
हरमनप्रीत कौर के अर्द्धशतक और नैटली सिवर ब्रंट की घातक गेंदबाजी की बदौलत मुंबई इंडियन्स ने विमेंस प्रीमियर लीग (WPL 2025) के फाइनल में दिल्ली कैपिटल्स को आठ रन से हराकर खिताब अपने नाम कर लिया. मुंबई ने दिल्ली के सामने 150 रन का लक्ष्य रखा. इसके जवाब में दिल्ली 20 ओवर में 141 रन ही बना सकी.
हरमनप्रीत की पारी ने रखी जीत की नींव
दिल्ली कैपिटल्स ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया. कैपिटल्स ने मुंबई के दोनों सलामी बल्लेबाजों को जल्दी पवेलियन लौटा दिया लेकिन कप्तान हरमनप्रीत और सिवर-ब्रंट ने तीसरे विकेट के लिए 89 रन की साझेदारी की. सिवर-ब्रंट ने 28 गेंद पर 30 रन बनाए लेकिन कप्तान हरमनप्रीत ने 44 गेंद पर नौ चौकों और दो छक्कों के साथ 66 रन की पारी खेल डाली.
मुंबई का कोई और बल्लेबाज अहम योगदान नहीं दे सका लेकिन हरमनप्रीत के अर्धशतक की बदौलत टीम ने 20 ओवर में 149 रन का स्कोर खड़ा कर दिया. कैपिटल्स की ओर से मरीज़ाने काप, जेस जॉनसन और नल्लापुरेड्डी चरानी ने दो-दो विकेट लिए. ऐनाबेल सदरलैंड को एक विकेट हासिल हुआ.
संभल न पाई कैपिटल्स की पारी
तीन साल में तीसरा फाइनल खेल रही दिल्ली कैपिटल्स की शुरुआत निराशाजनक रही और टीम किसी भी मौके पर संभली हुई नहीं लगी. जेमिमा रॉड्रिग्स ने 21 गेंद पर 30 रन बनाए लेकिन कैपिटल्स के छह विकेट 83 रन पर ही गिर गए.
कैपिटल्स को थोड़ी सी उम्मीद काप ने दी. उन्होंने 26 गेंद पर पांच चौकों और दो छक्कों की मदद से 40 रन बनाए. पारी के 18वें ओवर में जब सिवर-ब्रंट ने काप को आउट किया तो कैपिटल्स की ये उम्मीदें भी खत्म हो गईं.
कैसा रहा मुंबई का सफर?
डब्ल्यूपीएल के पहले सीजन में खिताब जीतने वाली मुंबई इंडियन्स ने इस सीजन भी मजबूत प्रदर्शन किया. उन्होंने आठ मैचों में से पांच में जीत हासिल की. इस सीजन मुंबई को सिर्फ दो ही टीमें हरा सकीं. पहली कैपिटल्स और दूसरी रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु.
डब्ल्यूपीएल के आखिरी लीग मैच में बेंगलुरु से हारने के कारण मुंबई फाइनल के लिए सीधा क्वालीफाई भी नहीं कर पाई थी. हालांकि हरमनप्रीत की टीम ने एकमात्र प्लेऑफ मैच में गुजरात जायंट्स को 47 रन से पटखनी देकर फाइनल में जगह बनाई. और फाइनल में कैपिटल्स से लीग मैचों की हार का बदला भी ले लिया.