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Ind vs Ban 2nd Test: टेस्ट मैच सिर्फ.... कानपुर में खेल ठप्प होते ही कोहली का पुराना वीडियो वायरल, क्या बीसीसीआई को माननी चाहिए यह 'विराट' सलाह?

Ind vs Ban Kanpur Test: भारत और बांग्लादेश के बीच जारी कानपुर टेस्ट पर अनिश्चितता के बादल छाए हुए हैं. मैदान न सूखने की वजह से मैच में दो दिन से एक भी गेंद नहीं फेंकी गई है. इस सब के बीच टेस्ट क्रिकेट को लेकर कोहली का एक पुराना वीडियो वायरल हो रहा है.

यह वीडियो 2019 का है जब कोहली टीम के कप्तान हुआ करते थे. (Photo/PTI) यह वीडियो 2019 का है जब कोहली टीम के कप्तान हुआ करते थे. (Photo/PTI)
हाइलाइट्स
  • कानपुर टेस्ट में बारिश ने डाला खलल

  • टेस्ट सेंटर की तस्दीक कर चुके हैं कोहली

भारत और बांग्लादेश के बीच कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम (Green Park) में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट (Ind vs Ban 2nd Test) के तीन दिन पूरे हो चुके हैं. लेकिन मैच में अब तक सिर्फ 35 ओवर ही फेंके गए हैं. इसकी वजह यह है कि बारिश के बाद स्टेडियम को मैच के लिए तैयार नहीं किया जा सका है. पहले दिन का खेल जल्दी खत्म होने के बाद दूसरे दिन की सुबह कानपुर में बारिश हुई. हालांकि यह ग्रीन पार्क की आखिरी बारिश थी.

इसके बाद बारिश न होने के बावजूद स्टेडियम को सुखाया नहीं जा सका है. कानपुर स्टेडियम की बदहाली पर चर्चा गर्म होने के बाद भारत के पूर्व कप्तान और स्टार बल्लेबाज विराट कोहली (Virat Kohli) की एक पुरानी वीडियो वायरल हो रही है. जिसमें वह कहते नजर आ रहे हैं कि देश में सिर्फ पांच ऐसे मैदान होने चाहिए जिनपर टेस्ट मैच खेले जाएं. 

पुरानी वीडियो में क्या बोले कोहली?
यह वीडियो अक्टूबर 2019 का है. भारत और साउथ अफ्रीका के बीच तीन मैचों की टेस्ट सीरीज खत्म ही हुई थी. इस सीरीज के मैच विशाखापट्टनम, पुणे और रांची में खेले गए थे. ये तीनों ही शहर तीसरी बार एक टेस्ट मैच की मेज़बानी कर रहे थे. जब कोहली से पूछा गया कि क्या भारत को अपने टेस्ट मैच सिर्फ बड़े शहरों तक ही सीमित रखने चाहिए, तो उन्होंने इसका जवाब हां में दिया. 
 

कोहली ने कहा था, "हम इस बारे में बहुत लंबे वक्त से बात कर रहे हैं. मेरी राय में भारत में सिर्फ पांच टेस्ट सेंटर होने चाहिए. मैं समझता हूं कि अलग-अलग राज्यों के एसोसिएशन को मैच देने जरूरी हैं. ये टी20 और वनडे के लिए ठीक है. लेकिन टेस्ट क्रिकेट खेलने भारत आने वाली टीमों को पता होना चाहिए कि वे कौनसे पांच मैदानों में खेल रही हैं, पिच कैसी होगी और उन्हें देखने आने वाले लोग कैसे होंगे." 

टेस्ट सेंटर बनाने से होगा फायदा?
कोहली की सुझाई गई नीति से जुड़ा सबसे पहला सवाल यह उठता है कि इससे फायदा क्या होगा? कोहली वीडियो में आगे कहते हैं कि टेस्ट क्रिकेट को जिन्दा रखने के लिए खेल के सबसे लंबे फॉर्मैट को पांच शहरों में बांट दिया जाना चाहिए. ऐसे शहरों में मैच करवाकर कोई फायदा नहीं जहां स्टेडियम खाली रह जाएं. 

कोहली कहते हैं, "दूसरे देश खेलने जाना पहले ही चुनौती बन जाता है. हम भी कहीं जाते हैं तो हमें पता होता है कि हम किन स्टेडियम्स में मैच खेलेंगे. घरेलू दर्शक कैसे होंगे. और देखिए, अगर आप टेस्ट क्रिकेट को जीवित और रोमांचक बनाए रखना चाहते हैं तो मेरा यही पक्ष है कि पांच टेस्ट सेंटर होने चाहिए. आप इसे इतनी जगहों पर फैला कर नहीं रख सकते जहां लोग कभी मैच देखने आएं और कभी न आएं." 

किन देशों में हैं टेस्ट सेंटर?
अगर भारत यह नीति अपनाता है तो वह चुनिंदा टेस्ट सेंटर निर्धारित करने वाला पहला देश नहीं होगा. दुनिया को क्रिकेट का खेल देने वाला इंग्लैंड लंदन, मैनचेस्टर, लीड्स, बर्मिंघम और नॉटिंघम में अपने टेस्ट मैचों को सीमित रखता है. वर्तमान वर्ल्ड टेस्ट चैंपियन ऑस्ट्रेलिया भी सिडनी, मेलबर्न, एडिलेड, पर्थ, ब्रिस्बेन और होबार्ट में ही अपने मैच खेलता है. इसके अलावा साउथ अफ्रीका और न्यूजीलैंड ने भी टेस्ट क्रिकेट के लिए चुनिंदा केंद्र निर्धारित किए हुए हैं. 

कई देशों ने खास मौकों के लिए खास स्टेडियम भी चुने हुए हैं. मिसाल के तौर पर, ऑस्ट्रेलिया हर साल के अंत में होने वाला 'बॉक्सिंग डे' टेस्ट मैच मेलबर्न में आयोजित करता है, जबकि नए साल पर होने वाले टेस्ट की मेजबानी सिडनी में करने की परंपरा है. इसी तरह साउथ अफ्रीका अपने बॉक्सिंग डे और नए साल के टेस्ट मैच क्रमशः डरबन और केप टाउन में आयोजित करता है. 

इंग्लैंड सर्दियां शुरू होने से पहले हर साल सीजन का आखिरी टेस्ट मैच लंदन के ओवल में आयोजित करता है. इस तरह ये देश क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक संस्कृति तैयार करने में कामयाब रहे हैं जहां लोग क्रिकेट को एक उत्सव की तरह मनाने लगे हैं.