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Happy Birthday Rohit Sharma: बोरिवली में किराए के कमरे से लेकर क्रिकेट के मैदान तक, जानें 'हिटमैन' रोहित शर्मा की अनुसनी कहानियां

जब सारे बैट्समैन आउट हो जाते थे तो अंत में रोहित को बैटिंग करने के लिए दिया जाता था. उस वक्त किसी को कहां ही पता था कि जिस लड़के को सबसे लास्ट में बैटिंग दी जाती है वह एक दिन भारत की तरफ से सबसे पहले बल्लेबाजी करने आएगा और रिकॉर्ड पर रिकॉर्ड बनाएगा.

Rohit Sharma Rohit Sharma
हाइलाइट्स
  • 'हिटमैन' रोहित शर्मा आज मना रहे हैं अपना 35वां जन्मदिन

  • पहले थे ऑफ स्पिनर, बल्लेबाजी के हुनर को उनके कोच दिनेश लाड ने पहचाना

हज़ार बर्क़ गिरे लाख आँधियाँ उट्ठें, वो फूल खिल के रहेंगे जो खिलने वाले हैं. साहिर लुधियानवी का यह शेर भारत के स्टार क्रिकेटर, पूरे विश्व में अपने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी से पहचान बनाने वाले रोहित शर्मा पर सटीक बैठती है. बोरिवली के किराए वाले सिंगल रूम से भारतीय क्रिकेट रूम के ड्रेसिंग रूम तक पहुंचना रोहित के लिए आसान नहीं था. रोहित का बचपन अभाव में गुजरा. उनका परिवार उस वक्त आर्थिक तंगी से गुजर रहा था. धन के अभाव में रोहित अपने माँ बाप से दूर दादा जी के साथ रहते थे. लेकिन वो कहते हैं न कि जब आपमें आगे बढ़ने की ललक हो और कुछ कर गुजरने का सपना हो तो फिर फर्क नहीं पड़ता कि आपकी पारिवारिक हालात आपके पक्ष में है या विपरीत है. आप अपने सपनों के पीछे दौड़ पड़ते हैं. ऐसी ही एक दौड़ लगाई थी रोहित शर्मा ने. आज वे भारतीय क्रिकेट में बड़ा चेहरा हैं और अपनी उपलब्धियों से क्रिकेटप्रेमियों के बीच एक विशाल कद के मालिक हैं. रोहित आज अपना 35वां बर्थडे मना रहा हैं. इस खास मौके पर हम आपको उनके बचपन से लेकर क्रिकेट के ग्राउंड तक की यात्रा के बारे में बताते हैं कि कैसे वो गली क्रिकेटर से हिटमैन बने. 

रोहित के खिलाफ जब हो गई थी पुलिस कम्प्लेंट

30 अप्रैल 1987 को बनसोड, नागपुर, महाराष्ट्र में रोहित का जन्म हुआ. पिता गुरुनाथ शर्मा एक ट्रांसपोर्ट फर्म स्टोरहाऊस में काम करते थे और माँ पूर्णिमा शर्मा गृहणी थी. घर की आर्थिक स्थिति उतनी अच्छी नहीं थी कि रोहित को अच्छी शिक्षा दीक्षा मिल सके. इसलिए रोहित अपने दादा जी और चाचा के साथ बोरिवली में रहते थे. बचपन से ही क्रिकेट का ऐसा चस्का लगा कि गली क्रिकेट में भी मशहूर हो गए. ताबड़तोड़ बल्लेबाजी के लिए मशहूर रोहित बचपन से ही ऐसे हैं. अपने शॉट से कई खिड़कियों का कांच तोड़ा. कहा जाता है कि एक बार तो रोहित के खिलाफ कांच तोड़ने की वजह से पुलिस कम्प्लेंट तक हो गई थी. आसपास के मोहल्ले वाले रोहित को जानने लगे थे. 1999 में रोहित के चाचा ने क्रिकेट कैंप में उनका दाखिला करवाया. वहीं उनको क्रिकेट कोच दिनेश लाड मिले जो उनकी काफी मदद की. स्कॉलरशिप दिलवाया और 4 साल तक फ्री में क्रिकेट खेलने और प्रैक्टिस करने की अनुमति दिलवाई.

ऑफ स्पिनर से बने धाकड़ बल्लेबाज

रोहित शर्मा ने जब खेलना शुरू किया तो सिर्फ बॉलिंग करते थे. जब सारे बैट्समैन आउट हो जाते तो अंत में रोहित को बैटिंग करने के लिए दिया जाता था. उस वक्त किसी को कहां ही पता था कि जिस लड़के को सबसे लास्ट में बैटिंग दी जाती है वह एक दिन भारत की तरफ से सबसे पहले बल्लेबाजी करने आएगा और रिकॉर्ड पर रिकॉर्ड बनाएगा. रोहित शर्मा के अंदर बल्लेबाजी के हुनर को उनके कोच दिनेश लाड ने पहचाना. उनके कहने पर रोहित शर्मा ने बैटिंग प्रैक्टिस शुरू की. रोहित में हुनर था ही और इस हुनर को पहली बार मौका तब मिला जब गाइल्स फील्ड टूर्नामेंट होना था. रोहित को ओपनिंग बैटिंग मिली और शायद रोहित इसी के इंतजार में बैठे थे. पहले ही मैच में बतौर ओपनर 140 रन ठोक डाले. उसके बाद होने वाले टूर्नामेंटों में रोहित अपने कद को और बड़ा करते गए और लगातार शतक पर शतक लगाते गए. 

20 साल की उम्र में भारतीय टीम में किया पदार्पण

रोहित शर्मा 20 साल के थे और साल था 2007 तब उन्हें इंग्लैंड और आयरलैंड दौरे के लिए चुना गया. रोहित का अंतरराष्ट्रीय डेब्यू आयरलैंड के खिलाफ हुआ, हालांकि बैटिंग का मौका नहीं मिला. डेब्यू के बाद शुरुआत के कुछ सालों तक रोहित का बल्ला खामोश रहा. लोगों ने मजाक उड़ाना शुरू कर दिया और कहा जाने लगा कि इसको टीम से बाहर क्यों नहीं करते, इसे ढो क्यों रहे हैं. आईपीएल जब आया तो रोहित की किस्मत आर्थिक रूप से चमकी. तीन करोड़ रुपए में डेक्कन चार्जर्स ने खरीदा. उसके बाद रोहित ने अपना घर लिया और गाड़ी ली. आईपीएल साल दर साल होता गया और रोहित आईपीएल में चमकते गए. उनके नेतृत्व में अबतक 5 बार मुम्बई इंडियंस जीत का स्वाद चख चुकी है. रोहित शर्मा भारत के लिए तब बड़ा नाम बनकर उभरे जब उन्होंने ओपनर के तौर पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 141 रनों की धमाकेदार पारी खेली. इसके बाद रोहित शर्मा ने कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा. 

हिटमैन का मिला खिताब

रोहित शर्मा ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में एक के बाद एक कई रिकॉर्ड बनाए. चाहे वो वनडे में सर्वोच्च स्कोर 264 बनाना हो या एक वनडे पारी में सबसे ज्यादा 33 चौका लगाने का रिकॉर्ड हो. वे विश्व के इकलौते बल्लेबाज हैं जिसने वनडे में तीन दोहरा शतक जड़ा है. हार्ड हीटिंग की क्षमता के लिए रोहित को हिटमैन का खिताब मिला. 2015 में उन्हें अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया और 2020 में रोहित को मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार दिया गया. 

Rohit sharma with his wife

ब्रिटिश मॉडल से जुड़ा नाम

क्रिकेट की दुनिया में महारथी बनने के बाद 2014 में रोहित शर्मा का नाम ब्रिटिश मॉडल और एक्ट्रेस सोफिया हयात से जुड़ा. हालांकि, इस रिश्ते पर उन्होंने कभी बात नहीं की. 2015 में रोहित ने रितिका सजदेह से 6 साल के लंबे रिलेशनशिप के बाद शादी कर ली. रितिका से उनकी मुलाकात युवराज सिंह के जरिए हुई थी. 2018 में रोहित शर्मा पिता बने. उनकी बेटी का नाम समायरा शर्मा है.