टी20 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम अपने अभियान की शुरुआत पाकिस्तान के खिलाफ करेगी. बता दें, पिछले साल भी भारत का पहला मैच पाकिस्तान से ही था और टीम इंडिया को उस मैच में 10 विकेट से करारी हार मिली थी. इस बार इन कारणों से ही भारतीय टीम पहले ही आस्ट्रेलिया पहुंच गई और अभ्यास मैच में हिस्सा भी लिया. इसके साथ खुद भी टीम के खिलाड़ी वहां के माहौल में ढलने के लिए घूमने से लेकर फिल्ड में जमकर अभ्यास भी किया. इस बार रोहित शर्मा की कप्तानी वाली टीम इंडिया की तैयारी पुख्ता है, लेकिन उसके बावजूद टीम में कुछ कमजोरियां भी हैं. यहां हम आपको भारत के कमजोरी और मजबूती दोनों पक्षों के बारे में बता रहे हैं.
पिछली बार ग्रुप स्टेज से ही बाहर हो गई थी टीम इंडिया
पिछले टी20 विश्व कप में भारत के प्रदर्शन की बात करें तो टीम इंडिया ग्रुप स्टेज से ही बाहर हो गई थी. इसके बाद भारत के कप्तान और कोच दोनों बदल दिए गए थे. उसके बाद से ही कप्तान रोहित शर्मा और कोच राहुल द्रविड़ ने टी20 विश्व कप की तैयारी शुरू कर दी थी. इसके बाद भारतीय बल्लेबाजों ने अपना रवैया बदला और टीम इंडिया ने कोई भी टी20 सीरीज नहीं गंवाई है.
लेकिन सवाल यहीं उठता है कि ऐसा ही प्रदर्शन बड़े मैचों में टीम इंडिया के प्लेयर क्यों नहीं कर पाते हैं. इस बार भारतीय बल्लेबाजी अलग दिख रही है. पहले के मुकाबले भारतीय बल्लेबाज निडर होकर ज्यादा खेल रहे हैं. हालांकि, इसकी वजह से कई मौकों पर जल्दी विकेट भी गिरते हैं और टीम छोटे स्कोर पर सिमट जाती है.
भारत की बल्लेबाजी है मजबूत पक्ष
वर्तमान समय में भारतीय टीम की बल्लेबाजी सबसे मजबूत पहलू है. रोहित-राहुल की सलामी जोड़ी अच्छा खेल रही है. वहीं मध्यक्रम में विराट और सूर्यकुमार शानदार लय में हैं. इसके बाद हार्दिक पांड्या और दिनेश कार्तिक भी अच्छी बल्लेबाजी कर रहे हैं. खास बात ये है कि ये बल्लेबाज आस्ट्रेलिया के पिचों पर बल्लेबाजी करने में सक्षम हैं.
पुछल्ले बल्लेबाज भी अपने बल्ले से अच्छा योगदान दे सकते हैं. चाहे उनमें अक्षर पटेल, भुवनेश्वर कुमार, हर्षल पटेल और रविचंद्रन अश्विन हों, सभी बल्ले से अच्छा खेल दिखा रहे हैं. ऐसे में भारत के लिए बड़ा स्कोर बनाना आसान रहेगा. लेकिन इनके साथ बल्लेबाजों को खेल की परिस्थिति का भी सही आंकलन करना होगा. वहीं अगर लक्ष्य के पीछा करने के हिसाब से देखें तो पिछले दो साल में लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम का रिकॉर्ड शानदार है. विराट कोहली से लेकर लोकेश राहुल और सूर्यकुमार यादव तक सभी बल्लेबाज लक्ष्य का पीछा करने में माहिर हैं.
डेथ ओवरों में गेंदबाजी है चिंता का विषय
टीम इंडिया की सबसे बड़ी कमजोरी डेथ ओवरों की गेंदबाजी है. डेथ ओवरों में टीम के गेंदबाज विरोधी टीम पर अंकुश नहीं लगा पाते हैं. इस कारण टीम को पिछले कुछ मैचों करीबी हार भी मिली है. सबसे बड़ी बात ये है कि इस बार जसप्रीत बुमराह भी टीम में नहीं हैं. उनकी जगह शामिल किए गए मोहम्मद शमी कोरोना से रिकवर होकर आए हैं. 2021 के वर्ल्ड कप के बाद शमी ने एक भी टी-20 मैच नहीं खेला है. हालांकि आस्ट्रेलिया के खिलाफ वार्म अप मैच में अंतिम ओवर करने आए शमी ने शानदार गेंदबाजी की थी, जिससे जरूर टीम इंडिया का आत्मविश्वास बढ़ा होगा.
अगर गेंदबाजी भारतीय टीम की ठीक नहीं हुई को विश्व कप जीतना मुश्किल हो जाएगा. क्योंकि यहां हर एक मैचों का महत्व होता है और एक भी मैच हारना भारी पड़ सकता है. भारत के लिए सबसे बड़ा झटका तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा का बाहर होना है. इस कारण टीम का गेंदबाजी संयोजन सही नहीं हो पा रहा है.
भारत-पाकिस्तान की फुल स्क्वॉड
भारतीय टीम: रोहित शर्मा (कप्तान), केएल राहुल (उप-कप्तान), विराट कोहली, सूर्यकुमार यादव, दीपक हुड्डा, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), दिनेश कार्तिक (विकेटकीपर), हार्दिक पंड्या, आर. अश्विन, युजवेंद्र चहल, अक्षर पटेल, भुवनेश्वर कुमार, हर्षल पटेल, अर्शदीप सिंह, मोहम्मद शमी.
स्टैंडबाय खिलाड़ी: श्रेयस अय्यर, रवि बिश्नोई, मोहम्मद सिराज, शार्दुल ठाकुर.
पाकिस्तान टीम: बाबर आजम (कप्तान), शादाब खान, आसिफ अली, हैदर अली, हारिस रऊफ, इफ्तिखार अहमद, खुशदिल शाह, मोहम्मद हसनैन, मोहम्मद नवाज, मोहम्मद रिजवान, मोहम्मद वसीम जूनियर, नसीम शाह, शाहीन शाह आफरीदी, शान मसूद, फखर जमां.
ट्रेवलिंग रिजर्व: मोहम्मद हारिस, उस्मान कादिर और शाहनवाज दहानी.