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Syed Mushtaq Ali: जिसके नाम पर है घरेलू टी20 ट्रॉफी, उस क्रिकेटर ने विदेश में भारत के लिए बनाई थी पहली सेंचुरी

मशहूर क्रिकेटर सैयद मुश्ताक अली के नाम हर साल टी20 घरेलू ट्रॉफी आयोजित होती है. सैयद मुश्ताक भारत के पहले ऐसे क्रिकेटर हैं, जिन्होंने विदेशी धरती पर शतक लगाया था. उस मैच में भारत की तरफ से 2 शतक लगे थे. दूसरा शतक विजय मर्चेंट ने लगाया था. सैयद मुश्ताक अली ने सिर्फ 11 टेस्ट मैच खेला.

Syed Mushtaq Ali Syed Mushtaq Ali

इन दिनों सैयद मुश्ताक अली टी20 ट्रॉफी की खूब चर्चा हो रही है. इसमें खूब रन बन रहे हैं. रोज कुछ ना कुछ रिकॉर्ड बन रहे हैं. लेकिन क्रिकेट फैंस के दिमाग में एक सवाल उठ रहा है कि आखिर देश की इस घरेलू टी20 ट्रॉफी का नाम सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी क्यों रखा गया है? आखिर ये कौन हैं? तो आपको बता दें कि सैयद मुश्ताक अली भारत के पहले ऐसे क्रिकेटर थे, जिन्होंने विदेशी धरती पर शतक बनाया था. चलिए आपको इस महान और धुरंधर क्रिकेटर के बारे में डिटेल बताते हैं.

कौन थे विस्फोटक बल्लेबाज सैयद मुश्ताक अली-
सैयद मुश्ताक अली का जन्म 17 दिसंबर 1914 को इंदौर में हुआ था. मुश्ताक अली ने क्रिकेट करियर बाएं हाथ के स्पिनर के तौर में शुरू किया था. लेकिन उन्होंने अपने क्रिकेट करियर का अंत विस्फोटक बल्लेबाज के रूप में किया. उनके सामने चाहे जैसा गेंदबाज हो, उनका खेलने का अंदाज एक जैसा ही रहता था. क्रिकेट में उनके शानदार योगदान के लिए साल 1964 में उनको सरकार ने पद्मश्री से नवाजा. बीसीसीआई ने साल 2009-10 में उनके नाम पर टी-20 ट्रॉफी की शुरुआत की.

विदेशी धरती पर जड़ा था पहला शतक-
सैयद मुश्ताक अली ने वैसे तो अपने करियर में 11 टेस्ट मैच ही खेल पाए थे. लेकिन इस छोटे से करियर में भी उनके नाम दो बहुत ही अद्भुत कारनामे दर्ज हैं. सैयद मुश्ताक ने साल 1934 में 19 साल की उम्र में इंग्लैंड के खिलाफ डेब्यू किया था. साल 1936 में इंग्लैंड दौरे पर सैयद मुश्ताक अली ने अपना नाम इतिहास में दर्ज करा दिया. ओल्ड ट्रैफर्ड के मैदान पर मुश्ताक ने इंग्लैंड के खिलाफ शतक जड़ दिया. यह विदेशी धरती पर किसी भी भारतीय का पहला शतक था.  उस पारी में सैयद मुश्तक ने 17 चौकों की मदद से 112 रन की पारी खेली थी. मुश्ताक के साथ पारी की शुरुआत करने वाले विजय मर्चेंट ने 114 रन बनाए थे. जो विदेशी धरती पर किसी भी भारतीय का दूसरा शतक था. मुश्ताक अली की इस पारी को साल 2017 में विजडन एशिया क्रिकेट के पोल में ऑल टाइम शतकों की लिस्ट में 18वें नंबर पर रखा गया था.

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मुश्ताक का आखिरी टेस्ट-
मुश्ताक अली ने आखिरी टेस्ट मैच साल 1952 में इंग्लैंड के खिलाफ खेला था. इस मैच में भारतीय टीम ने जीत हासिल की थी. भारत के टीम ने इस मैच में इंग्लैड को पारी और 8 रन से हराया था. इस मैच में वीनू मांकड़ ने टीम के लिए जरूरी भूमिका निभाई थी. इस मैच के बाद मुश्ताक अली ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से सन्यास ले लिया.

फर्स्ट क्लास में 13 हजार से ज्यादा रन-
मुश्ताक अली ने वैसे तो 11 टेस्ट खेले और 32.21 की औसत 612 रन बनाए थे. इस दौरान उन्होंने 2 शतक और 3 अर्धशतक बनाए थे. उनका सर्वोच्च स्कोर 112 रन रहा. उनका दूसरा शतक वेस्टइंडीज के खिलाफ कोलकाता में बना था. मुश्ताक अली ने 226 फर्स्ट क्लास मैच भी खेले. जिसमें उन्होंने 35.9 की औसत से 13213 रन बनाए. जिसमें उन्होंने 30 शतक और 63 अर्धशतक लगाए. बॉलिंग में भी उन्होंने कमाल दिखाया  और 162 फर्स्ट क्लास विकटे लिए.

नो मुश्ताक-नो टेस्ट-
'नो मुश्ताक-नो टेस्ट' नारा भारतीय क्रिकेटर सैयद मुश्ताक अली की लोकप्रियता का आलम दिखाता है. जब भारतीय टीम को कलकत्ता में ऑस्ट्रेलिया के साथ एक इनफॉर्मल टेस्ट मैच खेलना था, तब मुश्ताक अली को इस टीम में शामिल नहीं किया गया था. दर्शकों को पता चलते ही उन्होंने स्टेडियम के बाहर हंगामा कर दिया. भीड़ ने सेलेक्शन कमेटी के चीफ दलीपसिंह को घेर लिया और 'नो मुश्ताक-नो टेस्ट' के नारे लगाए. उनकी मांग थी अगर मुश्ताक अली नहीं खेलेंगे तो टेस्ट मैच भी नहीं होगा.

(ये स्टोरी निशांत कुमार ने लिखी है. निशांत GNTTV.COM में बतौर इंटर्न काम करते हैं.)

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