भारत में साइबर क्राइम की घटनाएं दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही हैं. एनसीआरबी के मुताबिक भारत में ऑनलाइन बैंकिंग धोखाधड़ी के 4,047 मामले, एटीएम धोखाधड़ी के 2,160 मामले, क्रेडिट/डेबिट कार्ड धोखाधड़ी के 1,194 मामले और 1,093 ओटीपी धोखाधड़ी के मामले दर्ज किए गए. अब, एक और घोटाला सामने आया है जिसने अब तक देश भर में सैकड़ों लोगों को अपना शिकार बनाया है. नए घोटाले में, स्कैमर्स लोगों को एक लिंक के साथ एक एसएमएस भेजते हैं कि उनका बिजली बिल बकाया है और ये कहते हैं कि इस लिंक पर क्लिक करके उनका बिल क्लियर हो जाएगा.
बिजली बिल की यह धोखाधड़ी पिछले कई महीनों से चल रही है और कई यूजर्स के बैंक खाते को स्कैमर्स ने खाली करने में कामयाबी भी हासिल की है. जबकि स्मार्टफोन यूजर्स को इस तरह के घोटालों से परेशान होने के साथ-साथ सतर्क रहने की भी जरुरत है. एक हालिया रिपोर्ट बताती है कि साइबर क्राइम अधिकारियों ने झारखंड के एक जिले से इसी तरह के घोटाले में लगे लोगों को गिरफ्तार किया है. लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि ऐसी घटनाएं दोबारा नहीं हो सकतीं. इससे सावधान होने की भी जरूरत है आपको कभी भी टेक्स्ट मैसेज या व्हाट्सएप के जरिए भेजे गए लिंक पर क्लिक नहीं करना चाहिए.
साइबर क्राइम अधिकारियों के मुताबिक बिजली बिल घोटाला झारखंड के जामताड़ा से चल रहा था. इन स्कैमर्स ने एक टेक्स्ट मैसेज के साथ लोगों के फोन हैक कर लिए, जिसमें कहा गया था कि उनका बिजली बिल बकाया है और इसे तुरंत चुकाने की जरूरत है.
खबरों के मुताबिक लोगों को स्कैन किए गए संदेश भेजने के लिए गिरोह ने पहले सिम कार्ड विक्रेताओं से थोक सिम कार्ड खरीदने के लिए संपर्क किया. इन स्कैमर्स ने फिर फर्जी पैसे लेने के लिए एक बैंक खाता बनाया. इसके बाद, उन्होंने लोगों को उनके बिजली बिलों का भुगतान करने के लिए मैसेज भेजने शुरू किए.
ज्यादातर लोगों को मिले मैसेज में लिखा है कि "प्रिय उपभोक्ता, आज रात आपकी बिजली बंद कर दी जाएगी क्योंकि आपके पिछले महीने का बिल अपडेट नहीं किया है. कृपया बिल का भुगतान करने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें. "
अगर यूजर्स एसएमएस में दिए गए लिंक पर क्लिक किया, तो उन्हें या तो एक टेलीकॉलर या एक वेबसाइट पर निर्देशित किया जाता है, जहां पर उन्हें अपना बिजली बिल चुकाने के लिए कहा जाता है. घोटाले से अनजान लोग अक्सर अपने बैंक खाते की डीटेल जोड़ते थे और पैसा सीधे खाते से डेबिट हो जाता था. ज्यादातर मामलों में, ये टेलीकॉलर्स अक्सर बीएसईएस अधिकारियों के रूप में सामने आते हैं और बैंक खाते की डीटेल मांगते हैं. दिल्ली पुलिस ने खुलासा किया कि देश भर में बिजली बिल घोटाले से जुड़ी एक हजार से ज्यादा शिकायतें दर्ज की गई हैं.
ताजा रिपोर्टों के मुताबिक, दिल्ली पुलिस की साइबर अपराध इकाई ने इस बिजली बिल घोटाले के साथ कथित तौर पर लोगों को धोखा देने वाले 65 लोगों को गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि इस तरह की ज्यादातर घोटाले की घटनाएं झारखंड, पश्चिम बंगाल, राजस्थान और मध्य प्रदेश के जामताड़ा से हुईं. गौरतलब है कि जामताड़ा गिरोह अलग-अलग माध्यमों से लोगों को ठगने के लिए जाना जाता है.