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सभी मोबाइल डिवाइस कर सकेंगे एक ही चार्जर से चार्ज, USB-C टाइप होगा सबके लिए जरूरी  

यूनिवर्सल चार्जिंग पोर्ट को अपनाने का निर्णय इलेक्ट्रॉनिक कचरे को कम करने के लिए लिया जा रहा है. ई-कचरा पर्यावरणीय के लिए बड़ी चुनौती बन गया है. इस कदम से इसे कम किया जा सकेेगा.

Phone Charger (Photo: Getty Images) Phone Charger (Photo: Getty Images)
हाइलाइट्स
  • ई-कचरा कम करने की दिशा में एक कदम

  • बढ़ाई गई है समय सीमा 

जल्द ही भारत में बेचे जाने वाले सभी नए स्मार्टफोन और टैबलेट में यूएसबी-सी या टाइप-सी (USB-C) चार्जिंग पोर्ट होना जरूरी होगा. इस कदम की मदद से आप अलग-अलग इलेक्ट्रिकल डिवाइसों को एक ही चार्जर और केबल से चार्ज कर सकेंगे. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार ये नियम 2026 के आखिर तक लैपटॉप पर भी लागू किया जाएगा. 

दरअसल, भारत इलेक्ट्रॉनिक कचरे को कम करने का प्रयास कर रहा है. यूरोपीय संघ के नक्शेकदम पर चलते हुए, भारत सरकार 2025 में सभी मोबाइल डिवाइसों के लिए यूएसबी-सी को यूनिवर्सल चार्जिंग पोर्ट के रूप में अनिवार्य करने के लिए तैयार है. 

बढ़ाई गई है समय सीमा 

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हालिया रिपोर्ट से पता चलता है कि इस बदलाव के पहले समय सीमा, मार्च 2025 निर्धारित की गई थी, अब ये जून 2025 तक बढ़ा दी गई है. लाइवमिंट के अनुसार, सरकार के कई स्रोतों ने इसकी पुष्टि की है. बढ़ी हुई समय सीमा में उपभोगताओं को इन नए मानकों पर आसानी से बदलाव करने में मदद मिलेगी. 

मोबाइल डिवाइस से लैपटॉप तक

हालांकि, शुरुआत में स्मार्टफोन और टैबलेट के लिए यूएसबी-सी को अनिवार्य किया जाएगा. लेकिन आने वाले समय में ये मानक लैपटॉप पर भी लागू किया जाएगा. 2026 के आखिर तक, लैपटॉप के लिए इस नियम को लाने की बात हो रही है. वियरेबल्स और वायरलेस ऑडियो डिवाइस को फिलहाल इस नियम से छूट दी जाएगी. 

ई-कचरा कम करने की दिशा में एक कदम

यूनिवर्सल चार्जिंग पोर्ट को अपनाने का निर्णय इलेक्ट्रॉनिक कचरे को कम करने के लिए लिया जा रहा है. दरअसल, ई-कचरा पर्यावरणीय के लिए बड़ी चुनौती बन गया है, जिसमें फेंके गए चार्जर और इलेक्ट्रॉनिक सामान का बड़ा योगदान है. चार्जरों को एक जैसा बनाने से हर साल लैंडफिल में जाने वाला ई-कचरा कम हो सकेगा.

ऐसा करने वाला भारत केवल अकेला देश नहीं है. इससे पहले यूरोपीय संघ का कानून, 2024 में प्रभावी होगा. उसकी सीमाओं के भीतर बेचे जाने वाले सभी नए स्मार्टफोन, टैबलेट और दूसरे इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के लिए यूएसबी-सी अनिवार्य होगा.

अलग-अलग चार्जर खरीदने की नहीं होगी जरूरत

एप्पल, सैमसंग और अलग-अलग एंड्रॉइड डिवाइस निर्माताओं सहित कई प्रमुख ब्रांडों ने पहले ही अपने डिवाइस में यूएसबी-सी पोर्ट को शामिल करना शुरू कर दिया है. कई डिवाइस के लिए एक ही चार्जर चार्जिंग जिंदगी को काफी आसान कर देगा. इसके अलावा, उपभोक्ताओं को अब अलग-अलग उपकरणों के लिए कई चार्जर खरीदने की आवश्यकता नहीं होगी, जिससे समय के साथ लागत में बचत होगी.