दुनिया में पहली बार टेस्ट क्रिकेट मैच आज के दिन यानी 15 मार्च 1877 को इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेला गया था. इस टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया ने जीत हासिल की थी. पहले टेस्ट मैच में ही पहला टेस्ट शतक भी लगा था. जिसे ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज चार्ल्स बैनरमैन ने लगाया था. चलिए आपको पहले टेस्ट मैच के रिकॉर्ड्स और नियमों के बारे में बताते हैं.
कब से कब तक खेला गया था पहला टेस्ट-
पहला टेस्ट मैच ऑस्ट्रेलिया और इंगलैंड के बीच मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर खेला गया था. इस मैच में इंग्लैंड टीम के कप्तान जेम्स लिलीवाइट थे, जबकि ऑस्ट्रेलियाई टीम की कप्तानी डेव ग्रेगरी के हाथों में थी. ये टेस्ट मैच 5 दिन तक यानी 15 मार्च से 19 मार्च तक चला था. आपको बता दें कि उस समय आज की तरह टेस्ट मैच के लिए 5 दिन का समय तय नहीं था. उस समय नियम था कि दोनों टीमों को 2-2 पारियां खेलनी है. इसके लिए टीमें चाहे जितना समय लें.
बल्लेबाज बैनरमैन ने बनाया रिकॉर्ड-
क्रिकेट इतिहास का पहला टेस्ट मैच ऑस्ट्रलिया के चार्ल्स बैनरमैन के लिए बेहद खास था. बैनरमैन ने इस टेस्ट मैच के पहले दिन ही शतक बना डाला था. इस तरह से टेस्ट क्रिकेट में पहला शतक लगाने का रिकॉर्ड बैनरमैन के नाम दर्ज हो गया. चार्ल्स बैनरमैन ने 165 रनों की शानदार पारी खेली थी. बैनरमैन इस पारी में आउट नहीं हुए थे, चोट लगने की वजह से वो रिटायर्ड हर्ट हुए थे. बैनरमैन की उंगली में चोट लगी थी, जिसके बाद वो रिटायर्ड हर्ट हो गए थे.
टेस्ट मैच की पहली गेंद फेंकने का रिकॉर्ड इंग्लैंड के गेंदबाज अल्फ्रेड शॉ के नाम दर्ज है. जबकि पहली गेंद खेलने का रिकॉर्ड बैनरमैन के नाम दर्ज है.
पहले टेस्ट मैच में क्या हुआ-
क्रिकेट इतिहास के पहले टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया के कप्तान डेव ग्रेगरी ने टॉस जीता और पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया. ऑस्ट्रेलिया की टीम ने पहली पारी में 245 रन का स्कोर खड़ा किया. इस पारी में बैनरमैन के अलावा कोई भी ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी 20 रन से ज्यादा का स्कोर नहीं बना सका था. इसके जवाब में इंग्लैंड की पूरी टीम पहली पारी में 196 रनों पर सिमट गई. इंग्लैंड की तरफ से ओपनर हैरी जूप ने 63 रन, हैरी चार्लवुड ने 36 रन और एलन हिल ने 35 रनों की पारी खेली थी. इस तरह से पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया को 49 रनों की बढ़त मिली थी.
ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी फ्लॉप-
दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज फ्लॉप साबित हुए. पूरी टीम 104 रनों पर ढेर हो गई. ऑस्ट्रेलिया के 7 खिलाड़ी दहाई का आंकड़ा भी नहीं छू पाए थे. ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज टॉम हैरोन ने सबसे ज्यादा 20 रन बनाए थे. इसके अलावा बिल्ली मिडविंटर ने 17 रन की पारी खेली थी. इंग्लैंड के गेंदबाज अल्फ्रेंड शॉ ने 5 और जॉज उलिएट ने 3 खिलाड़ियों को पवेलियन भेजा. जबकि एलन हिल और जेम्स लिलीवाइट ने एक-एक खिलाड़ियों को आउट किया.
इंग्लैंड को 154 रन का मिला टारगेट-
क्रिकेट इतिहास के पहले टेस्ट मैच में जीत के लिए इंग्लैंड को 154 रन का टारगेट मिला. लेकिन इंग्लैंड की शुरुआत अच्छी नहीं रही. ओपनर एलेन हिल बिना खाता खोले आउट हो गए. जबकि एंड्रयू ग्रीनवुड सिर्फ 5 रन और हैरी जुप्प 4 रन बनाकर पवेलियन लौट गए. इंग्लैंड की पूरी टीम 108 रन पर ऑलआउट हो गई और ऑस्ट्रेलिया ने पहला टेस्ट मैच 45 रनों से जीत लिया. इंग्लैंड की तरफ से सबसे ज्यादा जॉन सेल्बी ने सबसे ज्यादा 38 रन और जॉर्ज उलयेटी ने 24 रनों की पारी खेली थी. ऑस्ट्रेलिया की तरफ से गेंदबाज टॉम कैंडल ने 7 खिलाड़ियों को आउट किया.
पहले टेस्ट मैच में क्या थे नियम-
आधुनिक क्रिकेट में कई नियम-कायदे बन गए हैं. खिलाड़ियों पर कई तरह की पाबंदियां हैं. लेकिन जब पहली बार टेस्ट मैच खेला गया था तो कोई खास नियम-कायदे नहीं थे. आज की तरह टेस्ट मैच 5 दिन का नहीं था. दोनों टीमों को 2-2 पारियां खेलनी थी. इसके लिए दोनों टीमें जितना दिन चाहें, उतना दिन खेल सकती थीं. जब क्रिकेट इतिहास का पहला टेस्ट मैच खेला गया था, उस समय एक ओवर में 6 गेंद की बजाय 4 गेंद फेंकने का नियम था. इसके अलावा उस समय टेस्ट मैच के बीच में रेस्ट का नियम भी था. नियम के मुताबिक 3 दिन का खेल खत्म होने के बाद चौथा दिन आराम के लिए होता था. पहले टेस्ट मैच में 18 मार्च को रेस्ट डे था. इसका मतलब है कि पहला टेस्ट मैच सिर्फ 4 दिन में खत्म हो गया था.
ये भी पढ़ें: