
भारत ने चौथे टी20 इंटरनेशनल में इंग्लैंड को 15 रन से हराकर पांच मैचों की सीरीज में 3-1 की अविजित बढ़त बना ली है. भारत ने इंग्लैंड के सामने 182 रन का लक्ष्य रखा. इसके जवाब में इंग्लैंड 166 रन पर ऑलआउट हो गई.
इस मैच में अर्धशतक जड़ने वाले हार्दिक पांड्या और शिवम दुबे नायक बनकर उभर रहे थे कि तभी इंग्लैंड की पारी के दौरान दुबे को कंकशन के कारण बाहर जाना पड़ा. दुबे के लिए यह दुर्भाग्यपूर्ण था, लेकिन यह आपदा हर्षित राणा के लिए अवसर साबित हुई, जो दुबे के कंकशन सब्सटिट्यूट बनकर आए.
यह राणा का डेब्यू टी20 इंटरनेशनल मैच था. उन्हें मैच से पहले टीम के किसी सीनियर खिलाड़ी ने भले ही डेब्यू कैप न सौंपी हो, लेकिन राणा ने अपनी गेंदबाजी से इस मैच को अपने लिए यादगार बना लिया. उन्होंने चार ओवर में 33 रन देकर तीन विकेट लिए. जब इंग्लैंड को आखिरी दो ओवर में 25 रन चाहिए थे तब राणा ने 19वें ओवर में सिर्फ छह रन देते हुए खतरनाक दिख रहे जेमी ओवरटन को बोल्ड किया. और मैच भारत की झोली में डाल दिया.
पांड्या-दुबे ने की चौकों-छक्कों की बारिश
इंग्लैंड ने टॉस जीतकर भारत को पहले बल्लेबाजी करने के लिए बुलाया. संजू सैमसन एक बार फिर असफल रहे और एक रन बनाकर पवेलियन लौट गए. साकिब महमूद ने सैमसन के फौरन बाद तिलक वर्मा को भी गोल्डन डक पर पवेलियन भेज दिया. जब कप्तान सूर्यकुमार यादव भी शून्य रन पर महमूद का शिकार हो गए तो अभिषेक शर्मा ने रिंकू सिंह के साथ पारी को संभाला.
दोनों ने पावरप्ले में भारतीय पारी को रफ्तार दी, हालांकि 45 रन की साझेदारी के बाद अभिषेक (19 गेंद, 29 रन) पवेलियन लौट गए. रिंकू ने 26 गेंद पर 30 रन बनाए लेकिन वह इस शुरुआत को एक अच्छी पारी में नहीं बदल सके. जब भारत 11 ओवर में 80 रन बना चुका तो पांड्या-दुबे की जोड़ी ने चौकों-छक्कों की बरसात कर दी.
दोनों बल्लेबाजों के बीच 87 रन की विस्फोटक साझेदारी हुई जिसने भारतीय पारी को परिभाषित किया. इसी साझेदारी की बदौलत भारतीय टीम 20 ओवर में 181 रन का स्कोर खड़ा कर सकी.
डकेट-सॉल्ट की विस्फोटक शुरुआत
इंग्लैंड के लिए पारी की शुरुआत करने उतरे बेन डकेट और फिलिप सॉल्ट ने पावरप्ले का भरपूर फायदा उठाया. हालांकि पावरप्ले की आखिरी ही गेंद पर डकेट पवेलियन भी लौट गए. उन्होंने 19 गेंद पर सात चौकों और एक छक्के के साथ 39 रन बनाकर सॉल्ट के साथ 62 रन की साझेदारी की. सॉल्ट ने भी 21 गेंद पर 23 रन बनाए.
इंग्लैंड ने भले ही तेज शुरुआत की लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने वापसी में समय नहीं लगाया. इंग्लैंड ने पांच रन के अंतराल में तीन विकेट गंवाए और मेहमान टीम का स्कोर 67/3 हो गया. लियम लिविंगस्टन ने पारी को संभालने की कोशिश में 13 गेंदें खेलीं लेकिन वह सिर्फ नौ रन ही बना सके.
इंग्लैंड की ओर से हैरी ब्रूक ने स्पिनरों के खिलाफ मोर्चा संभाला. उन्होंने महज 26 गेंद पर पांच चौके और दो छक्के लगाते हुए 51 रन बनाए. हालांकि वरुण चक्रवर्ती ने एक बार फिर ब्रूक को अपना शिकार बनाया. चक्रवर्ती ने ही ब्राइडन कार्स को पवेलियन का रास्ता दिखाते हुए अपना स्पेल खत्म किया.
जब सबस्टिट्यूट हर्षित राणा को मौका मिला तो उन्होंने भी इसका भरपूर फायदा उठाया. उन्होंने चार ओवर में 33 रन देर तीन विकेट लिए. उन्होंने अपने डेब्यू टी20 इंटरनेशनल में ओवरटन के अलावा लिविंगस्टन और जेकब बेटहेल का विकेट चटकाया. आखिरी ओवर में अर्शदीप सिंह ने महमूद को आउट कर इंग्लैंड की पारी पर पूर्ण विराम लगाया.
घर में छह साल से अविजित
भारत ने घरेलू सरजमीन पर लगातार 17वीं टी20 सीरीज बिना हारे खत्म की है. भारत को आखिरी बार घरेलू सरजमीन पर टी20 सीरीज में हार ऑस्ट्रेलिया के हाथों मिली थी. कंगारुओं ने 2018-19 में खेली गई टी20 सीरीज 2-0 से अपने नाम की थी. साउथ अफ्रीका ने 2019/20 और 2022 में भारत के खिलाफ दो टी20 सीरीज ड्रॉ जरूर की हैं, लेकिन भारत को कोई टीम सीरीज हराने में कामयाब नहीं हुई है.