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रोहतक की बेटियां बैडमिंटन में कर रही हैं प्रदेश का नाम रोशन, पिता के अधूरे सपने को कर रहीं हैं पूरा

बैंगलोर में हुए इंटरनेशनल टूर्नामेंट में उन्नति ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए सिल्वर मेडल हासिल किया था. हैदराबाद में हुए टूर्नामेंट में उन्होंने बैडमिंटन की वर्ल्ड की नंबर एक खिलाड़ी तस्नीम मीर को पछाड़ कर क्वार्टर फाइनल में अपनी जगह हासिल की थी. आगामी तैयारियों के लिए उनका कहना है कि वो ओलंपिक में मेडल लाकर देश का नाम रोशन करना चाहती है. 

रोहतक के सरकारी स्टेडियम में खेल रही उन्नति हुड्डा और पलक अरोड़ा बैडमिंटन की नेशनल चैंपियन हैं. रोहतक के सरकारी स्टेडियम में खेल रही उन्नति हुड्डा और पलक अरोड़ा बैडमिंटन की नेशनल चैंपियन हैं.
हाइलाइट्स
  • पलक के पिता कपड़े की दुकान में करते हैं नौकरी 

  • वर्ल्ड की नंबर एक खिलाड़ी को हरा चुकी है उन्नति 

हरियाणा खिलाड़ियों का गढ़ रहा है. अब तक ना जाने हरियाणा ने देश को कितने ही मेडल दिलाए हैं. एथलेटिक्स और कुश्ती में तो हरियाणा का कोई जवाब ही नहीं है लेकिन अब जल्द ही रोहतक की दो बेटियां बैडमिंटन में भी हरियाणा को अलग पहचान दिला रहीं हैं. रोहतक के सरकारी स्टेडियम में खेल रही उन्नति हुड्डा और पलक अरोड़ा बैडमिंटन की नेशनल चैंपियन हैं. उन्नति 14 साल की है जबकि पलक 15 साल की है. दोनों खिलाड़ी रोहतक के छोटूराम बैडमिंटन सेंटर में कोच प्रवेश कुमार की देखरेख में प्रैक्टिस करती हैं और पिछले कई सालों से जिला चैंपियन से लेकर नेशनल चैंपियन तक की प्रतियोगिता जीतती आ रही हैं.

पलक के पिता कपड़े की दुकान में करते हैं नौकरी 

पलक अरोड़ा के पिता रोहतक के किला रोड के बाजार में एक कपड़े की दुकान में नौकरी करते हैं जबकि उन्नति हुड्डा के पिता बीएसएफ में तैनात हैं. 8 साल की उम्र से बैडमिंटन खेल रही पलक ने बताया की उन्होंने टेबल टेनिस,स्विमिंग  और फुटबॉल में अपना हाथ आजमा चुकी है लेकिन उनकी रूचि बैडमिंटन में ही अधिक थी, इसलिए उन्होंने इस खेल को चुना. हालांकि इसके साथ-साथ वो पढ़ाई भी कर रही है. उनका कहना है की उनकी जिंदगी में ऐसे भी कई मुकाम है जब सफलता हाथ नहीं लगती और असफलता का सामना करना पड़ता है. ऐसे में उनका परिवार उनका हौसला बढ़ाता है. 

वर्ल्ड की नंबर एक खिलाड़ी को हरा चुकी है उन्नति 

वहीं उन्नति हुड्डा का कहना है कि वो अपने पापा के सपने को सच करना चाहती है. उन्नति के पापा का सपना था कि वो देश के नाम मेडल लाए लेकिन मां-बाप के सपोर्ट न करने की वजह से वो सिर्फ पढ़ाई तक ही सीमित रहे. इसीलिए उनकी बेटी उनका सपना पूरा करना चाहती है और उन्नति उस राह पर चल भी चुकी है. बैंगलोर में हुए इंटरनेशनल टूर्नामेंट में उन्नति ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए सिल्वर मेडल हासिल किया था. हैदराबाद में हुए टूर्नामेंट में उन्होंने बैडमिंटन की वर्ल्ड की नंबर एक खिलाड़ी तस्नीम मीर को पछाड़ कर क्वार्टर फाइनल में अपनी जगह हासिल की थी. आगामी तैयारियों के लिए उनका कहना है कि वो ओलंपिक में मेडल लाकर देश का नाम रोशन करना चाहती है. 

सुरेंदर सिंह की रिपोर्ट