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ATM Fraud: एटीएम में 'मदद के लिए' अपना नंबर लिखकर छोड़ गए थे जालसाज, ग्राहक का अकाउंट किया खाली

ATM Fraud: आप जब पैसे निकालने किसी एटीएम में जाते हैं तो स्कैमर्स उस एटीएम में पहले से ही ऐसा लिक्विड लगाकर रखते हैं ताकि आपका कार्ड एटीएम मशीन में चिपक जाए. आप इसे निकालने के सारे जतन करते हैं और फिर थक हारकर वहां दिए गए हेल्पलाइन नंबर (जोकि कागज पर इन जालसालों द्वारा ही लिखा होता है) पर संपर्क करते हैं.

ATM Fraud/(Photo-Apurva) ATM Fraud/(Photo-Apurva)
हाइलाइट्स
  • इन दिनों साइबर क्राइम जैसी घटना बढ़ रही हैं.

  • जालसाज ठगी का नया पैंतरा आजमा रहे हैं.

देश की राजधानी दिल्ली में एटीएम से धोखाधड़ी का एक नया मामला सामने आया है, जहां एक एटीएम मशीन के जरिए बड़ी ही चालाकी से फ्रॉड को अंजाम दिया जा रहा है. वो भी दिल्ली के पॉश इलाके मयूर विहार में. दरअसल, एटीएम से पैसे निकालने गई पीड़िता ने जब एटीएम कार्ड मशीन पर फंसने के बाद हेल्पलाइन नंबर से मदद मांगी तो मदद करने के बहाने विक्टिम को हजारों रुपये का चूना लगा दिया. स्कैमर्स ने यह काम इतनी चालाकी के साथ किया कि विक्टिम को इसकी भनक तक नहीं लगी.

किस तरह जालसालों ने दिया फ्रॉड को अंजाम
25 साल की अपूर्वा मयूर विहार फेज 1 में रहती हैं. हमेशा की तरह वे पैसे निकालने साउथ इंडियन बैंक (मयूर विहार फेज 1, दिल्ली पुलिस अपार्टमेंट के सामने) के एटीएम में गईं. पैसे निकालने के लिए जब उन्होंने एटीएम कार्ड लगाया तो कार्ड मशीन में फंस गया. एटीएम कार्ड फंसने के बाद वहाँ बाहर मौजूद एक शख्स ने अपूर्वा को मदद की पेशकश करते हुए कहा- आप इस नंबर पर कॉल कर लीजिए. अपूर्वा ने मशीन पर लिखे नंबर पर जब फोन मिलाया तो फोन उठाने वाले शख्स ने खुद को बैंक एजेंट बताया. उस कथित एजेंट ने पीड़िता से तमाम स्टेप्स फॉलो करने को कहा ताकि उनके दिमाग में फ्रॉड जैसी बात ही ना आए.

बैंक एजेंट बनकर अकाउंट किया खाली
एजेंट ने पीड़िता से मशीन नंबर पूछा, जोकि मशीन पर मार्कर से लिखा हुआ था. एजेंट ने उन्हें ये भी कहा कि मैं यहां से एटीएम मशीन बंद कर देता हूं, चूंकि आज रविवार है तो इंजीनियर सोमवार सुबह ही आ पाएगा और एटीएम कार्ड उसके बाद ही निकल पाएगा. एजेंट ने पीड़िता से क्लियर और कैंसल का बटन एक साथ दबाने को भी कहा और पिन डालकर एंटर करने के लिए कहा. इसके बाद मशीन पर Out Of Service लिखा हुआ आया. इसके बाद खुद को बैंक एजेंट बताने वाले शख्स ने पीड़िता से उनका फोन नंबर मांगा और जरूरी जानकारी फोन के द्वारा साझा करने की बात कही. इतना ही नहीं पीड़िता से कार्ड मशीन में ही छोड़ने को कहा गया. पीड़िता कुछ देर तक तो एटीएम मशीन के बाहर खड़ी रहीं फिर करीब 10 मिनट बाद जब वो वहां से निकलीं उनके पास 21 हजार रुपये डेबिट का मैसेज आ गया. मैसेज से पता चला कि ये पैसे उसी एटीएम से निकाले गए हैं. इसके बाद पीड़िता ने स्थानीय पुलिस के पास शिकायत दर्ज करा दी है.

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कैसे होता है ATM फ्रॉड?

सुनने में बेशक मामला अजीब लगे लेकिन इस तरह के फ्रॉड के जरिए स्कैमर्स भोले-भाले लोगों को बेवकूफ बना रहे हैं. आप जब पैसे निकालने किसी एटीएम में जाते हैं तो स्कैमर्स उस एटीएम में पहले से ही ऐसा लिक्विड लगाकर रखते हैं ताकि आपका कार्ड एटीएम मशीन में चिपक जाए. आप इसे निकालने के सारे जतन करते हैं और फिर थक हारकर वहां दिए गए हेल्पलाइन नंबर (जोकि कागज पर इन जालसालों द्वारा ही लिखा होता है) पर संपर्क करते हैं. ये नंबर साइबर ठग ही हेल्पलाइन के नाम से वहां छोड़ कर जाते हैं. कॉल के दौरान वे आपकी मदद के बहाने आपसे पिन मालूम कर लेते हैं और फिर आपको घर जाने की कहते हैं. साथ ही कहते हैं कि आप कल बैंक या इसी एटीएम में आकर अपना  कार्ड कलेक्ट कर सकते हैं. इसके बाद आपका अकाउंट खाली हो जाता है.

किससे लें मदद

अगर आपका एटीएम कार्ड कभी मशीन में इस तरीके से फंस जाए तो कभी वहां मौजूद नंबर पर कॉल न करें. ऐसी स्थिति में आपको सबसे पहले 112 नंबर पर कॉल करके पुलिस बुलानी है. पुलिस आपको आपका कार्ड वापस करने में मदद करेगी न कि वहां मौजूद दूसरा कोई शख्स. इसके अलावा वहां मौजूद किसी भी अनजान शख्स ने मदद न लें. किसी भी दूसरे व्यक्ति को अपना पासवर्ड देने से बचें. अगर आपका पिन लीक हो गया तो कोई दूसरा आपके अकाउंट में सेंध लगा सकता है.

एटीएम के जरिए पैसे निकालने में जरा सी लापरवाही आपका बड़ा नुकसान करा सकती है. स्कैमर्स आपकी गलती का फायदा उठा सकते हैं और आपका बैंक अकाउंट खाली कर सकते हैं. इसलिए सावधान रहें और सतर्क रहें.