दुनियाभर में 21 जून को योग दिवस (Yoga Day) के रूप में मनाया जाता है. लेकिन अब योग केवल घरों तक ही सीमित नहीं रह गया है. कुछ साल में ये ओलंपिक में भी नजर आ सकता है. भारत की नजरें 2036 ओलंपिक की मेजबानी पर टिकी हैं. ऐसे में खेल मंत्रालय के तहत मिशन ओलंपिक सेल (MOC) 2036 में योग, कबड्डी, खो खो और यहां तक कि क्रिकेट जैसे खेलों को तवज्जो दी जा रही है. भारत इन खेलों को ओलंपिक में लोकप्रिय खेलों के साथ शामिल करने की वकालत कर रहा है.
ओलंपिक में योग को बढ़ावा
योग को ओलंपिक में शामिल करने का प्रस्ताव पहली बार पिछले साल दिसंबर में रखा गया था. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, मिशन ओलंपिक सेल की एक बैठक में इसका जिक्र किया गया. इस बैठक में टॉप पूर्व एथलीट, अधिकारी और खेल मंत्रालय और भारतीय खेल प्राधिकरण के सदस्य शामिल थे. बैठक में योग को ओलंपिक खेल के रूप में प्रस्तावित करने के विचार पर विस्तार से चर्चा की गई.
व्यायाम से मिलती है मन की शांति
योग, केवल व्यायाम का एक रूप ही नहीं है, बल्कि मन, शरीर और आत्मा की शांति के लिए जरूरी है. ओलंपिक में इसे शामिल करना एक अभूतपूर्व कदम हो सकता है. दिलचस्प बात यह है कि अगले साल पेरिस ओलंपिक में योग को लौवर में एक विशेष प्रदर्शनी में रखा जाएगा.
ओलंपिक मानकों को पूरा करना जरूरी
अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) किसी भी खेल को ओलंपिक में शामिल करने की अनुमति देती है. हालांकि, योग कई मानदंडों को पूरा करता है. इतना ही नहीं बल्कि अगले महीने, पेरिस ओलंपिक के दौरान, भारत टॉप आईओसी सदस्यों के साथ जुड़ने और 2036 खेलों के लिए अपनी दावेदारी मजबूत करने के लिए एक 'इंडिया हाउस' बनाने की योजना बना रहा है.
जिन खेलों को ओलंपिक में जोड़ने की बात हो रही है उनमें 20-20 क्रिकेट, कबड्डी, चेस, स्क्वैश और खो खो शामिल हैं.