वजन कम करना आसान नहीं है. अपने लक्ष्य तक पहुचने के लिए लोगों को समर्पण करना पड़ता है और कई महीनों के बाद आपको सही रिजल्ट मिलते हैं. अगर आप पुलिस बल का हिस्सा हैं तो फिट रहना आपके जीवन का मंत्र बन जाता है।
यह बेलगावी के गोकक तालुक में घटप्रभा पुलिस स्टेशन से जुड़े 38 वर्षीय सर्कल पुलिस इंस्पेक्टर श्रीशैल ब्याकोड की एक प्रेरक कहानी है. वह हाफ आयरनमैन ट्रायथलॉन इवेंट जीतने वाले कर्नाटक के खाकी में पहले व्यक्ति बने हैं.
हाफ आयरनमैन, ओलंपिक डिस्टेंस ट्रायथलॉन की दूरी से दोगुना है और इसमें 1.9 किमी तैरना, 90 किमी साइकिल चलाना और 21.1 किमी दौड़ शामिल है.
कभी 102 किलो था वजन
श्रीशैल का वजन 2014 में 102 किलोग्राम था. इसके बाद उन्होंने स्वास्थ्य के महत्व को महसूस किया और फिर अपनी फिटनेस यात्रा शुरू की. उन्होंने शुरू में डाइटिंग शुरू की और बाद में जिम ज्वाइन किया और धीरे-धीरे दौड़ना, तैरना, साइकिल चलाना और लॉन टेनिस खेलना शुरू किया.
1 अक्टूबर को कोल्हापुर में आयोजित हाफ आयरनमैन ट्रायथलॉन प्रतियोगिता में श्रीशैल को तैराकी, साइकिलिंग और 10 घंटे से कम समय में दौड़ने की समय सीमा निर्धारित की गई थी. लेकिन उन्होंने यह सब सिर्फ 6 घंटे 39 मिनट में पूरा किया. उन्होंने 52 मिनट 48 सेकेंड में 1.9 किमी स्विमिंग, 2 घंटे 57 मिनट में 90 किमी साइकिलिंग और 2 घंटे 28 मिनट में 21 किमी की दौड़ पूरी की और फॉरएवर स्टार बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज किया.
हर दिन करते हैं मेदनत
द न्यू इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, साल 2014 में 102 किग्रा से अब वह 75 किग्रा के हो गए हैं. और यह कोई जादू नहीं है. बल्कि उन्होंने सिर्फ एक स्वस्थ जीवन शैली का पालन किया. श्रीशैल का कहना है कि वह अपनी फिटनेस के लिए हर दिन 3-4 घंटे अलग रखते हैं.
सप्ताह में दो बार वह तैराकी पर ध्यान केंद्रित करते हैं, जबकि दो दिन साइकिल चलाने और दौड़ने के लिए. वह अपनी पत्नी के मार्गदर्शन में एक सख्त डाइट ले रहे हैं, जिसमें कम तेल, हरी सब्जियां, फल और ओट्स आदि शामिल हैं.
ये है आगे का प्लान
अब, वह अगस्त 2023 में कजाकिस्तान में होने वाले अंतर्राष्ट्रीय लौह पुरुष में भाग लेने की योजना बना रहे हैं. श्रीशैल, जिन्हें 2019 में उनकी सेवा के लिए मुख्यमंत्री पदक मिला था, स्वास्थ्य और फिटनेस के महत्व पर जागरूकता पैदा कर रहे हैं. उनके प्रयासों से घटप्रभा थाने के अन्य पुलिस कर्मियों ने भी फिटनेस पर गंभीरता से ध्यान देना शुरू कर दिया है.