Test Cricket 2024: क्रिकेट के टी-20 फॉरमेट के चलते लोगों की दिलचस्पी अब टेस्ट क्रिकेट में काफी कम हो गई है. लोग अब 5 दिन का मैच देखने के बजाय कुछ घंटे का फटाफट मैच देखना ज्यादा पसंद करते हैं. भारतीय टीम के पूर्व खिलाड़ी और पूर्व कोच रवि शास्त्री ने टेस्ट क्रिकेट को बढ़ावा देने के लिए खास सुझाव दिया है.
रवि शास्त्री ने आईसीसी को टू टियर क्रिकेट सिस्टम लाने पर जोर दिया. इससे टेस्ट क्रिकेट की अहमियत और गुणवत्ता बनी रहेगी. शास्त्री ने टेस्ट क्रिकेट और ज्यादा कॉम्पिटिटिव बनाने की बात कही. रवि शास्त्री ने सुझाव दिया कि सिर्फ 6-7 मजबूत टीमों को आपस में टेस्ट क्रिकेट खेलना चाहिए.
रवि शास्त्री हाल ही में इंग्लैंड के लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड में वर्ल्ड क्रिकेट कनेक्ट्स समारोह के उद्घाटन में शामिल हुए थे. इस दौरान खेल में पैसों की अहमियत, टी-20 के भविष्य और टेस्ट क्रिकेट को लेकर चर्चा हुई. इस चर्चा के दौरान भारत के पूर्व ऑलराउंडर और कमेंटेटर रवि शास्त्री ने टू टियर क्रिकेट सिस्टम का सुझाव दिया.
टू टियर क्रिकेट सिस्टम
आईसीसी के मुताबिक, इस समय 12 देशों की टीमें आधिकारिक रूप से आपस में टेस्ट मैच खेलती हैं. रवि शास्त्री ने टेस्ट मैच खेलने वालीं 12 टीमों को दो टियर में बांटने की बात कही. इसमें से मजबूत टीमें आपस में मैच खेलेंगी.
रवि शास्त्री ने कहा-' जब आपके पास क्वालिटी नहीं होती है तब रेटिंग गिरती है और दर्शक भी मैच देखने कम आते हैं. ये बेमतलब का क्रिकेट है'.
रवि शास्त्री ने इस कार्यक्रम में टू टियर टेस्ट क्रिकेट में प्रमोशन और रेलिगेशन सिस्टम लाने की बात कही. इससे कम रैंकिंग वाली टीमों के पास मजबूत टीमों वाले टियर में आने का मौका रहेगा.
टी-20 लीग से बचाव
इस कार्यक्रम में ऑस्ट्रेलिया के पूर्व खिलाड़ी और पूर्व कोच जस्टिन लैंगर भी मौजूद रहे. जस्टिन लैंगर ने कहा कि इंटरनेशनल क्रिकेट को फ्रेंचाइजी टी-20 क्रिकेट लीग से बचाना चाहिए. लैंगर ने उदाहरण देते हुए बताया कि हाल ही में वेस्टइंडीज ने ऑस्ट्रेलिया को गाबा में टेस्ट मैच हराया.
ऑस्ट्रेलिया और वेस्टइंडीज के इस मैच ने ऑस्ट्रेलिया को रोमांचित कर दिया और कैरबियन क्रिकेट में नई जान फूंक दी. जस्टिन ने आगे कहा- हमने पिछले सप्ताह देखा कि भारतीय टीम के टी-20 वर्ल्ड कप जीतने पर लाखों लोगों ने जश्न मनाया.
रवि शास्त्री ने टी-20 क्रिकेट में पैसे की अहमियत पर चिंता जताई. उन्होंने टी-20 क्रिकेट टूर को मैनेज करने के लिए आईसीसी की भूमिका पर जोर दिया. आपको बता दें कि इससे पहले रवि शास्त्री ने कहा था कि आईसीसी कैलेंडर में कोई बायलेटरल टी-20 क्रिकेट नहीं होनी चाहिए. आईसीसी को सिर्फ टी-20 वर्ल्ड कप कराना चाहिए.
रवि शास्त्री ने टेस्ट क्रिकेट की अहमियत को बढ़ाने के लिए टू टियर क्रिकेट सिस्टम का सुझाव दिया. इससे पहले 2016 में आईसीसी ने टू टियर टेस्ट क्रिकेट सिस्टम के प्रस्ताव को वापस ले लिया था. भारत, श्रीलंका, जिम्बाब्वे और बंग्लादेश ने इस सिस्टम का विरोध किया था. तत्कालीन बीसीसीआई अध्यक्ष अनुराग ठाकुर ने इस प्रस्ताव को वित्तीय रूप से कमजोर देशों के लिए खराब बताया था.