंग में किया गया था. भारत ने इसमें तीन पदक एक गोल्ड और दो कांस्य अपने नाम किए थे. अभिनव बिंद्रा ने निशानेबाजी के 10 मीटर एयर राइफल इवेंट में गोल्ड मेडल जीता था. इस तरह से वह भारत के पहला व्यक्तिगत गोल्ड मेडल जीतने वाले खिलाड़ी बने थे. दो कांस्य पदक कुश्ती में सुशील कुमार और विजेंदर सिंह ने जीते थे. 

साल 2012 में भारत ने जीते थे कुल 6 पदक
साल 2012 में ओलंपिक खेलों का आयोजन लंदन में हुआ था. इसमें भारत ने कुल 6 पदक दो रजत और 4 कांस्य जीते थे. भारत को निशानेबाजी, कुश्ती, बैडमिंटन और मुक्केबाजी में मेडल हासिल हुए थे. निशानेबाजी में गगन नारंग ने कांस्य और विजय कुमार ने रजत जीता था.

कुश्ती में सुशील कुमार ने रजत पदक अपने नाम किया था. योगेश्वर ने कांस्य पदक जीता था. साइना नेहवाल ने बैडमिंटन में कांस्य पदक अपने नाम किया था. यह ओलंपिक इतिहास में बैडमिंटन में भारत का पहला पदक था. मैरी कॉम ने लंदन ओलंपिक में 51 किग्रा भारवर्ग में प्रतिस्पर्धा करते हुए कांस्य पदक पर कब्जा जमाया था.

महिला खिलाड़ियों ने जीता था मेडल
साल 2016 में ओलंपिक खेलों का आयोजन ब्राजील के रियो डि जेनेरियो में हुआ था. इसमें 117 भारतीय एथलीटों के दल ने हिस्सा लिया था. इस ओलंपिक में भारत को सिर्फ दो पदक (एक सिल्वर और एक कांस्य) से संतोष करना पड़ा था. दोनों पदकों को भारतीय दल की महिला खिलाड़ियों ने जीता था. पीवी सिंधू ने बैडमिंटन में सिल्वर और साक्षी मलिक ने रेसलिंग में बॉन्ज मेडल पर कब्जा जमाया था. 

टेक्यो में भारत का रहा शानदार प्रदर्शन 
साल 2020 में ओलंपिक का आयोज जापान की राजधानी टोक्यो में किया गया था. इसमें भारत ने शानदार प्रदर्शन कर सात पदक (एक गोल्ड, दो सिल्वर और 4 कांस्य) अपने नाम किया था. पुरुषों के जेवलिन थ्रो इवेंट में नीरज चोपड़ा ने गोल्ड मेडल पर निशाना लगाया था.

वेटलिफ्टर मीराबाई चानू और पहलवान रवि दहिया ने सिल्वर मेडल जीता था. बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु, मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन और पहलवान बजरंग पूनिया ने अपने-अपने खेलों में ब्रॉन्ज मेडल जीता था. 41 साल के बाद भारतीय हॉकी टीम कोई पदक जीतने में कामयाब हो सकी थी.भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए कांस्य पदक अपने नाम किया था.