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फेक फील्डिंग में फंसते कोहली तो बदल जाते मैच के नतीजे, जानिए क्या है आईसीसी का नियम

बीते दिन हुए भारत और बांग्लादेश के मैच में विराट कोहली की फेक फील्डिंग को लेकर बड़ी कॉन्ट्रोवर्सी हो रही है. बांग्लादेश टीम का दावा है कि विराट कोहली ने बांग्लादेशी पारी के सांतवें ओवर में फेक फील्डिंग की. बता दें कि अगर अंपायर ने उस वक्त देखा होता, तो टीम इंडिया को पांच रनों की पेनाल्टी चुकानी पड़ती.

फेक फील्डिंग में फंसते कोहली तो का बदल जाते मैच के नतीजे फेक फील्डिंग में फंसते कोहली तो का बदल जाते मैच के नतीजे
हाइलाइट्स
  • टीम इंडिया को गंवाने पड़ सकते थे पांच रन

  • बांग्लादेशी टीम ने किया फेक फील्डिंग का दावा

बुधवार को हुए भारत और बांग्लादेश के मैच में किस्मत ने टीम इंडिया का खूब साथ निभाया. ऐसा भी कहा जा सकता है कि अगर किस्मत साथ न देती तो, नतीजे शायद कुछ हो सकते थे. आईसीसी टी 20 वर्ल्ड कप 2022 में ग्रुप-2 में 2 नवंबर को भारत और बांग्लादेश के बीच मैच एडिलेड ओवल मैदान पर खेला गया. इस मैच में कई सारी कॉन्ट्रोवर्सी भी हुई. जिसमें नोबॉल कॉन्ट्रोवर्सी, बारिश के बाद मैच शुरू होने को लेकर कॉन्ट्रोवर्सी के साथ-साथ फेक फील्डिंग कॉन्ट्रोवर्सी भी देखने को मिली. तो चलिए आज आपको इस फेक फील्डिंग कॉन्ट्रोवर्सी के बारे में बताते हैं, साथ ही ये भी बताएंगे कि आईसीसी के इसको लेकर क्या नियम हैं?

क्या है फेक फील्डिंग कॉन्ट्रोवर्सी?
बारिश से पहले जब बांग्लादेशी टीम बल्लेबाजी कर रही थी, तब विराट कोहली की एक गलती से टीम इंडिया को पांच रनों की पेनल्टी झेलनी पड़ सकती थी. हालांकि अंपायर इस घटना को नोटिस नहीं सके और भारत बाल-बाल बच गया. डकवर्थ लुइस मेथड के मुताबिक टीम इंडिया ने ये मैच पांच रनों से ही जीता, लेकिन अगर कहीं पांच रनों की पेनल्टी लग जाती को नतीजे कुछ और हो सकते थे. 

दरअसल बारिश के पहले जब बांग्लादेशी पारी चल रही थी, उस वक्त बांग्लादेश की ओर से लिटन दास बेहतरीन बल्लेबाजी कर रहे थे. भारत की तरफ से सातवां ओवर अक्षर पटेल डाल रहे थे. इस ओवर में अर्शदीप के पास गेंद गई थी और उन्होंने गेंद विकेटकीपर की ओर थ्रो की. इस बीच देखने वालों को लगा कि  विराट कोहली के हाथ में गेंद है, और वो थ्रो कर रहे हैं. विराट की इस चूक से भारतीय टीम को 5 रनों की पेनल्टी देनी पड़ती.

क्या है आईसीसी का नियम?
आईसीसी नियम 41.5.1 के मुताबिक यह गलत है. कानून के मुताबिक अगर कोई फिल्डर जानबूझकर या धोखे से अपने शब्दों, एक्शन से बल्लेबाज को डिस्ट्रैक्ट करने की कोशिश करता है. ऐसे में अपोजिट टीम को पांच रनों की पेनाल्टी मिल सकती है, साथ ही उस बॉल को डेड बॉल घोषित किया जा सकता है. यह नियम इसलिए लागू किया गया क्योंकि बल्लेबाजों को धोखा देने और उन्हें अतिरिक्त रन बनाने से रोकने के लिए फील्डर कई बार जानबूझकर गेंद को अपने पास रख लेते हैं.