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Shikhar Dhawan Retires: Mohali से लेकर Cardiff तक कैसा रहा भारतीय क्रिकेट के गब्बर शिखर धवन का सफर, जानिए

Shikhar Dhawan retires: धवन ने भारत के लिए 269 मैच खेलकर अपने करियर का अंत किया है. उन्होंने सोशल मीडिया पर एक वीडियो डालकर इसका ऐलान किया. आइए जानते हैं कैसा रहा है धवन का करियर.

Shikhar Dhawan with golden bat Shikhar Dhawan with golden bat

भारतीय क्रिकेट के 'गब्बर' कहे जाने वाले शिखर धवन ने शनिवार को अंतर्राष्ट्रीय और डोमेस्टिक क्रिकेट को अलविदा कह दिया. धवन ने एक सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए यह जानकारी दी. उन्होंने अपना आखिरी मैच अप्रैल में खेला था, जब उन्होंने आईपीएल 2024 में पंजाब किंग्स की कप्तानी की थी. इसके बाद टीम की कमान सैम करेन को सौंप दी गई थी. 

धवन ने संन्यास लेते हुए कहा, "कहते हैं कि कहानी में आगे बढ़ने के लिए पन्ने पलटना जरूरी है. इसलिए मैं आज अंतर्राष्ट्रीय और डोमेस्टिक क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा करता हूं. अपने क्रिकेट के सफर को अलविदा कहते हुए मेरे दिल में सुकून है कि मैं अपने देश के लिए खेला. मैं बीसीसीआई (Board of Cricket Control in India) और डीडीसीए (Delhi District Cricket Association) का शुक्रगुजार हूं जिन्होंने मुझे खेलने का मौका दिया. और अपने सारे चाहने वालों का जिन्होंने मुझे इतना प्यार दिया." धवन ने इस मौके पर भारतीय टीम, अपने बचपन के कोच तारिक सिन्हा और मदन शर्मा और अपने परिवार का भी शुक्रिया अदा किया. 

दिल्ली से शुरू हुआ सफर
धवन ने दिल्ली के लिए डोमेस्टिक क्रिकेट खेलते हुए अपने क्रिकेट के सफर की शुरुआत की. धवन 2007-08 में रणजी ट्रॉफी जीतने वाली दिल्ली की टीम का हिस्सा थे. धवन 2004 अंडर-19 वर्ल्ड कप में भी भारत के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रह चुके थे. लगातार बीसीसीआई का दरवाजा खटखटाते रहने के बाद उन्हें 2010 में देश के लिए डेब्यू करने का मौका मिला. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विशाखापट्टनम में खेले गए मैच में धवन शून्य रन पर आउट हो गए, लेकिन यहां से एक बेहद यादगार करियर की शुरुआत होने वाली थी. 

कुछ ऐसा रहा करियर
धवन ने अपना अंतर्राष्ट्रीय करियर 269 मैचों में 24 शतकों के साथ खत्म किया. धवन का सबसे बेहतरीन फॉर्मैट भले ही वनडे क्रिकेट रहा हो, लेकिन उनके करियर ने रफ्तार 2013 में एक टेस्ट मैच में पकड़ी. मोहाली में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना डेब्यू टेस्ट खेलते हुए धवन ने 85 गेंदों में शतक जड़ा. इस मैच में उन्होंने 187 रन बनाकर भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई. 

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इस साल धवन का करियर शीर्ष पर रहा. उन्होंने वनडे में 50.52 की औसत और 97.89 की स्ट्राइक रेट से 1162 रन बनाए. इसी साल वह चैंपियन्स ट्रॉफी में प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट रहे. और इसी साल रोहित शर्मा के साथ उनकी लोकप्रिय पार्टनरशिप की शुरुआत हुई. 

छह जून 2013 को धवन और रोहित ने पहली बार भारत के लिए ओपनिंग की. साउथ अफ्रीका के खिलाफ कार्डिफ में खेले गए चैंपियन्स ट्रॉफी मैच में धवन ने 114 रन बनाए. रनों के मामले में धवन-रोहित की जोड़ी वनडे में दुनिया की चौथी और भारत की दूसरी (गांगुली-तेंदुलकर के बाद) सबसे सफल जोड़ी है. जून 2013 में पहली बार साथ आई शिखर-रोहित की जोड़ी ने 18 बार सौ रन से ज्यादा की ओपनिंग पार्टनरशिप कीं. 

धवन का शानदार प्रदर्शन चैंपियंस ट्रॉफी 2013 के बाद भी जारी रहा. अगले कुछ सालों में वह भारत की वनडे टीम के अहम सदस्य रहे. एशिया कप 2014, वर्ल्ड कप 2015, चैंपियंस ट्रॉफी 2017 और एशिया कप 2018 में वह भारत के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे. वर्ल्ड कप 2019 में हुए फ्रैक्चर से लौटने के बाद धवन ने लय हासिल करने में समय नहीं लगाया, हालांकि इस वक्त तक भारत के पास पृथ्वी शॉ और शुभमन गिल जैसे कई विकल्प आ चुके थे. 

भारतीय बल्लेबाजी का स्तंभ थे धवन
शिखर धवन वनडे में भारतीय टीम एक दिग्गज के तौर पर क्रिकेट को अलविदा कह रहे हैं. वह दुनिया के उन आठ बल्लेबाजों में से एक हैं जिन्होंने वनडे क्रिकेट में 40 से ज्यादा की औसत और 90 से ज्यादा के स्ट्राइक रेट से 5000 रन बनाए हैं. उन्होंने वनडे क्रिकेट में भारत के लिए 167 मैच खेलकर 44.11 की औसत और 91.35 के स्ट्राइक रेट से 6793 रन बनाए हैं. 

धवन आईसीसी इवेंट्स में भी भारत के लिए बेहद खास रहे. उनके प्रदर्शन के लिए उन्हें भारत का 'आईसीसी मैन' भी कहा जाता है. वनडे वर्ल्ड कप, टी20 वर्ल्ड कप और चैंपियन्स ट्रॉफी मिलाकर धवन ने आईसीसी टूर्नामेंट्स के 27 मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व किया. इन मैचों में उन्होंने 97.25 के स्ट्राइक रेट और 50.46 की शानदार औसत से देश के लिए 1312 रन बनाए. 

भारत को चैंपियन्स ट्रॉफी 2013 जिताने में धवन की अहम भूमिका रही थी. टूर्नामेंट में दो शतकों के साथ 363 रन बनाने के लिए धवन को प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट भी चुना गया. धवन ने आईसीसी टूर्नामेंट्स में भारत के लिए अपना आखिरी मुकाबला वर्ल्ड कप 2019 में खेला था. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलते हुए उन्होंने 117 रन बनाए. हालांकि अंगूठे में फ्रैक्चर होने के कारण इन आयोजनों में धवन का सफर खत्म हो गया.

धवन ने दिसंबर 2022 में बांग्लादेश के खिलाफ भारत के लिए अपना आखिरी मैच खेला. कई अटकलों के बावजूद वह अगले साल घरेलू सरजमीन पर हुए वनडे वर्ल्ड कप के लिए टीम में जगह नहीं बना सके. हालांकि मोहाली से लेकर कार्डिफ तक धवन ने जो कारनामे किए, उन्होंने भारतीय क्रिकेट पर अमिट छाप छोड़ी है.