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World Cup 2023: लगातार 8 टीमों को हरा चुकी है टीम इंडिया, अब भारत को रोकना किसी के बस की बात नहीं, इन वजहों से रोहित ब्रिगेड कप की है प्रबल दावेदार

Great Journey of Team India in World Cup 2023: टीम इंडिया इस विश्व कप में अब तक 8 में से 8 मुकाबले जीत चुकी है. विजय की वजह रोहित सेना की शानदार गेंदबाजी और सर्वश्रेष्ठ बैटिंग लाइन अप है. इसी तरह भारतीय टीम खेलती रही तो विश्व कप 2023 पर कब्जा करने से उसे कोई रोक नहीं सकता है. 

रोहित ब्रिगेड सारी टीमों पर भारी रोहित ब्रिगेड सारी टीमों पर भारी
हाइलाइट्स
  • रोहित ब्रिगेड के हौसले बुलंद

  • अलग-अलग खिलाड़ी निभा रहे मैच विनर की भूमिका

विश्व कप 2023 में टीम इंडिया का विजयी रथ जारी है. एक-दो नहीं, लगातार 8 जीत के बाद रोहित ब्रिगेड के हौसले बुलंद हैं. भारतीय टीम सेमीफाइनल में पहुंच चुकी है. अब वह विश्व विजेता बनने से सिर्फ दो कदम (सेमीफाइनल और फाइनल) दूर है.

फैंस उस दिन का इंतजार कर रहे जब 12 साल बाद टीम इंडिया के हाथों में वनडे विश्व कप की ट्रॉफी होगी. भारतीय टीम के अब तक के प्रदर्शन से यही साफ होता है कि वह दिन अब दूर नहीं है. जब हम टीम इंडिया को चैंपियन बनते हुए देखेंगे. भारत इस साल बिना हारे चैंपियन बनता हुआ दिखाई दे रहा है. हम क्यों ये बात कर रहे हैं. आइए आपको इन बड़ी वजहों के आधार पर ये समझाते हैं.

शानदार गेंदबाजी और सर्वश्रेष्ठ बैटिंग लाइन अप
टीम इंडिया ने इस विश्व कप में अब तक 8 में से 8 मुकाबले में जीत चुकी है. वजह उनकी शानदार गेंदबाजी और सर्वश्रेष्ठ बैटिंग लाइन अप है. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मुकाबले को छोड़ दे तो बचे हुए सभी मैचों में टीम इंडिया बिना किसी प्रेशर के खेलते दिखी. पाकिस्तान, नीदरलैंड, श्रीलंका, अफगानिस्तान और साउथ अफ्रीका जैसी टीमों के खिलाफ तो टीम इंडिया ने आसान जीत दर्ज की. यह बेशक टीम इंडिया के लिए शुभ संकेत हैं.

रोहित शर्मा की बेजोड़ कप्तानी
बात करते हैं रोहित शर्मा की कप्तानी की तो रोहित विश्व कप में ऐसी कप्तानी कर रहे हैं. जिस तरह महेंद्र सिंह धोनी अपने करियर के दौरान किया करते थे. कई लोगों ने तो उन्हें इस विश्व कप में धोनी जैसा ही बताया है. रोहित शर्मा टी-20 वर्ल्ड कप-2022 में कई बार मैदान पर गुस्सा होते नजर आए. यह उनकी छवि के विपरीत थी. 

वह कूल एंड कंपोज कप्तान माने जाते हैं, लेकिन वह पूरे टूर्नामेंट में अतिरिक्त दबाव में दिखाई दिए. हालांकि, इस बार वह असली रोहित नजर आ रहे हैं. उनकी विपक्षी टीम के लिए रणनीति और मैदान पर पॉजिटिव अप्रोच ने काफी कुछ बदल दिया है. साउथ अफ्रीका के खिलाफ मैच में भी वह लगातार मैदान पर मेसेज भिजवाते दिखे, जिसकी हर कोई तारीफ करते दिखा. कोहली ने भी बताया कि टीम की रणनीति थी कि वह मैदान पर टिकें, जबकि दूसरा बल्लेबाज शॉट खेलें. रोहित सिर्फ कप्तानी से ही नहीं बल्कि बल्ले से भी हिट रहे हैं.

हर खिलाड़ी मैदान पर शत प्रतिशत दे रहा योगदान
इस समय टीम इंडिया के पास कमाल की बॉलिंग-बैटिंग यूनिट है. विराट कोहली, रोहित शर्मा जैसे खिलाड़ी बल्ले से कमाल का प्रदर्शन कर रहे हैं. इसके अलावा सूर्यकुमार यादव, केएल राहुल और रवींद्र जडेजा भी समय-समय पर टीम के लिए अहम भूमिका निभा रहे हैं. इस साल सबसे ज्यादा बात टीम इंडिया की बॉलिंग यूनिट की हो रही है. 

मोहम्मद सिराज, कुलदीप यादव, मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह ऐसे नाम हैं. जिन्होंने लगभग हर मैच में कमाल का परफॉर्म किया है. अच्छी बात तो यह है कि हर मैच में अलग-अलग मैच विनर निकलकर आ रहे हैं. आउट ऑफ फॉर्म चल रहे श्रेयस अय्यर और शुभमन गिल ने श्रीलंका के खिलाफ अच्छी बैटिंग की. जडेजा ने न्यूजीलैंड के खिलाफ बल्ले से कोहराम मचाया था. विराट कोहली तो कई मैचों में गदर मचा चुके हैं.

शुरू में ही विध्वंसक रूप अपना ले रही टीम इंडिया
टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ओपनिंग करने के लिए मैदान पर उतरते हैं तो उनकी कोशिश पहली गेंद से विपक्षी टीम पर दबाव बनाने की होती है. हमने देखा कि किस तरह से उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ शाहीन अफरीदी, हारिस रऊफ, साउथ अफ्रीका के खिलाफ मार्को यानसेन, लुंगी एंगिडी पर हमला बोलते हुए हौसले पस्त कर दिए. इंग्लैंड के खिलाफ खेली गई पारी को कौन भूल सकता है. उनके अलावा गिल, कोहली, अय्यर और केएल राहुल का भी यही अंदाज रहा है. देखा जाए तो टीम इंडिया शुरुआती 10 ओवरों में ही विध्वंसक बैटिंग से मैच का रुख तय कर रही है.

टीम इंडिया को मानसिक बढ़त हासिल 
टीम इंडिया के लिए एक और एक्स फैक्टर यह है कि टूर्नामेंट भारत में हो रहा है. चारों तरफ उसके अपने ही लोग हैं. स्टेडियम में जनसैलाब उमड़ रहा है. हर शॉट, कैच और विकेट पर 'जितेगा भारत', विराट-विराट, रोहित-रोहित, बूम-बूम बुमराह, शमी... का शोर विपक्षी टीम को दहलाने के लिए काफी है. देखा जाए तो फैंस इस वक्त 12वें प्लेयर की भूमिका में हैं. ऐसा कोई मैदान नहीं है, जिस पर टीम इंडिया का कोई खिलाड़ी खेला ने हो. कुल मिलाकर टीम इंडिया को विपक्षी टीम पर कई गुना मानसिक बढ़त हासिल है.

रोहित सेना के आगे सभी टीमें डाल चुकी हैं हथियार 
भारतीय जूनियर टीम राहुल द्रविड़ की कोचिंग में विश्व विजेता बनी थी. राहुल द्रविड़ सीनियर टीम को एक ट्रैक पर लाने के बाद अब विश्व विजेता बनने की ओर बढ़ रहे हैं. उन्होंने विश्व कप से ठीक पहले टीम की फिटनेस से लेकर दिनचर्या को लेकर भी प्लानिंग की. अब उसका रिजल्ट देखने को मिल रहा है. फिलहाल भारत के सामने सभी टीमें हथियार डाल चुकी हैं. टीम इंडिया हर पैंतरा सटीक बैठा है. रोहित सेना इसी तरह से खेलती रही तो विश्व कप पर कब्जा करने से कोई रोक नहीं सकता है.