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World cup 2023 : फाइलन में ऑस्ट्रेलिया को हरा टीम इंडिया लेगी बदला, 12 साल बाद बने हैं ये संयोग, जानें रोहित सेना जीत की क्यों है प्रबल दावेदार?

World Cup 2023 Final IND vs AUS: अहमदाबाद में 19 नवंबर 2023 को भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच ऐतिहासिक फाइनल खेला जाएगा. 20 साल पहले भी वर्ल्ड कप के फाइनल में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच मुकाबला हुआ था जिसमें कंगारू की टीम ने बाजी मारी थी लेकिन इस बार संयोग रोहित सेना के पक्ष में हैं. आइए जानते हैं कैसे?

World Cup 2023 World Cup 2023
हाइलाइट्स
  • टीम इंडिया के पास तीसरा वर्ल्ड कप जीतने का सुनहरा मौका 

  • भारत 1983 और 2011 में बन चुका है विश्व विजेता 

India vs Australia World cup 2023 Final: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच वर्ल्ड कप 2023 का फाइनल मुकाबला अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में 19 नवंबर को खेला जाएगा.  इस बार का विश्व कप भारत के लिए शानदार रहा है. भारतीय टीम एक भी मैच अबतक नहीं हारी है. अब फाइनल मैच जीतकर भारतीय टीम ऐतिहासिक तीसरी बार विश्व विजेता बनने के बेहद करीब है. इस बार रोहित सेना के पक्ष में जीत के कई संयोग बन रहे हैं. ऐसे में उम्मीद है टीम इंडिया 20 साल पहले विश्वकप फाइनल में मिली हार का बदला ऑस्ट्रेलिया से ले पाएगी. 

भारतीय खिलाड़ी हैं फॉर्म में 
भारत ने मौजूदा वर्ल्ड कप में लगातार 10 मैच जीते हैं, वहीं ऑस्ट्रेलियाई टीम भी खराब शुरुआत के बाद लगातार आठ मैचों में विजय हासिल कर चुकी है. यानी दोनों ही टीमें शानदार फॉर्म में है. जब ग्रुप मैच में दोनों टीमें आमने-सामने हुई थीं, तो भारत ने छह विकेट से जीत हासिल की थी. विराट कोहली, रोहित शर्मा और मोहम्मद शमी समेत सभी भारतीय खिलाड़ी धांसू फॉर्म में हैं. ऐसे में फाइनल मुकाबले में भी टीम इंडिया का पलड़ा ऑस्ट्रेलिया पर भारी दिख रहा है.

रोहित ब्रिगेड के पास होगा होम सपोर्ट 
फाइनल भारत में है तो रोहित सेना के पास होम सपोर्ट भी होगा. 1 लाख से भी ऊपर की तादात में लोग नरेंद्र मोदी स्टेडियम में इंडिया...इंडिया चीयर कर रहे होंगे. कंगारू खिलाड़ियों पर अभी काफी दबाव होगा. इसके अलावा कई संयोग रोहित शर्मा एंड कंपनी के पक्ष में बन रहे हैं. ऐसे में वर्ल्ड कप उठाने की फेवरेट तो टीम इंडिया ही है.

भारत के पक्ष में बन रहे ये गजब के संयोग

1. भारतीय टीम है अजेय: 2003 के वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने शानदार परफॉर्मेंस किया था. ऑस्ट्रेलियाई टीम एक भी मैच नहीं हारी थी और अजेय रहते हुए विश्व विजेता बनी थी. वहीं, इस बार भारतीय टीम फाइनल मैच से पहले एक भी मैच नहीं हारी है. ऐसे में क्या अजेय रहते हुए भारतीय टीम विश्व वितेजा बनेगी. यह देखना दिलचस्प होने वाला है. 

2. इस बार कोहली ने बनाया रिकॉर्ड: 2003 के वर्ल्ड कप में सचिन तेंदुलकर सबसे ज्यादा कन 673 रन बनाने वाले बल्लेबाज बने थे. वहीं, इस बार कोहली ने 711 रन बना लिए हैं. कोहली वनडे वर्ल्ड कप के इतिहास में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज बन गए हैं. विराट कोहली ने साल 2011 के क्रिकेट वर्ल्ड कप में बांग्लादेश के खिलाफ शतक लगाया था. इस वर्ल्ड कप में भी विराट कोहली ने बांग्लादेश के खिलाफ शतकीय पारी खेली.

3. शमी की गेंदबाजी का खौफ:  2003 के वर्ल्ड कप में जहीर ने 18 विकेट लिए थे और इसके अलावा जहीर एक वर्ल्ड कप में भारत के लिए सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज बने थे. साल 2011 में जहीर ने कुल 21 विकेट अपने नाम करने में सफलता हासिल की थी. वहीं, इस बार शमी ने फाइनल मैच से पहले तक कुल 23 विकेट चटका लिए हैं. शमी ने जहीर खान के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है. शमी एक वर्ल्ड कप में भारत की ओर से सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज बन गए हैं. ऐसे में फाइनल में शमी मैजिक दिखा तो फिर यकीनन भारतीय टीम तीसरी बार विश्व विजेता बन सकती है. 

4. पांच गेंदबाजों ने लिए हैं दो-दो विकेट: 2011 के क्रिकेट वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के खिलाफ मुकाबले में भारत के पांच गेंदबाजों- जहीर खान, आशीष नेहरा, मुनाफ पटेल, हरभजन सिंह और युवराज सिंह ने दो-दो विकेट लिए थे. अब इस वर्ल्ड कप में भी पाकिस्तान के खिलाफ मुकाबले में भारत के पांच गेंदबाजों- जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज, हार्दिक पंड्या, कुलदीप यादव और रवींद्र जडेजा ने दो-दो विकेट चटकाए.

5. बर्थडे पर जड़ा शतक: क्रिकेट वर्ल्ड कप 2011 में न्यूजीलैंड के क्रिकेटर रॉस टेलर अपने बर्थडे पर पाकिस्तान के खिलाफ शतक लगाया था. अब इस वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर मिचेल मार्श ने भी अपने जन्मदिन पर पाकिस्तान के ही खिलाफ शतक जड़ा. ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड दोनों ही ओशिनिया रीजन में आते हैं.

6. जडेजा ने किया कमाल: 2011 के क्रिकेट वर्ल्ड कप में बाएं हाथ के स्पिनर युवराज सिंह ने आयरलैंड के खिलाफ मुकाबले में पांच विकेट हासिल किए थे. इस वर्ल्ड कप में बाएं हाथ के स्पिनर रवींद्र जडेजा ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ ऐसा ही कमाल किया.

7. भारत के मिडिल ऑर्डर बल्लेबाजों का तहलका: 2003 का वर्ल्ड कप हो या फिर 2011 का वर्ल्ड कप भारत के मिडिल ऑर्डर बल्लेबाजों ने शानदार परफॉर्मेंस किया था. जिसके दम पर भारतीय टीम 2003 में जहां फाइनल में पहुंची थी तो वहीं 2011 में विश्व विजेता बनी थी. इस बार के वर्ल्ड कप में भी भारत के मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज कमाल का परफॉर्मेंस कर रहे  हैं. इस बार कोहली, केएल राहुल और श्रेयस अय्यर कमाल की बल्लेबाजी कर धमाल मचा रहे हैं. इन बल्लेबाजों के दम पर यकीनन भारत विश्व विजेता बनने का प्रबल दावेदार नजर आ रहा है.

8. ओपनर बल्लेबाजों का कमाल: इस बार के वर्ल्ड कप में रोहित शर्मा और शुभमन गिल जबरदस्त फॉर्म में हैं. दोनों बल्लेबाज पॉवर प्ले में भारत के लिए मैच को पलट दे रहे हैं. ऐसा ही कुछ 2003 वर्ल्ड कप और 2011 वर्ल्ड कप में हुआ था. 2003 में सौरव गांगुली और सचिन ने धमाकेदार अंदाज में बल्लेबाजी कर विश्व क्रिकेट को चौंकाया था. वहीं, इस बार ओपनिंग करते हुए रोहित ने 550 रन बना लिए हैं तो वहीं गिल ने 350 रन बना लिए हैं. इसके अलावा 2011 वर्ल्डकप में सहवाग ने कुल 380 रन बनाए थे तो वहीं सचिन तेंदुलकर ने 482 रन बनाने का कमाल किया था.

9. चौथे नंबर पर बैटिंग करते हुए जड़ा शतक: 2011 के क्रिकेट वर्ल्ड कप में भारत ने अपना आखिरी लीग मैच वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला था. उस मुकाबले में युवराज सिंह ने चौथे नंबर पर बैटिंग करते हुए शतक लगाया था और वह 'प्लेयर ऑफ द मैच' रहे थे. इस वर्ल्ड कप में नीदरलैंड्स के खिलाफ भारत के आखिरी लीग मैच में श्रेयस अय्यर ने चौथे नंबर पर बैटिंग करके शतक जड़ा. श्रेयस भी अबकी बार 'प्लेयर ऑफ द मैच' चुने गए.

10. राहुल ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ की धांसू बैटिंग: 2011 के क्रिकेट वर्ल्ड कप में श्रीलंका के खिलाफ फाइनल में विकेटकीपर बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी ने नाबाद 91 रन बनाकर भारतीय टीम को जीत दिलाई थी. तब धोनी पांचवें नंबर पर बैटिंग करने उतरे थे. अब इस वर्ल्ड कप में विकेटकीपर केएल राहुल भी रनचेज के दौरान पांचवें क्रम पर बैटिंग करके 90 से ज्यादा रनों की पारी खेल चुके हैं. राहुल ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नाबाद 97 रन बनाए थे.

फाइनल के लिए संभावित प्लेइंग 11
भारत: रोहित शर्मा (कप्तान), शुभमन गिल, विराट कोहली, श्रेयस अय्यर, केएल राहुल, सूर्यकुमार यादव, रविंद्र जडेजा, कुलदीप यादव, मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज और जसप्रीत बुमराह.

ऑस्ट्रेलिया: ट्रेविस हेड, डेविड वॉर्नर, मिचेल मार्श, स्टीव स्मिथ, मार्नस लाबुशेन, ग्लेन मैक्सवेल, जोश इंग्लिस, मिचेल स्टार्क, पैट कमिंस, एडम जाम्पा और जोश हेजलवुड.