बचपन में गरीबी से जूझने वाले अमेरिकी धावक फ्रेड केर्ले दुनिया के सबसे तेज धावक बन गए हैं. फ्रेड केर्ले ने विश्व चैंपियनशिप में गोल्ड जीतकर दुनिया को चौंका दिया. फ्रेड ने सिर्फ 9.86 सेकंड में दौड़ पूरी की और गोल्ड पर कब्जा कर लिया. फ्रेड केर्ले ने अपने साथी अमेरिकी धावक मार्विन ब्रेसी और ट्रेवोन ब्रोमेल को करीबी अंतर से हराकर सोने का तमगा हासिल किया. ब्रेसी और ब्रोमेल से फ्रेंड का सिर्फ 0.02 सेकंड का अंतर रहा. इससे पहले फ्रेड ने टोक्यो ओलंपिक में रजत पदक हासिल किया था.
गरीबी में बीता बचपन-
फ्रेड केर्ले का बचपन गरीबी में बीता है. उनका जीवन किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है. बचपन में एक वक्त ऐसा भी था, जब फ्रेड के परिवार में 26 लोग थे. जिसमें से 13 बच्चे थे और सभी एक ही बेड पर सोते थे. फ्रेंड ने बताया था कि उनके पास सिर्फ एक बेड था. जिसपर 12 बच्चों के साथ वो सोते थे. इस दौरान वो खूब मौज-मस्ती करते थे. फ्रेड के पिता जेल में थे. उनकी मां के बारे में पता नहीं था.
दुनिया घूमने का था सपना-
फ्रेड की एक चाची थी. जिनका नाम वर्जीनिया था. उन्होंने ही फ्रेड का पालन-पोषण किया. चाची ने फ्रेड को बड़ा किया और इस लायक बनाया कि वो दुनिया के सबसे तेज धावक बन गए. फ्रेड का सपना दुनिया घूमने का था. वो इस ख्वाहिश को पूरा कर रहे हैं. विश्व चैंपियनशिप में गोल्ड जीतकर फ्रेड दुनिया के सबसे तेज धावक बन गए हैं.
31 साल बाद अमेरिका ने रचा इतिहास-
फ्रेड केर्ले की अगुवाई में अमेरिका ने 31 साल बाद इतिहास रचा है. 100 मीटर की रेस में अमेरिका ने गोल्ड, सिल्वडर और ब्रॉन्ज मेडल पर कब्जा किया है. अमेरिकी धावकों ने 100 मीटर दौड़ के तीनों पदक हासिल किए. इससे पहले साल 1991 और 1983 में अमेरिकी खिलाड़ियों ने ये कारनामा किया था. साल 1991 में कार्ल लुईस, लेरॉय बुरेल और डेनिस मिशेल ने क्लीन स्वीप किया था. फ्रेड केर्ले, मार्विन ब्रेसी और ट्रेवोन ब्रोमेल ने मेडल पर कब्जा किया. साल 1991 से अब तक कोई भी देश ये कारनामा नहीं कर पाया था. लेकिन इस बार अमेरिका के धावकों ने तीनों मेडल पर कब्जा किया है.
ये भी पढ़ें: