scorecardresearch

मुंबई में महिला के साथ 13 लाख की ठगी: व्हाट्सअप पर भेजी APK फाइल और अकाउंट से निकाल लिए पैसे! मार्केट में आए एपीके फ्रॉड से सावधान हो जाइए

मुंबई में महिला के साथ 13 लाख की ठगी: व्हाट्सअप पर भेजी APK फाइल और अकाउंट से निकाल लिए पैसे! मार्केट में आए एपीके फ्रॉड से सावधान हो जाइए

 Cyber Fraud Cyber Fraud
हाइलाइट्स
  • एपीके फाइल एक तरह का स्पायवेयर

  • मुंबई में महिला के साथ 13 लाख की ठगी

रोजाना नए-नए पैतरें अपनाकर साइबर क्रिमिनल लोगों को ठग रहे हैं. मुंबई की एक 36 वर्षीय महिला ठगी का शिकार हो गई. महिला को व्हाट्सएप पर एक मैसेज मिला था जिसमें बैंक के साथ आधार अपडेट करने के लिए एक एपीके फाइल थी. पीड़िता ने फाइल पर क्लिक किया, जिसके बाद उसके मोबाइल पर ओटीटी आने लगे और एक ही दिन में 19 ट्रांजेक्शन की वजह से बैंक से 13.20 लाख रुपये डेबिट हो गए. इस ऑनलाइन ठगी के मामले में मुंबई साइबर क्राइम पुलिस जांच कर रही है.

पीड़ित महिला ने बताया कि यह पैसा उसके पति की मृत्यु के बाद इंश्योरेंस सेटलमेंट का हिस्सा था. महिला ने कहा कि उसने अपने पति के इलाज पर 83 लाख रुपये खर्च किए थे, और उसे बीमा कंपनी से केवल 10 लाख रुपये मिले थे. 

देश के तमाम बैंक अपने ग्राहकों को साइबर फ्रॉड से बचने के लिए टिप्स देते रहते हैं और उन्हें अलर्ट भी करते रहते हैं.

APK file
APK file

क्या है एपीके फाइल
एपीके फाइल एक तरह का स्पायवेयर है. यह सिर्फ एंड्रायड ऑपरेटिंग सिस्टम पर काम करता है. यह एक नकली ऐप है जिसे किसी के बैंक लॉगिन डिटेल, एसएमएस और ओटीपी चुराने के लिए डिजाइन किया गया है. APK फाइल में वायरस से लेकर मालवेयर तक हो सकते हैं. 

कैसे काम करता है ये फ्रॉड
हैकर्स को सबसे पहले पीड़ितों से उनके मोबाइल डिवाइस पर एपीके फाइल इंस्टॉल करवाते हैं.जब पीड़ित एपीके फाइल पर क्लिक करके इंस्टॉल करता है तो उसे ऐप पर बहुत सारी ऐप्स के लिए एक्सेस मांगी जाती है. परमिशन मिलने के बाद हैकर को पीड़ित की डिवाइस तक एक्सेस और कंट्रोल मिल जाता है.

Cyber Fraud
Cyber Fraud

एक्सपर्ट्स कहते हैं आप अलर्ट होंगे तो साइबर फ्रॉड नहीं होगा. साइबर एक्सपर्ट पवन दुग्गल ने साइबर फ्रॉड से बचने के टिप्स शेयर किए हैं.

  • APK फाइल का सोर्स एंड्रॉयड स्टूडियो होना चाहिए. आसान भाषा में कहें तो सोर्स भरोसेमंद हो. वॉट्सऐप से लेकर एसएमएस, और ईमेल से आई लिंक से तो बिल्कुल नहीं.

  • ईमेल, मैसेज या व्हाट्सएप के जरिए मिले अननोन फाइलों को कभी भी डाउनलोड न करें.

  • एपीके फाइल का साइज केवल कुछ KB का ही होगा.

  • फोन में एंटीवायरस सॉफ्टवेयर इंस्टॉल रखें. ये फेक एपीके फाइलें तुरंत पहचान लेगा.

  • किसी भी सॉफ्टवेयर को आटो डाउनलोड मोड पर न रखें.

  • मोबाइल ऐप से भुगतान के वक्त PAYSEC का लोगो देखें.

  • अनजान व्यक्ति के ई-मेल लिंक और अटैचमेंट न खोले.

  • फोन में एंटी वायरस, स्पैम फिल्टर, एंटी स्पायवेयर लगाएं.

  • फोन को नियमित रूप से रीबूट करें और किसी भी बैकग्राउंड ऐप्स को हटा दें.

  • कैशबैक और क्रेडिट कार्ड ऑफर करने वालों से सावधान रहें.

  • लुभावने मैसेज के जरिए भेजी जाने वाली प्रमोशनल लिंक पर क्लिक करने से बचें.

  • यूजरनेम और पासवर्ड की टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA) का उपयोग करें.

  • ट्रांजेक्शन के बाद कुकीज डिलीट करना न भूलें.

अगर फ्रॉड हो जाए तो क्या करें

  • अगर आप ऑनलाइन क्राइम के शिकार हो गए हैं, तो जितनी जल्दी हो सके रिपोर्ट दर्ज करें. 

  • अपने डिवाइस को इंटरनेट से डिस्कनेक्ट करें क्योंकि यह आगे के नुकसान को रोकने का सबसे प्रभावी तरीका है.

  • धोखाधड़ी के शिकार होने पर अपने बैंक के संबंधित अधिकारी को तुरंत सूचित करें.

  • अपने साथ हुई ठगी की शिकायत हेल्पलाइन नंबर 1930 पर करें.

  • ऑनलाइन फ्रॉड को रजिस्टर करने के लिए www.cybercrime.gov.in पर लॉग इन कर सकते हैं.