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5G in India: भारत में 5G स्पेक्ट्रम को मिली मंजूरी...कब शुरू होगी सेवा, क्या होगी इंटरनेट स्पीड, जानिए सबकुछ

5G नेटवर्क मोबाइल नेटवर्क का पांचवा जेनरेशन है. इसे खासतौर पर वायरलेस नेटवर्क की स्पीड और कार्यक्षमता बढ़ाने के लिए बनाया गया है. 4जी के मुकाबले 5जी की स्पीड 10 गुना अधिक होगी.

5G in India 5G in India
हाइलाइट्स
  • यूट्यूब का वीडियो बिन बफरिंग के चलेगा

  • मोबाइल की बैटरी की खपत कम होगी

भारत के इंटरनेट यूजर्स को जल्द ही 5G services का लाभ उठाने का मौका मिलेगा. केंद्रीय कैबिनेट ने 5जी स्पैक्ट्रम की नीलामी की मंजूरी दे दी है. दूरसंचार मंत्रालय के प्रस्ताव के मुताबिक स्पैक्ट्रम को अगले 20 साल के लिए कुल 72097.85 मेगाहर्ट्ज (MHz) स्पैक्ट्रम की नीलामी की जाएगी. ये सर्विस मौजूदा 4जी सेवाओं के मुकाबले 10 गुना तेजी से काम करेगी.

फिलहाल अभी इसके लिए कोई तारीख नहीं तय की गई है लेकिन सरकार का मानना है कि जो भी कंपनी स्पैक्ट्रम खरीदेगी उसको 6 महीने से 1 साल के अंदर सर्विस शुरू करनी होगी. सभी टेलीकॉम ऑपरेटर इसके लिए तैयारी कर चुके हैं उम्मीद है कि जुलाई 2022 के आखिर तक नीलामी हो जाएगी.

क्या है 5G नेटवर्क
यह तकनीक मोबाइल नेटवर्क का पांचवा जेनरेशन है. इसे खासतौर पर वायरलेस नेटवर्क की स्पीड और कार्यक्षमता बढ़ाने के लिए बनाया गया है. 4जी के मुकाबले 5जी की स्पीड 10 गुना अधिक होगी. यूजर्स आसानी से बड़ी फाइले/डेटा डाउनलोड करने के साथ उसे शेयर कर सकेंगे. 5G नेटवर्क रेडियो टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करेगा. 

क्या होगी स्पीड?
अनुमान के अनुसार 5जी नेटवर्क में 10 Gbps तक डेटा डाउनलोड की स्पीड मिल सकती है. 5जी नेटवर्क की टेस्टिंग के दौरान डेटा डाउनलोड की अधिकतम स्पीड 3.7 Gbps तक पहुंच गई है. तीन कंपनियों एयरटेल, वोडाफोन आइडिया और जियो ने 5G नेटवर्क ट्रायल में 3 Gbps तक के डेटा डाउनलोड पर स्पीड टेस्ट किया है.

क्या होगा फायदा?
5G इंटरनेट सेवा के आने से इंटरनेट इस्तेमाल करने के एक्सपीरियंस में काफी कुछ बदलाव आएगा. इसकी मदद से आप 3 घंटे की एचडी मूवी को सेकंड में डाउनलोड कर सकते हैं, जोकि अभी तक 4जी में संभव नहीं है. मनोरंजन और संचार के क्षेत्र में क्या कुछ बदलाव होंगे, आइए जानते हैं.

  • अपलोडिंग और डाउनलोडिंग होगी तेज
  • वीडियो गेमिंग के क्षेत्र में भी होगा बड़ा बदलाव.
  • ऑडियो और वीडियो कॉल की क्वालिटी काफी बेहतर हो जाएगी. 
  • यूट्यूब का वीडियो बिन बफरिंग के चलेगा.
  • मोबाइल टावर दूर होने पर भी इंटरनेट आसानी से चलेगा.
  • कृषि क्षेत्र में खेतों की देखरेख में ड्रोन का इस्तेमाल करना संभव होगा.
  • मोबाइल की बैटरी की खपत कम होगी.
  • मेट्रो और बिना ड्राइवर चलने वाली गाड़ियों को ऑपरेट करना आसान होगा.
  • 5G आने से इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IOT) के जरिए ज्यादा से ज्यादा कंप्यूटर सिस्टम को कनेक्ट करना आसान होगा.