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63 साल बाद एक साल में 5 कप्तान, BCCI की क्या है रणनीति

कहते हैं इतिहास खुद को दोहराता है. 63 साल बाद ये पहला मौका है जब टीम इंडिया को 1 साल में 5 कप्तान मिले हैं. जनवरी 2022 से अब तक विराट कोहली, रोहित शर्मा, केएल राहुल, ऋषभ पंत टीम इंडिया की कप्तानी कर चुके हैं और अब आयरलैंड के खिलाफ हार्दिक पांड्या कप्तानी का मोर्चा संभालने जा रहे हैं.

एक साल में टीम इंडिया के 5 कप्तान बदले गए एक साल में टीम इंडिया के 5 कप्तान बदले गए
हाइलाइट्स
  • साल 1959 में 5 खिलाड़ियों ने की थी कप्तानी

  • इस साल 5 खिलाड़ी कर रहे हैं टीम की कप्तानी

चुनौती कैसी भी हो, हालात कैसे भी हों, ये 5 सितारे टीम इंडिया की पतवार को कभी भी संभाल सकते हैं. संवार भी सकते हैं. गुड न्यूज़ ये है कि टीम इंडिया के मौजूदा पूल में हुनरमंद खिलाड़ियों की कमी नहीं है. नेतृत्व कौशल के मामले में भी बेहतरीन विकल्प तैयार हो रहे हैं. विराट के कप्तानी छोड़ने के बाद रोहित शर्मा का दौर शुरू हुआ. लेकिन साथ ही साथ युवा सितारे भी कप्तानी का अनुभव हासिल कर रहे हैं और हाथ आए मौकों को भुना भी रहे हैं. इस साल विराट कोहली, रोहित शर्मा, केएल राहुल और ऋषभ पंत टीम इंडिया की बागडोर संभाल चुके हैं. और अब आयरलैंड के खिलाफ हार्दिक पांड्या को भी कैप्टेंसी का असाइनमेंट मिल चुका है.

63 साल पहले 1 साल में बदले थे 5 कप्तान-
साल 1959 में भी भारतीय टीम की कप्तानी 5 प्लेयर्स ने की थी. तब हेमू अधिकारी, दत्ता गायकवाड़, वीनू मांकड, गुलाबराय रामचंद और पंकज रॉय ने भारत की कप्तानी की थी. हालांकि तब सिर्फ टेस्ट फॉर्मेट ही हुआ करता था. लेकिन 63 साल बाद इतिहास खुद को दोहरा रहा है. इस साल कप्तानी के मोर्चे पर ये 5 सितारे उभरकर सामने आए हैं.

इस साल कप्तानों का सफरनामा-
साल के शुरुआत में साउथ अफ्रीका के खिलाफ उसी के घर में कोहली ने टेस्ट सीरीज के पहले मैच में कप्तानी की थी. इसके बाद बाकी दो टेस्ट और तीन वनडे मैचों की सीरीज में केएल राहुल ने कप्तानी संभाली. इसके बाद वेस्टइंडीज और श्रीलंका के खिलाफ घरेलू सीरीज में रोहित शर्मा ने कप्तानी संभाली. दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मौजूदा टी-20 सीरीज़ में ऋषभ पंत लीड कर रहे हैं. और आयरलैंड के खिलाफ आईपीएल के सबसे सफल कप्तान हार्दिक पांड्या टीम इंडिया का नेतृत्व करेंगे.

युवाओं को मौका या योग्य की तलाश-
एक साल में 5 कप्तान बदले जाने पर दो थ्योरी सामने आ रही है. एक युवाओं को मौका दिया जा रहा है, जबकि दूसरी थ्योरी है कि योग्य कप्तान की तलाश की जा रही है. दरअसल विराट कोहली और रोहित शर्मा को आराम दिया गया है. ये समय योग्य कप्तान की तलाश अच्छा मौका है. इसलिए लगातार कप्तान बदला जा रहा है. जबकि युवाओं को मौका देने की थ्योरी भी काम कर रही है. लेकिन इस थ्योरी पर सवाल उठ रहे हैं कि आखिर एक सीरीज से कप्तान को परख कैसे हो सकती है. लेकिन कप्तान को लेकर बीसीसीआई का ये प्रयोग अभी तक शुभ नहीं रहा है.
अनुभव और युवा जोश का ये तालमेल टीम इंडिया के बेहतर भविष्य का संकेत है. हालांकि टैलेंट मैनेजमेंट और खिलाड़ियों के रोटेशन की दिशा में अभी काफी काम किए जाने की जरुरत है, ताकि लगातार क्रिकेट के बावजूद खिलाड़ी थकान का शिकार ना हो, चोटिल ना हो. युवा और योग्य खिलाड़ियों को वक्त पर भरपूर मौके मिलें.

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