कल के भारत इंग्लैंड के बीच खेले गए पांचवें टेस्ट मैच में ऋषभ पंत ने इतिहास रच दिया है. ऋषभ पंत टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में 2,000 रन के लैंडमार्क तक पहुंचने वाले सबसे कम उम्र के बल्लेबाज बने. 24 वर्षीय पंत शुक्रवार को एजबेस्टन में इंग्लैंड के खिलाफ पांचवें और अंतिम टेस्ट के दौरान इस मुकाम पर पहुंचे. तेज गेंदबाज मैटी पॉट्स के फेंके गए 51 वें ओवर में मिड-विकेट क्षेत्र से एक चौके ने स्टार भारतीय कीपर-बल्लेबाज को लैंडमार्क तक पहुंचने में मदद की.
अंग्रेजी गेंदबाजों पर भारी पड़े पंत
पंत जब बैटिंग करने के लिए आए थे, तो उस वक्त भारत का स्कोर 98 रनों पर 5 विकेट था, लेकिन पंत ने अपनी तूफानी पारी से भारत को मुश्किल हालात से निकाला. ऋषभ पंत ने इंग्लैंड के जेम्स एंडरसन, बेन स्टोक्स और जैक लीच जैसे खतरनाक गेंदबाजों की धज्जियां उड़ा दीं. पंत ने मैदान के चारों तरफ जमकर चौके-छक्के जमाए. यहां तक की पंत ने दुनिया के सबसे खतरनाक गेंदबाजों में से एक माने जाने वाले जेम्स एंडरसन को भी नहीं छोड़ा.
सबसे तेज शतक लगाने का रिकॉर्ड
विशेष रूप से, पंत ने इंग्लैंड के खिलाफ चल रहे पांचवें टेस्ट में 89 गेंदों में शतक बनाया. इस शतक के साथ, पंत ने न इंडियन टीम की कमान संभाली, बल्कि बल्कि अंग्रेजी धरती पर दोहरा शतक लगाने वाले पहले भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज भी बने. पंत ने इंग्लैंड में किसी भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज द्वारा सबसे तेज शतक लगाने का रिकॉर्ड भी तोड़ा. अब उनके पास एशिया के बाहर किसी भारतीय द्वारा तीसरा सबसे तेज शतक लगाने का रिकॉर्ड है.
तोड़ दिया धोनी का रिकॉर्ड
पंत एक साल में दो विदेशी शतक बनाने वाले एकमात्र भारतीय विकेटकीपर-बल्लेबाज भी बने. इससे पहले डब्ल्यू साहा, एमएस धोनी और बूढ़ी कुंदरन ने यह उपलब्धि हासिल की थी. इस शतक के साथ पंत ने विदेशों में सिर्फ 23 मैचों में अपना चौथा शतक पूरा किया जबकि अन्य सभी भारतीय विकेटकीपरों ने 260 टेस्ट में चार शतक लगाए थे.