वर्ल्ड कप 2023 के फाइनल में भारतीय टीम के ऑस्ट्रेलिया के हाथों हार के साथ ही हेड कोच राहुल द्रविड़ का कार्यकाल समाप्त हो गया है. रवि शास्त्री के बाद द्रविड़ ने ही रोहित शर्मा के साथ मिलकर भारतीय टीम की बागडोर संभाली थी. बीसीसीआई जल्द ही ऐलान करेगा कि राहुल द्रविड़ का कॉन्ट्रैक्ट रिन्यू किया जाएगा या टीम इंडिया को नया कोच मिलेगा. आइए जानते हैं किन-किन खिलाड़ियों के नामों की चर्चा मुख्य कोच के लिए हो रही है और राहुल को इसको लेकर क्या कहना है?
अपने फ्यूचर को लेकर राहुल द्रविड़ ने क्या कहा
वर्ल्ड कप फाइनल के बाद राहुल द्रविड़ ने टीम इंडिया के साथ अपने फ्यूचर को लेकर कहा, 'मैंने इसके बारे में नहीं सोचा है. मैं अभी मैच खत्म करके आया हूं. मेरे पास इस बारे में सोचने का समय नहीं है और इस पर विचार करने का भी समय नहीं है. हां, जब मुझे ऐसा करने का समय मिलेगा तो मैं ऐसा करूंगा, लेकिन इस समय मेरा पूरा ध्यान इस अभियान पर था. मेरा ध्यान इस विश्व कप पर था और मेरे दिमाग में इसके अलावा कुछ नहीं था. भविष्य में क्या होगा इसके बारे में मैंने कोई और विचार नहीं किया है.'
वीवीएस लक्ष्मण रेस में सबसे आगे
टीम इंडिया के हेड कोच का मुख्य दावेदार वीवीएस लक्ष्मण को माना जा रहा है. यदि द्रविड़ अपना कॉन्ट्रैक्ट आगे नहीं बढ़ाते हैं तो लक्ष्मण को हेड कोच बनाने का बीसीसीआई सोच सकती है. लक्ष्मण बीसीसीआई से बतौर NCA के चीफ जुड़े. बता दें कि द्रविड़ भी कोच बनने से पहले NCA Chief थे. लक्ष्मण के पास कोच का काफी अनुभव है.
उन्होंने साल 2013 में अपना कोचिंग करियर शुरू किया था, जब वे सनराइजर्स हैदराबाद टीम में बतौर मेंटोर शामिल हुए थे. 2021 में बीसीसीआई से जुड़ने के बाद लक्ष्मण को अपनी जॉब छोड़नी पड़ी. वीवीएस लक्ष्मण टेस्ट में भारत के सबसे बड़े खिलाड़ियों में एक रहे हैं. जब भी टीम मुश्किल में होती थी तो लक्ष्मण संकटमोचन बनकर क्रीज पर आते थे. उनके नाम टेस्ट में 8781 रन हैं. वनडे में लक्ष्मण के नाम 30.76 की औसत से 2338 रन हैं.
अनिल कुंबले भी हैं दावेदार
पूर्व भारतीय दिग्गज खिलाड़ी अनिल कुंबले का नाम हेड कोच की लिस्ट में दूसरे नंबर पर है. वह साल 2016 में टीम इंडिया के हेड कोच रहे हैं, लेकिन कप्तान विराट कोहली के साथ मतभेदों के चलते उन्हें अपना पद छोड़ना पड़ा था. 2017 में कुंबले की कोचिंग के समय ही भारतीय क्रिकेट टीम चैंपियन ट्रॉफी के फाइनल में पहुंची थी.
अनिल कुंबले टीम इंडिया के बेहतरीन खिलाड़ियों में से एक रहे हैं. उन्होंने 132 टेस्ट, 271 वनडे मैचों में क्रमश: 619 और 337 विकेट लिए हैं. टेस्ट में कुंबले 38 बार 5 विकेट और 8 बार 10 विकेट ले चुके हैं. 132 टेस्ट मैच में उन्होंने 1 शतक भी जड़ा है. भारत के लिए वह टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं.
वीरेंद्र सहवाग भी कोच बनने की जता चुके हैं इच्छा
टीम इंडिया के हेड कोच बनने की लिस्ट में तीसरे नंबर पर भारत धाकड़ पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग का नाम है. सहवाग किसी आईपीएल फ्रेंचाइजी के साथ नहीं जुड़े हैं. ऐसे में वह बीसीसीआई के साथ जुड़ सकते हैं. सहवाग अपने रिटायरमेंट के दो साल बाद ही भारतीय टीम का कोच बनना चाहते थे. उन्होंने 2017 में हेड कोच के लिए अप्लाई किया था. हालांकि इस बार बीसीसीआई शायद खुद उन्हें कॉन्ट्रैक्ट दे सकती है, यदि सहवाग कोच बनने के लिए तैयार हों.
सहवाग ने वनडे क्रिकेट में 8273 रन बनाए हैं, जिसमें से 7518 रन उन्होंने बतौर सलामी बल्लेबाज बनाए हैं. बतौर ओपनर उनका स्ट्राइकरेट 104.71 का है. टेस्ट क्रिकेट की बात करें तो वीरेंद्र सहवाग ने अपने करियर में 8586 रन बनाए हैं. इनमें से 8207 रन उन्होंने बतौर सलामी बल्लेबाज बनाए हैं. 50 से ज्यादा के औसत से 8 हजार से ज्यादा रन बनाने वाले वीरेंद्र सहवाग का स्ट्राइकरेट बतौर ओपनर टेस्ट क्रिकेट में 83.08 का है, जो दुनिया के तमाम दिग्गज बल्लेबाजों के वनडे स्ट्राइकरेट से भी काफी ज्यादा है.
सहयोगी स्टाफ के सदस्यों का बढ़ाया जा सकता है अनुबंध
द्रविड़ कोच पद पर रहे या नहीं, यह अनुमान है कि उनके सहयोगी स्टाफ के सदस्यों का अनुबंध बढ़ाया जा सकता है. बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौड़, गेंदबाजी कोच पारस म्हाम्ब्रे और क्षेत्ररक्षण कोच टी दिलीप को आगे टीम के साथ जोड़े रखा जा सकता है.
बड़े टूर्नामेंट में ऐसा रहा टीम का प्रदर्शन
राहुल द्रविड़ की कोचिंग में भारतीय टीम ने तीन आईसीसी टूर्नामेंट के नॉकआउट मैचों में जगह बनाई. 2022 टी-20 विश्व कप के सेमीफाइनल में टीम इंडिया इंग्लैंड के खिलाफ हार गई थी. उसके बाद 2023 विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा. अब एक बार फिर से ऑस्ट्रेलिया ने नॉकआउट मैच में शिकस्त दी और भारतीय टीम विश्व कप के फाइनल में हार गई.
अगले साल खेला जाना है टी-20 वर्ल्ड कप
जून 2024 में वेस्टइंडीज और अमेरिका के संयुक्त मेजबानी में टी-20 वर्ल्ड कप खेला जाना है. वनडे की तरह टी-20 वर्ल्ड कप के खिताब का टीम इंडिया को लंबे समय से इंतजार है. भारतीय टीम ने अंतिम और एकमात्र बार टी-20 वर्ल्ड कप का खिताब 2007 में जीता था. तब कप्तान एमएस धोनी थे. धोनी के बाद से कोई भारतीय कप्तान आईसीसी टूर्नामेंट नहीं जीत सका है. विराट कोहली से लेकर रोहित शर्मा तक का यह अंतिम वर्ल्ड कप माना जा रहा है.