भारत और वेस्टइंडीज के बीच टी20 सीरीज का आखिरी मुकाबला फ्लोरिडा में खेला गया. इस मैच में वेस्टइंडीज ने टीम इंडिया को 8 विकेट से हराया और सीरीज पर 3-2 से कब्जा कर लिया. वेस्टइंडीज ने 17 साल बाद टीम इंडिया को 5 मैचों की सीरीज में हराया है. इससे पहले साल 2006 में भारत को वेस्टइंडीज ने वनडे सीरीज में हराया था.
मैच के साथ सीरीज में भी जीत-
आखिरी टी20 मुकाबले में वेस्टइंडीज ने टीम इंडिया को हराया. वेस्टइंडीज ने 8 विकेट से मैच जीत लिया. टीम इंडिया ने 165 रन बनाए थे. जबकि वेस्टइंडीज की टीम ने इस टारगेट को 12 गेंद रहते हासिल कर लिया. टीम इंडिया की तरफ से सूर्यकुमार यादव को छोड़कर कोई भी बल्लेबाजी चल पाया. सूर्यकुमार ने 61 रन की शानदार पारी खेली. लेकिन बाकी कोई भी बल्लेबाज नहीं चल पाया. जिसका खामियाजा टीम इंडिया को हार के तौर पर चुकाना पड़ा.
टीम इंडिया की हार की वजह-
वेस्टइंडीज के खिलाफ आखिरी टी20 मुकाबले में टीम इंडिया की हार के कई कारण रहे. इसमें सूर्यकुमार को छोड़कर किसी भी बल्लेबाज का ना चल पाना, टीम की गेंदबाजी में धार नहीं, निकोलस पूरन का काट नहीं खोज पाना शामल है. चलिए आपको हार के 6 कारण बताते हैं.
शुभमन गिल का DRS नहीं लेना-
टीम इंडिया के सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल को LBW की अपील पर आउट दिया गया था. हालांकि वो नॉटआउट थे. लेकिन गिल ने डीआरएस का इस्तेमाल नहीं किया और पवेलियन लौट गए. इसका खामियाजा टीम इंडिया को भुगतना पड़ा. दरअसल अकील होसेन तीसरा ओवर फेंक रहे थे. ओवर की चौथी गेंद पर शुभमन गिल स्वीप शॉट खेलने की कोशिश की, लेकिन गेंद तक नहीं पहुंच पाए और गेंद पैड पर जाकर लगी. इसपर वेस्टइंडीज के खिलाड़ियों ने अपील की और गिल को आउट करार दिया गया. हलांकि टीवी रिप्ले में साफ दिख रहा था कि गेंद स्टंप को मिस कर रही थी. इसका मतलब है कि शुभमन गिल नॉटआउट थे, लेकिन उन्होंने डीआरएस का इस्तेमाल नहीं किया.
सस्ते में लौटे ओपनर-
आखिरी टी20 मुकाबले में टीम इंडिया के सलामी बल्लेबाज सस्ते में पवेलियन लौट गए. शुभमन गिल और यशस्वी जायसवाल ओपनिंग के लिए मैदान पर उतरे थे. लेकिन दोनों कुछ खास वहीं कर पाए. शुभमन गिल सिर्फ 8 रन बनाकर आउट हो गए. जबकि यशस्वी जायसवाल 5 रन बनाकर चलते बने.
सूर्यकुमार के अलावा कोई भी बल्लेबाज नहीं चला-
टीम इंडिया की तरफ से सूर्यकुमार यादव ने 45 गेंदों में शानदार 61 रन की पारी खेली. लेकिन उसका साथ किसी बल्लेबाज ने नहीं दिया. तिलक वर्मा ने 27 रन बनाए. इसके अलावा संजू सैमसन 13, हार्दिक पंड्या 14, अक्षर पटेल 13 रन बनाए. इनके अलावा कोई भी बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा पार नहीं कर पाया.
निकोलस पूरन का तीसरे नंबर पर खेलना-
वेस्टइंडीज की टीम ने इस आखिरी मुकाबले में एक बड़ा मास्टर स्ट्रोक खेला. वेस्टइंडीज ने निकोलस पूरन को तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए भेजा. इस बाएं हाथ के बल्लेबाज ने शानदार बल्लेबाजी की. टीम इंडिया के गेंदबाजों के पास इस बल्लेबाज का कोई काट नहीं था. निकोलस ने शानदार 47 रन की पारी खेली. निकोलस ने बैंडन किंग का पूरा साथ दिया. ब्रैंडन ने 85 रन बनाए और वेस्टइंडीज को जीत दिलाई.
बैंडन किंग की शानदार बल्लेबाजी-
आखिरी मुकाबले में वेस्टइंडीज के सलामी बल्लेबाज बैंडन किंग ने शानदार बल्लेबाजी की. किंग ने 55 गेंदों में 85 रनों की पारी खेली. इस दौरान किंग ने 6 छक्के और 5 चौके लगाए. बैंडन एक छोर पर अकेले खड़े रहे. उनको निकोलस पूरन का पूरा साथ दिया. साई होप ने रही-सही कसर भी पूरी कर दी और इस मुकाबले में वेस्टइंडीज को 8 विकेट से जीत दिला दी. बैंडन किंग का स्ट्राइक रेट 154.55 का रहा. बैंडन और निकोलस ने भारतीय गेंदबाजों की जमकर धुनाई की.
भारत की बेअसर गेंदबाजी-
टी20 सीरीज के आखिरी मुकाबले में भारतीय गेंदबाज वेस्टइंडीज के बल्लेबाजों के सामने बेबस नजर आए. कुलदीप यादव को छोड़कर कोई भी गेंदबाज असरदार साबित नहीं हुआ. कप्तान हार्दिक पंड्या ने 3 ओवर में 32 रन दिए और उनको कोई विकेट भी नहीं मिला. जबकि युजवेंद्र चहल ने 4 ओवर में 52 रन खर्च कर डाले. अर्शदीप सिंह भी खर्चीले साबित हुए और 2 ओवर में 20 रन लुटाए.
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