
रिंग मास्टर्स चैंपियनशिप बॉक्सिंग में अमेरिका का एक बड़ा टूर्नामेंट है. इस टूर्नामेंट में 26 साल के रीस मिस्ट्रेटा ने अपनी मां डिजाइरी के साथ मिलकर इतिहास रचा है. मां-बेटे की जोड़ी न्यूयॉर्क गोल्डन ग्लव्स का खिताब जीतने वाली पहली जोड़ी बन गई है. यह रिकॉर्ड बनाने के लिए रीस की मां ने 20 साल तक बेटे को बतौर कोच तैयार किया. डिजाइरी 2 बार न्यूयॉर्क गोल्डन ग्लव्स चैंपियन रही हैं. चैंपियन बनने के बाद रीस ने कहा कि मां ड्राइविंग, कुकिंग और कोचिंग के लिए उनको सपोर्ट करती थीं. वो मां को देखकर बॉक्सर बने हैं.
मां-बेटे ने रचा इतिहास-
रीस मिस्ट्रेटा न्यूयॉर्क गोल्डन ग्लव्स का खिताब जीता है. इसके साथ रीस और उनकी मां डिजाइरी ने नाम एक अनोखा रिकॉर्ड दर्ज हो गया. गोल्डन ग्लव्स के इतिहास में खिताब जीतने वाली मां-बेटे की पहली जोड़ी है. इस चैंपियनशिप में आज तक ऐसा किसी ने नहीं किया है. आपको बता दें कि 26 साल के रीस मिस्ट्रेटा की मां डिजाइरी ने भी न्यूयॉर्क गोल्डन ग्लव्स का खिताब जीता है. उन्होंने साल 1999 में उन्होंने खिताब पर कब्जा किया था.
मां को शराब की लत थी-
रिंग मास्टर्स चैंपियनशिप बॉक्सिंग को साल 2017 से पहले गोल्डन ग्लव्स के नाम से जाना जाता था. साल 1997 से पहले डिजाइरी को शराब की लत लग गई थी. वो डिप्रेशन में थी. इससे बाहर निकलने के लिए डिजाइरी ने बॉक्सिंग को चुना. इसी साल उन्होंने पहली व्हाइट कॉलर फाइट की. उस समय वो प्रेग्नेंट थी. उसके बाद बेटे रीस का जन्म हुआ.
फैमिली के लिए छोड़ दी बॉक्सिंग-
बेटे रीस मिस्ट्रेटा के जन्म के बाद डिजाइरी ने एक बार फिर बॉक्सिंग के रिंग में कदम रखा. उन्होंने साल 1999 में 79 किलोग्राम महिला कैटेगरी में गोल्डन ग्लव्स खिताब जीता. खिताब जीतने के बाद डिजाइरी ने बॉक्सिंग छोड़ दी. वो फैमिली पर फोकस करने लगीं.
जब रीस मिस्ट्रेट कुछ बड़ा हो गया तो डिजाइरी ने एक बार फिर रिंग में उतरने का फैसला किया. डिजाइरी ने साल 2005 में एक बार फिर गोल्डन ग्लव्स खिताब अपने नाम किया. रीस ने 6 साल की उम्र में मां को गोल्डन ग्लव्स खिताब जीतते देखा था. अब रीस नेशनल गोल्डन ग्लव्स की तैयारी कर रहे हैं.
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