Coca-Cola Cup 1998: क्रिकेट के 'भगवान' कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर आज अपना 50वां जन्मदिन मना रहे हैं. उनका जन्म 24 अप्रैल 1973 को मुंबई में हुआ था. क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद भी उनके चाहने वालों की कोई कमी नहीं हुई. देश-विदेश में लाखों नहीं करोड़ों उनके प्रशंसक हैं. वैसे तो टीम इंडिया को कई मौके पर तेंदुलकर ने अपने दम पर जीत दिलाई है लेकिन हम आज बात करेंगे उस खिताबी जीत की जिसे सचिन ने अपने बर्थडे पर देशवासियों को तोहफा के रूप में दिया था.
न्यूजीलैंड को फाइनल में जाने से रोका था
भारत, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच कोका कोला कप शारजाह में 1998 में खेला गया था. इस मैच के सेमीफाइनल में सचिन तेंदुलकर ने ताबड़तोड़ पारी खेल रन रेट के आधार पर जहां न्यूजीलैंड को फाइनल में जाने से रोका था, वहीं फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को हराकर कप पर इंडिया को कब्जा भी दिलाया था. 22 अप्रैल 1998 को सचिन तेंदुलकर ने ऑस्ट्रेलिया टीम के खिलाफ 131 गेंदों में 143 रन ठोके थे और अपनी इस शतकीय पारी में उन्होंने 9 चौके और 5 छक्के लगाए थे.
ऐतिहासिक पारी
24 अप्रैल 1998 को कोका कोला कप के फाइनल में भारत को मजबूत ऑस्ट्रेलिया को हराना था. क्रिकेट के जानकार कंगारूओं को मजबूत दावेदार मान रहे थे. लेकिन सचिन तेंदुलकर ने 134 रनों की ऐतिहासिक पारी खेल भारत की झोली में कप को डाल दिया.
भारत ने टॉस जीतकर चुनी थी फील्डिंग
इंडिया ने शारजाह क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में खेले गए फाइनल मैच में टॉस जीतकर फील्डिंग चुनी. ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए नौ विकेट पर 272 रन बनाए. इस तरह से टीम इंडिया को जीतने के लिए 273 रनों का लक्ष्य मिला. ऑस्ट्रेलिया की तरफ से बल्लेबाजी करते हुए स्टीव वॉ और डैरेन लेहमैन ने 70-70 रन बनाए. भारत की तरफ से गेंदबाजी करते हुए वेंकटेश प्रसाद, अजित अगारकर और ऋषिकेश कानितकर ने 2-2 विकेट चटकाए थे.
टीम इंडिया की शुरुआत अच्छी नहीं रही
लक्ष्य को भेदने के लिए उतरी टीम इंडिया की शुरुआत उतनी अच्छी नहीं रही. भारत का पहला विकेट 39 रन पर गिर गया. ओपनर सौरव गांगुली 23 रन बनाकर आउट हुए. तीसरे नंबर पर बैटिंग करने आए नयन मोंगिया ने 28 रन बनाए. चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करने आए कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन ने सचिन का भरपूर साथ दिया. इन दोनों क्रिकेटरों ने शतकीय साझेदारी कर टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया.
सचिन ने की धुआंधार बल्लेबाजी
इस मैच में सचिन तेंदुलकर ने धुआंधार बल्लेबाजी करते हुए 131 गेंद पर 134 रन बनाए. अपनी पारी के दौरान उन्होंने 12 चौके और तीन छक्के लगाए. सचिन के इस बेहतरीन प्रदर्शन के बदौलत टीम इंडिया ने 273 रनों का लक्ष्य चार विकेट के नुकसान पर पूरा कर लिया. सचिन को शतकीय पारी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच के खिताब से नवाजा गया. इतना ही नहीं पूरे टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन करने के लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द सीरीज का पुरस्कार भी दिया गया. सचिन तेंदुलकर के लिए साल 1998 खास रहा. उन्होंने इस साल 12 शतक लगाए, जो कि एक वर्ल्ड रिकॉर्ड है.
24 वर्षों तक रहा रिकॉर्ड
वनडे में जन्मदिन पर सबसे ज्यादा 134 रन बनाने का रिकॉर्ड सचिन तेंदुलकर के नाम 24 वर्षों तक रहा. फिर न्यूजीलैंड के बल्लेबाज टॉम लाथम ने सचिन तेंदुलकर के इस रिकॉर्ड को तोड़ था. वनडे क्रिकेट में जिन बल्लेबाजों ने अपने जन्मदिन पर बड़ी पारियां खेली हैं उनमें टॉम लाथम 140 रन, सचिन तेंदुलकर 134 रन, रॉस टेलर 131 रन, सनथ जयसूर्या 130 रन और विनोद कांबली की 100 रनों की पारी शामिल हैं.