
साउथ अफ्रीका ने सेंचुरियन में खेले गए पहले टेस्ट मैच में पाकिस्तान को आठ विकेट से मात दे दी है. साउथ अफ्रीका ने 148 रन के मामूली स्कोर का पीछा करते हुए अपने आठ विकेट 99 रन पर गंवा दिए थे. लेकिन कगिसो रबाडा (31 नॉटआउट) और मार्को यानसेन (16 नॉटआउट) ने 51 रन की नाबाद साझेदारी कर मेजबान टीम को लक्ष्य तक पहुंचा दिया.
इसी के साथ साउथ अफ्रीका वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2023-25 (World Test Championship 2023-25) के फाइनल में पहुंचने वाली पहली टीम बन गई है. अब फाइनल के दूसरे स्पॉट के लिए भारत, ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका में लड़ाई है. भारत और ऑस्ट्रेलिया जहां इस समय एक-दूसरे के खिलाफ बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी खेल रहे हैं, वहीं श्रीलंका अगले महीने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दो टेस्ट खेलेगी.
भारत दो डब्ल्यूटीसी फाइनल खेल चुका है लेकिन इस बार उसका फाइनल में पहुंचना मुश्किल लग रहा है. साउथ अफ्रीका की इस जीत ने भारत की मुश्किलों को और ज्यादा बढ़ा दिया है. भारत को अब डब्ल्यूटीसी फाइनल में पहुंचने के लिए क्या करना होगा, आइए समझते हैं.
फाइनल में कैसे पहुंचेगा भारत?
भारत के पास अब डब्ल्यूटीसी फाइनल में पहुंचने के लिए दो मैच बचे हैं. पहला मैच इस समय ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में जारी है, जबकि दूसरा तीन जनवरी से सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में खेला जाएगा. अगर भारत अपने बलबूते पर फाइनल में पहुंचना चाहता है तो उसे ये दोनों टेस्ट मैच जीतने होंगे. ऐसा करने पर भारत के कुल पॉइंट 60.53 प्रतिशत हो जाएंगे. लेकिन अगर भारत यह मैच नहीं जीतता तो?
अगर भारत एक टेस्ट जीतता है और एक ड्रॉ करवा लेता है तो उसके कुल अंक 57.02 प्रतिशत होंगे. इस सूरत में ऑस्ट्रेलिया अगले महीने श्रीलंका के खिलाफ होने वाले दोनों टेस्ट जीतकर भारत को पीछे छोड़ सकता है. अगर भारत दोनों मैच ड्रॉ करता है तो उसे श्रीलंका-ऑस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज के नतीजों पर निर्भर रहना होगा. लेकिन अगर भारत ये दोनों मैच हार जाता है तो उसकी फाइनल में पहुंचने की उम्मीदें धराशाई हो जाएंगी.
सिर्फ ऑस्ट्रेलिया नहीं, श्रीलंका भी सिरदर्द
अगर भारत बचे हुए दो मैचों में ऑस्ट्रेलिया को हराकर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (Border Gavaskar Trophy 2024-25) 3-1 से नहीं जीतता तो उसे अन्य नतीजों पर निर्भर रहना होगा. लेकिन कैसे? दरअसल अगर भारत बचे हुए दो मैचों में से एक जीतता है और एक ड्रॉ करवा लेता है तो उसके अंक होंगे 57.02 प्रतिशत.
इस सीरीज के बाद अगर ऑस्ट्रेलिया श्रीलंका को 2-0 से हरा देती है तो उसके कुल अंक 58.77 प्रतिशत होंगे. यानी भारत के डब्ल्यूटीसी फाइनल में पहुंचने के लिए ऑस्ट्रेलिया को श्रीलंका में एक जीत और एक ड्रॉ से ज्यादा कुछ नहीं मिलना चाहिए.
अगर भारतीय टीम एक मैच जीतती है और एक हार जाती है तो उसे डब्ल्यूटीसी फाइनल में पहुंचने के लिए दुआ करनी होगी कि श्रीलंका अपनी घरेलू सरजमीन पर होने वाली टेस्ट सीरीज में ऑस्ट्रेलिया को 1-0 से हरा दे. लेकिन अगर भारत दोनों टेस्ट मैच ड्रॉ करवाता है तो सिर्फ ऑस्ट्रेलिया ही नहीं, बल्कि श्रीलंकाई टीम भी उसके लिए सिरदर्द बन जाएगी.
दरअसल श्रीलंका अगर ऑस्ट्रेलिया को 2-0 से भी हरा दे तो वह अधिकतम 53.85 प्रतिशत अंक तक पहुंच सकता है. अगर भारत ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दोनों मैच ड्रॉ करता है, तो उसके पास 53.51 प्रतिशत अंक होंगे. ऐसे में वह सिर्फ ऑस्ट्रेलिया नहीं बल्कि श्रीलंका की पहुंच में भी आ जाएगा.