सुनील गावस्कर अपने समय के सबसे महान सलामी बल्लेबाजों में से एक थे. और निश्चित रूप से सबसे सफल भी. उनके खेल की आज भी तारीफ होती है. उन्हें हमेशा से निडर बल्लेबाजी के लिए जाना जाता है. वे सुनील गावस्कर ही थे जिन्होंने भारत को तेज गेंदबाजों के खिलाफ पुल या हुक शॉट देना सिखाया और बाद में सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़ और सौरव गांगुली उनकी राह पर चले.
बनाए थे 10,000 से ज्यादा रन
सुनील गावस्कर टेस्ट क्रिकेट में दस हजार रन बनाने वाले क्रिकेटर होने के साथ-साथ तीस से अधिक शतक बनाने वाले पहले खिलाड़ी थे. गावस्कर निस्संदेह अपने युग (1971-87) के दौरान सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक थे और अभी भी डेब्यू टेस्ट सीरीज़ में सर्वाधिक रन बनाने का रिकॉर्ड उनके नाम है.
नाबाद रिकॉर्ड की बात करें तो सुनील गावस्कर ने वेस्टइंडीज के खिलाफ सबसे ज्यादा टेस्ट शतक बनाए हैं और वह एकमात्र ऐसे क्रिकेटर हैं जिन्होंने एक ही टेस्ट मैच में एक शतक और फिर दोहरा शतक लगाया है.
जब तोड़ा सर डॉन ब्रैडमैन का रिकॉर्ड
सर डॉन ब्रैडमैन दुनिया के सबसे बेहतरीन क्रिकेटर्स में से एक थे. ब्रैडमैन के नाम टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा शतक लगाने का रिकॉर्ड दर्ज था. ऑस्ट्रेलिया के इस बल्लेबाज ने टेस्ट क्रिकेट में 29 शतक लगाए था. इस रिकॉर्ड को 29 दिसंबर 1983 को सुनील गावस्कर ने तोड़ा थाय
इसी दिन गावस्कर ने अपना 30वां टेस्ट शतक पूरा किया. और टेस्ट क्रिकेट में सबसे अधिक शतकों का रिकॉर्ड गावस्कर के नाम हो गया. आपको बता दें कि 1983-84 में वेस्टइंडीज की टीम भारत के दौरे पर आई थी और विंडीज टीम ने पांच मैच की वनडे सीरीज में भारत को 5-0 से हराया था. फिर 6 मैच की टेस्ट सीरीज हुई तो विंडीज टीम ने 3 मैच जीते और बाकी 3 ड्रॉ हो गए.
गावस्कर ने खेली शानदार पारी
सीरिज के छठे दिन, वेस्टइंडीज ने अपनी पहली पारी में 313 रन का स्कोर खड़ा किया था. इसके बाद भारतीय टीम से गावस्कर ने दोहरा शतक लगाया और 8 विकेट पर 451 रन बनाकर अपनी पारी घोषित की. गावस्कर ने 236 रन की पारी खेली. इस टेस्ट मैच में उन्होंने सुर्खियां बटोरीं.