भारत और इंग्लैंड के बीच अंडर-19 वर्ल्ड कप 2022 का फाइनल मुकाबला आज खेला जा रहा है. एंटीगुआ के नॉर्थ ग्राउंड स्थित सर विवियन रिचर्ड्स स्टेडियम में चल रहे मैच में इंग्लैंड U19 ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था. स्कोर बोर्ड की बात करें तो भारत को फाइनल मुकाबले में जीत के लिए 190 रनों का लक्ष्य मिला है. इंग्लैंड की टीम 189 रन पर ऑल आउट हो गयी. आईसीसी अंडर-19 वर्ल्ड कप 2022 के फाइनल में भारत के तेज गेंदबाजों के सामने इंग्लैंड की हालत पस्त दिखी. रवि कुमार ने शुरुआती ओवरों में ही दो विकेट लेकर इंग्लैंड की शुरुआत को ही खराब कर दिया. रवि कुमार के कहर से इंग्लैंड उबरा भी नहीं था कि ऑलराउंडर राज अंगद बावा की गेंदों ने इंग्लैंड की कमर ही तोड़ दी.
अंडर-19 वर्ल्ड कप 2022 के फाइनल में पहले बल्लेबाजी करती हुई इंग्लैंड की टीम ने 44.5 ओवर में 189 रन बनाए. इंग्लैंड की बैटिंग को तहस-नहस करने में ऑलराउंडर राज अंगद बावा का अहम योगदान है.19 साल के राज बावा ने 4 ओवरों के अंदर 4 विकेट हासिल कर इंग्लैंड के टॉप और मिडिल ऑर्डर को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया. उन्होंने इस फाइनल मैच में 5 विकेट झटके. इंग्लैंड की ओर से जेम्स रियू ने सबसे ज्यादा 95 रनों का योगदान दिया. भारत की ओर से राज बावा ने पांच और रवि कुमार ने चार विकेट चटकाए.
हैट्रिक से चूके
राज बावा ने अपने पहले चार ओवरों में ही 3 विकेट झटके. इसमें से चौथे ओवर की आखिरी दो गेंदों पर दो विकेट उन्होंने हासिल किए. हालांकि, वो हैट्रिक पूरी नहीं कर सके, लेकिन उनकी जबरदस्त बॉलिंग के कारण इंग्लैंड ने सिर्फ 61 रन पर 6 विकेट गंवा दिए थे. खास बात ये है कि राज बावा सिर्फ बॉलिंग में ही नहीं, बल्कि बैटिंग में भी अपना दम दिखा चुके हैं. इसी वर्ल्ड कप में युगांडा के खिलाफ मैच में उन्होंने 162 रनों की जबरदस्त पारी खेली थी. ये वर्ल्ड कप के इतिहास में भारत के लिए सबसे बड़ा स्कोर है.
पिता सुखविंदर बावा रह चुके हैं युवराज सिंह के कोच
अंडर-19 वर्ल्ड कप 2022 में अपने प्रदर्शन से भारतीय क्रिकेट प्रेमियों का दिल जीतने वाले राज बावा का जन्म 12 नवंबर 2002 को हिमाचल प्रदेश में एक एथलीट परिवार में हुआ था. राज के ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट दादा त्रिलोचन बावा 1948 लंदन ओलंपिक गेम्स में भारतीय हॉकी टीम का हिस्सा रह चुके हैं. हालांकि, जब राज महज 5 साल के थे, तभी उनके दादा का निधन हो गया था. राज के पिता सुखविंदर बावा भी हरियाणा की जूनियर टीम से हॉकी खेल चुके हैं. 1988 में उन्हें भारत अंडर -19 शिविर में भी शामिल किया गया था. पर जब वे 22 साल के थे, तब उन्हें स्लिप डिस्क के चलते वे क्रिकेट कोच बन गए. राज बावा के पिता सुखविंदर बावा टीम इंडिया के पूर्व खिलाड़ी युवराज सिंह के कोच रहे हैं. सुखविंदर बावा ने ही युवराज को शुरुआती दिनों में क्रिकेट की ट्रेनिंग दी थी. यहां तक कि टीम इंडिया में आने के बाद भी युवराज सुखविंदर बावा की एकेडमी में प्रैक्टिस के लिए आते थे.
युवराज सिंह से हैं प्रभावित
राज बावा खुद भी युवराज सिंह से काफी प्रभावित हैं. युवराज सिंह की जर्सी का नंबर ’12’ रहा है. ऐसे में राज बावा भी अपना लकी नंबर ’12’ ही मानते हैं और इसी नंबर की जर्सी पहनते हैं. राइट आर्म फास्ट मीडियम बॉलर राज बावा लेफ्ट हैंड से बल्लेबाजी करते हैं, इसके पीछे की वजह भी युवराज सिंह ही हैं. जब राज युवराज के करीब आए, तो उन्होंने अपनी बैटिंग का अंदाज बदला, इससे पहले वह राइट हैंड से ही बल्लेबाजी करते थे. राज वह दाएं हाथ से गेंदबाजी करते हैं लेकिन बाएं हाथ से बल्लेबाजी करते हैं.
एक्टर बनना चाहते थे राज
क्रिकेट की पिच पर गेंदबाजों और बल्लेबाजों को नचाने वाले राज बावा डांस के शौकीन हैं. वो एक्टर बनना चाहते थे, लेकिन जब पिता के साथ क्रिकेट मैच देखने स्टेडियम पहुंचे तो उन्होंने इसी फील्ड में अपना करियर बनाने का मन बना लिया. इसके बाद पिता ने बेटे के हुनर को देखते हुए उसे निखारा और राज बावा के क्रिकेट करियर को एक दिशा दी. एक इंटरव्यू में अपने पिता के बारे में बात करते हुए राज ने कहा, "मेरे पिता को मेरे क्रिकेट के बारे में पता था. वह जानते थे कि तेज गेंदबाजी मुझे स्वाभाविक रूप से आती है, इसलिए वह मेरी बल्लेबाजी पर ध्यान देना चाहते थे. शुरुआत में मेरा ध्यान सिर्फ बल्लेबाजी पर था फिर मैंने ऑफ स्पिन गेंदबाजी करना शुरू किया.
तोड़ा शिखर धवन का रिकॉर्ड
घरेलू टूर्नामेंटों में चंडीगढ़ का प्रतिनिधित्व करने के बाद, राज बावा ने दिसंबर 2021 में दुबई में अफगानिस्तान के खिलाफ अपना पहला अंडर-19 इंटरनेशनल मैच खेला. 23 जनवरी 2022 को राज ने तब सुर्खियां बटोरीं जब उन्होंने युगांडा के खिलाफ अंडर -19 वर्ल्ड कप मैच में 108 बॉल पर 162 रन बनाए. उनका स्कोर U19 विश्व कप में एक भारतीय बल्लेबाज का बनाया गया सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर है. इससे पहले शिखर धवन ने 2004 के टूर्नामेंट में स्कॉटलैंड के खिलाफ 155 रन बनाए थे. राज ने अंडर-19 विश्व कप 2022 के पहले मैच में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ चार विकेट भी लिए थे.
भारत की नजर पांचवें खिताब पर
भारत ने बुधवार को अंडर-19 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया को हराकर फाइनल में अपनी जगह बनाई है. खिताब का प्रबल दावेदार भारत अब तक चार बार 2000, 2008, 2012 और 2018 में अंडर-19 वर्ल्ड कप पर अपना कब्जा जमा चुका है. जिसके बाद उसकी कोशिश अब रिकॉर्ड पांचवें खिताब पर लगी है. वहीं, इंग्लैंड की कोशिश दूसरी बार इस ट्रॉफी को उठाने की है.