कानपुर का ग्रीनपार्क स्टेडियम, लखनऊ का अटलबिहारी वाजपेयी स्टेडियम के बाद, उत्तर प्रदेश के वाराणसी को भी अंतरराष्ट्रीय स्तर का क्रिकेट स्टेडियम मिलने का रास्ता साफ हो गया है. यानी अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के ही जरिए राज्य को एक इंटरनेशनल स्टेडियम का तोहफा मिलने जा रहा है.
BCCI ने दी मंजूरी
BCCI यानी भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला और सचिव जय शाह ने तकनीकी टीम के साथ अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम के लिए प्रस्तावित भूमि का इंस्पेक्शन किया. उसके बाद कई घंटों तक चली मैराथन बैठक में स्टेडियम के डिजाइन और उसमें आधुनिक सुविधाओं को लेकर बन रही लिस्ट को अंतिम रूप दिया गया.
300 करोड़ की रकम से तैयार हो रहा है स्टेडियम
करीब 300 करोड़ की भारी-भरकम राशि से तैयार होने वाले इस स्टेडियम के लिए 31 एकड़ जमीन की खरीद की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. इसमें ग्राम सभा की 14 एकड़ जमीन भी शामिल है. इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम के लिए अधिग्रहित 31 एकड़ जमीन के बदले उनके मालिकों यानी किसानों को 120 करोड़ का मुआवजा दिया जा चुका है. स्टेडियम की परियोजना को अमलीजामा पहनाने में जुटी यूपी सरकार किसानों से अधिग्रहित जमीन के टुकड़ों को लीज पर बीसीसीआई को देने जा रही है. जो तीन सौ करोड़ की लागत से वहां इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम बनाएगा.
इन सुविधाओं से लैस होगा स्टेडियम
स्टेडियम में तीस हजार ज्यादा दर्शकों के बैठने की सुविधा रहेगी. खिलाड़ियों के अभ्यास करने, रहने के लिए हॉस्टल समेत कई तरह की सुविधाएं होंगी. पवेलियन के अलावा चार ड्रेसिंग रूम और तीन प्रैक्टिस ग्राउंड भी बनाए जाएंगे. बारिश के पानी को निकालने के लिए खास आधुनिक सिस्टम लगाया जाएगा. स्टेडियम में खास एलईडी लाइटें भी लगाई जाएगी. ताकि डे-नाइट मैच करवाया जा सके. वाराणसी को जल्द मिलने जा रहे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में पार्किंग की व्यवस्था भी अच्छी होगी. माना जा रहा है इस स्टेडियम को अहमदाबाद के मोटेरा स्टेडियम की तर्ज पर ही बनाया जाएगा.
पूर्वांचल के पहले और यूपी के तीसरे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम की आधारशिला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगामी 24 मार्च को वाराणसी दौरे पर रख सकते हैं.