
इजरायल की फुटबॉल रेफरी सापिर बर्मन ने बड़ा कारनामा किया है. उन्होंने इंटरनेशनल फुटबॉल में पहली ट्रांसजेंडर बनकर इतिहास रच दिया है. सापिर पहली ऐसी ट्रांसजेंडर रेफरी हैं, जिन्होंने इंटरनेशनल फुटबॉल मैच में मैदान पर निर्णायक भूमिका निभाया है.
सापिर बर्मन ने रचा इतिहास-
सापिर बर्मन ने उत्तरी आयरलैंड के बेलफास्ट में यूईएपए महिला अंडर-17 चैपियनशिप क्वालीफायर में अंपायरिंग की. सापिर ने उत्तरी आयरलैंड और मोंटेनेग्रो के बीच दूसरे क्वालीफाइंग राउंड के ग्रुप गेम में रेफरी की भूमिका निभाई. यूईएफए का कहना है कि यूरोप में ऐसा पहली बार हुआ है और इजरायली रेफरी ने इतिहास रच दिया है. 7 साल पहले लूसी क्लार्क एफए महिला नेशनल लीग में मैच रेफरी बनने वाली पहली ट्रांसजेंडर महिला बनी थीं.
रेफरी के तैर पर सापिर को 14 साल का अनुभव-
सापिर बर्मन को रेफरी के तौर पर 14 साल का अनुभव है. लेकिन पहली बार उन्होंने इंटरनेशल मैच में रेफरी की भूमिका निभाई है. बर्मन का कहना है कि ये सपना सच होने जैसा है. मैदान पर 14 साल बिताने के बाद मैं इंटरनेशनल रेफरी बन गई हूं. यह बहुत बड़ा सम्मान है.
30 साल की हैं सापिर बर्मन-
सापिर बर्मन 30 साल की हैं. वो मई 2021 में सार्वजनिक तौर पर खुद को ट्रांसजेंडर के तौर पर सामने लाई थी. वो पिछले सीजन की शुरुआत से ही इजरायली लीग में रेफरी की भूमिका निभाती आ रही हैं. इजरायली फुटबॉल संघ और रेफरी एसोसिएशन ने सापिर का पूरा समर्थन किया. इजरायली नेशनल रेफरी एसोसिएशन का कहना है कि बिना किसी रियायत के सापिर ने अपने दम पर इंटरनेशनल मेडल हासिल किया है. उनका व्यक्तिगत और पेशेवर रवैया भविष्य में कई और उपलब्धियों के लिए प्रेरित करेगा. हम उनके साथ बने रहेंगे और उनके आगे बढ़ने में मदद करेंगे.
सापिर पर बनी है डॉक्यूमेंट्री-
सापिर बर्मन पर एक डॉक्यूमेंट्री भी बनी है. जिसे इंटरनेशनल तौर पर कई बार दिखाया जा चुका है. यह डॉक्यूमेंट्री मैदान के अंदर और बाहर सापिर के जिंदगी को दिखाती है. इसमें जून 2023 में उनका शादी भी शामिल है.
एक इंटरव्यू में सापिर बर्मन ने बताया था कि मेरा सपना यूरोप में प्रमुख मैचों में रेफरी बनना है. इसमें चैपियंस लीग, यूरोपीय चैंपियनशिप और वर्ल्ड कप शामिल है. मेरे पास फुटबॉल की दुनिया को जीतने का मौका है.