पेरिस पैरालंपिक्स 2024 (Paris Paralympics 2024) में भारतीय खिलाड़ियों का शानदार प्रदर्शन जारी है. बुधवार को भारत के मेडल्स की संख्या बढ़कर 22 हो गई है. 22वां मेडल हरविंदर सिंह ने मेंस रिकर्व आर्चरी में दिलवाया. उन्होंने गोल्ड मेडल पर निशाना लगाया.
पैरालंपिक में ये उनका दूसरा मेडल है. इससे पहले उन्होंने 2020 पैरालंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीता था. हरविंदर सिंह भारतीय इतिहास के पहले आर्चरी खिलाड़ी बने जो ओलंपिक या पैरालंपिक के फाइनल में पहुंचने में कामयाब रहे. इसी के साथ वह आर्चरी में गोल्ड मेडल जीतने वाले पहले भारतीय बने.
पदकों की संख्या 25 पार करने का लक्ष्य
पेरिस पैरालंपिक्स में 22 पदकों के साथ भारत टोक्यो पैरालंपिक्स 2020 का रिकॉर्ड तोड़ चुका है. टोक्यो पैरालंपिक में भारत ने पांच गोल्ड, आठ सिल्वर और छह ब्रॉन्ज मेडल के साथ कुल 19 पदक जीते थे. इस बार अभी तक भारत की झोली में 4 गोल्ड, 7 सिल्वर और 11 ब्रॉन्ज मेडल आ चुके हैं. भारत पेरिस पैरालंपिक्स 2024 में पदकों की संख्या 25 पार करने के लक्ष्य को लेकर उतरा है. भारत के खिलाड़ियों के प्रदर्शन को देखते हुए इससे आगे निकलने की उम्मीद है. पेरिस पैरालंपिक्स का 8 सितंबर 2024 तक आयोजन होना है.
इतना गोल्ड जीतते ही टूट जाएगा यह रिकॉर्ड
पैरालंपिक्स में भारतीय खिलाड़ियों ने सबसे अधिक पांच गोल्ड मेडल टोक्यो में जीते थे. भारतीय एथलीट्स यदि 6 स्वर्ण जीतने में कामयाब रहते हैं तो यह रिकॉर्ड भी टूट जाएगा. टोक्यो 2020 में भारत का रैंक 24 रहा था जो कि अब तक का सर्वश्रेष्ठ है. भारत के पास इस उपलब्धि से आगे निकलने का मौका है. आपको मालूम हो कि पैरालंपिक खेलों की शुरुआत 1960 में रोम पैरालंपिक खेलों से हुई थी. भारत ने 1960 और फिर इसके बाद 1964 टोक्यो पैरालंपिक खेलों में हिस्सा नहीं लिया था.
पेरिस पैरालंपिक 2024 में भारत के ये खिलाड़ी जीत चुके हैं पदक
1. अवनि लेखरा (शूटिंग)- गोल्ड मेडल, वूमेन्स 10 मीटर एयर राइफल (SH1)
2. मोना अग्रवाल (शूटिंग)- ब्रॉन्ज मेडल, वूमेन्स 10 मीटर एयर राइफल (SH1)
3. प्रीति पाल (एथलेटिक्स)- ब्रॉन्ज मेडल, वूमेन्स 100 मीटर रेस (T35)
4. मनीष नरवाल (शूटिंग)- सिल्वर मेडल, मेन्स 10 मीटर एयर पिस्टल (SH1)
5. रुबीना फ्रांसिस (शूटिंग)- ब्रॉन्ज मेडल, वूमेन्स 10 मीटर एयर पिस्टल (SH1)
6. प्रीति पाल (एथलेटिक्स)- ब्रॉन्ज मेडल, वूमेन्स 200 मीटर रेस (T35)
7. निषाद कुमार (एथलेटिक्स)- सिल्वर मेडल, मेन्स हाई जंप (T47)
8. योगेश कथुनिया (एथलेटिक्स)- सिल्वर मेडल, मेन्स डिस्कस थ्रो (F56)
9. नितेश कुमार (बैडमिंटन)- गोल्ड मेडल, मेन्स सिंगल्स (SL3)
10. मनीषा रामदास (बैडमिंटन)- ब्रॉन्ज मेडल, वूमेन्स सिंगल्स (SU5)
11. थुलासिमथी मुरुगेसन (बैडमिंटन)- सिल्वर मेडल, वूमेन्स सिंगल्स (SU5)
12. सुहास एल यथिराज (बैडमिंटन)- सिल्वर मेडल, मेन्स सिंगल्स (SL4)
13. शीतल देवी-राकेश कुमार (तीरंदाजी)- ब्रॉन्ज मेडल, मिक्स्ड कंपाउंड ओपन
14. सुमित अंतिल (एथलेटिक्स)- गोल्ड मेडल, मेन्स जैवलिन थ्रो (एफ 64 वर्ग)
15. नित्या श्री सिवन (बैडमिंटन)- ब्रॉन्ज मेडल, वूमेन्स सिंगल्स (SH6)
16. दीप्ति जीवनजी (एथलेटिक्स)- ब्रॉन्ज मेडल, वूमेन्स 400m (T20)
17. मरियप्पन थंगावेलु (एथलेटिक्स पुरुष ऊंची कूद)- ब्रॉन्ज मेडल, (T63)
18. शरद कुमार (एथलेटिक्स पुरुष ऊंची कूद)- सिल्वर मेडल, (T63)
19. अजीत सिंह (एथलेटिक्स पुरुष भाला फेंक)- सिल्वर मेडल, (F46)
20. सुंदर सिंह गुर्जर (एथलेटिक्स पुरुष भाला फेंक)- ब्रॉन्ज मेडल, (F46)
21. सचिन सरजेराव खिलारी (एथलेटिक्स)- सिल्वर मेडल, मेन्स शॉट पुट (F46)
22. हरविंदर सिंह (तीरंदाजी)- गोल्ड मेडल
अब तक पैरालंपिक्स में एक से ज्यादा पदक जीतने वाले भारतीय एथलीट्स
देवेंद्र झाझरिया तीन पदक, अवनि लेखरा तीन पदक, मरियप्पन थांगावेलु तीन, जोगिंदर सिंह बेदी तीन, सुमित अंतिल दो, मनीष नरवाल दो, निशाद कुमार दो, योगेश कथुनिया दो, सुहास एलवाई दो, सिंहराज अधाना दो, प्रीती पाल दो, शरद कुमार दो, सुंदर सिंह गुर्जर दो और हरविंदर सिंह दो पदक.
पैरालंपिक खेलों में अब तक भारत का ऐसा रहा प्रदर्शन
भारत ने 1960 में रोम में और 1964 में टोक्यो में आयोजित पैरालंपिक में भाग नहीं लिया था. इसके बाद 1968 में तेल अवीव में आयोजित पैरालंपिक में 10 एथलीट्स ने हिस्सा लिया था. भारत एक भी पदक नहीं जीत पाया था. 1972 में हाइडेलबर्ग में भारत के 10 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था. इसमें से सिर्फ एक खिलाड़ी ने स्वर्ण पदक जीता था. 1976 में टोरंटो और 1980 में आर्नहेम में आयोजित पैरालंपिक में भारत ने हिस्सा नहीं लिया था. 1984 में स्टोक मंसीविल/न्यूयॉर्क में 5 खिलाड़ियों ने भाग लिया था. दो रजत और दो कांस्य सहित कुल 4 पदक भारत ने अपने नाम किया था. 1988 में सियोल में 2 खिलाड़ी, 1992 बार्सिलोना में 9 खिलाड़ी, 1996 अटलांटा में 9 खिलाड़ी और 2000 सिडनी में 4 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था. इनमें भारत एक भी में पदक नहीं जीत पाया था.
साल 2004 में एथेंस में भारत के 12 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था. भारत एक स्वर्ण और एक कांस्य सहित कुल दो पदकों पर निशाना साध सका था. साल 2008 में बीजिंग में भारत के 5 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था लेकिन एक भी पदक अपने नाम नहीं कर सके थे. लंदन पैरालंपिक 2012 में भारत के 10 खिलाड़ियों ने भाग लिया था. एक रजत और एक कांस्य से भारत को संतोष करना पड़ा था. साल 2016 में रियो डी जनेरियो में आयोजित पैरालंपिक में भारत के 19 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था. इसमें भारत ने दो गोल्ड, एक सिल्वर, एक कांस्य सहित कुल चार पदकों पर कब्जा जमाया था. टोक्यो पैरालंपिक 2020 में भारत के 54 खिलाड़ियों ने भाग लिया था. इसमें भारत ने पांच स्वर्ण, 8 रजत, 6 कांस्य सहित कुल 19 पदक अपने नाम किए थे. पेरिस पैरालंपिक 2024 में भारत के 84 खिलाड़ी भाग ले रहे हैं. 4 अगस्त तक भारत अपने नाम 4 स्वर्ण, 7 रजत, 10 कांस्य सहित कुल 22 पदक कर चुका है.