टाइम मैगजीन की मोस्ट प्रभावशााली लोगों की लिस्ट में शामिल और रेसलर साक्षी मलिक ने ऑटोबायोग्राफी 'विटनेस' में कई खुलासे किए हैं. साक्षी मलिक ने भारतीय कुश्ती संघ की पूर्व अध्यक्ष बृज भूषण सिंह, बबीता फोगाट, विनेश फोगाट समेत तमाम मुद्दों पर अपनी बात रखी है. साक्षी ने किताब में दावा किया है कि विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया ने लालच में आकर एशियाई गेम्स 2023 में ट्रायल्स से छूट ली थी. इस किताब में रेसलर ने ये भी बताया है कि कैसे बृज भूषण शरण सिंह सिंह उनके साथ छेड़छाड़ की थी. पहलवान मलिक ने बबीता फोगाट पर खिलाड़ियों को प्रदर्शन के लिए उकसाने की बात कही है. उनका दावा है कि बबीता फोगाट का इरादा WFI का अध्यक्ष बनने का था.
बृज भूषण ने की थी छेड़छाड़-
रेसलर साक्षी मलिक ने अपनी किताब 'विटनेस' में बताया है कि कैसे भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह ने उनके साथ छेड़खानी की थी. किताब के मुताबिक ये वाक्या साल 2012 एशियाई जूनियर चैंपियनशिप की है. जब उन्होंने गोल्ड मेडल जीता था. उन्होंने आत्मकथा में लिखा कि जीत के बाद उनको बृज भूषण शरण सिंह के कमरे में ले जाया गया. इसके बाद बृज भूषण के मोबाइल से उनके माता-पिता से बात करने का बहाना बनाया गया. साक्षी ने अपने माता-पिता से बात की और जब कॉल डिस्कनेक्ट हुई. उसके बाद बृज भूषण ने उनके साथ छेड़खानी करने की कोशिश की. उस दौरान साक्षी मलिक उसके बिस्तर पर बैठी थी. किताब के मुताबिक साक्षी ने उसे धक्का दिया और रोने लगी. इसके बाद वह पीछे हट गया. साक्षी ने लिखा कि इसके बाद मैं उसके कमरे से भागकर अपने कमरे में आ गई और रोती रही.
साक्षी के साथ बचपन में छेड़खानी-
साक्षी मलिक ने किताब में बचपन में छेड़खानी की एक घटना का जिक्र किया है. साक्षी ने लिखा कि ट्यूशन देने वाले टीचर ने छेड़छाड़ की थी. उन्होंने इसके बारे में अपनी फैमिली को नहीं बताया था. किताब के मुताबिक जब वो ट्यूशन पढ़ने जाती थी तो उनके साथ मारपीट की जाती थी. उन्होंने बताया कि ट्यूशन टीचर परेशान करता था. वह क्लास के लिए बेवक्त अपने घर बुलाता था और कभी-कभी छूने की कोशिश करता था. साक्षी ने लिखा है कि उनको ट्यूशन क्लास जाने में डर लगता था. लेकिन मैं अपनी मां को कभी नहीं बता सकी. यह लंबे समय तक चलता रहा और मैं इसके बारे में चुप रही.
बबीता फोगाट बनना चाहती थी WFI की अध्यक्ष-
रेसलर साक्षी मलिक ने इंडिया टुडे को दिए इंटरव्यू में बतीता फोगाट को लेकर बड़ा दावा किया है. उन्होंने कहा कि बबीता फोगाट बृज भूषण शरण सिंह को हटाकर WFI की अध्यक्ष बनना चाहती थीं. उन्होंने कहा कि ये प्रोटेस्ट कांग्रेस से प्रभावित नहीं था. बीजेपी हरियाणा के 2 लीडर्स बबीता फोगाट और तीरथ राणा ने हमें प्रोटेस्ट की परमिशन दिलाई थी. बबीता ने हमें अप्रोच किया था. बबीता के मन में बृज भूषण की जगह WFI की प्रेसिडेंट बनने का लालच था. बबीता ने कई पहलवानों के साथ एक बैठक की थी. उन्होंने सारे रेसलर्स को बुलाया था. साक्षी ने कहा कि लेकिन यह आंदोलन पूरी तरह से बबीता के कहने पर नहीं था. हमें भी फेडरेशन के अंदर यौन उत्पीड़न और छेड़छाड़ की जानकारी थी.
लालच में आ गए थे विनेश और बजरंग-
पीटीआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक साक्षी मलिक ने अपनी किताब में लिखा है कि बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट के करीबी लोगों ने उनके दिमाग में लालच भरना शुरू कर दिया. जिसकी वजह से वह ट्रायल्स में छूट की बात करने लगे. साक्षी ने बताया कि इन दोनों की ट्रायल्स में छूट का प्रोटेस्ट पर अच्छा असर नहीं हुआ. हमारे संघर्ष और प्रदर्शन की छवि खराब हुई.
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