जिस तेजी से हम डिजिटल दुनिया की तरफ बढ़ रहे हैं उतनी ही तेजी से साइबर स्कैम की घटनाएं भी बढ़ी है. पिछले कुछ सालों में लोगों ने ऑनलाइन स्कैम में लाखों, करोड़ों गंवाएं हैं. कुछ खरीदना हो, कुछ जानना हो, कुछ देखना हो सब कुछ बस एक क्लिक की दूरी पर है. यह सब जितना आसान हुआ है उतना ही आसान स्कैमर के लिए ठगी करना भी हुआ है. वे नई-नई तरकीबें अपना रहे हैं और ठगी को अंजाम दे रहे हैं. ताजा मामला बेंगलुरु की एक 77 साल की बुजुर्ग महिला से जुड़ा है. उनसे करोड़ों रुपए की ठगी कर ली गई. आखिर इतनी बड़ी ठगी कैसे हुई और इससे कैसे बचा जाए. आइए जानते हैं.
अनजान नंबर से आया कॉल
बेंगलुरु की एक 77 साल की महिला लक्ष्मी शिवकुमार को अनजान नंबर से एक कॉल आया. कॉल करने वाले व्यक्ति ने खुद को दूरसंचार विभाग का अधिकारी बताया और कहा कि आपके नाम से एक सिम कार्ड जारी हुआ है और उस नंबर से गैर कानूनी काम हुए हैं. यानी आपके नाम पर जारी हुआ नंबर अवैध गतिविधियों में शामिल है. शख्स ने आगे कहा कि मुंबई में आपके खिलाफ शिकायत भी दर्ज हो चुका है.
खुद को बताया मुंबई क्राइम ब्रांच का अधिकारी
महिला को थोड़ी देर बाद फिर से एक कॉल आया. इस बार कॉल पर दो लोग थे. दोनों ने खुद को मुंबई क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताया. एक ने अपना नाम संदीप राव और दूसरे ने आकाश कुलहरि बताया. शख्स ने महिला पर 60 करोड़ रुपए की मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगाया और वेरिफिकेशन के लिए बैंक खाता और निवेशों के बारे में जानकारी मांगी. कॉलर ने जानकारी नहीं देने पर गिरफ्तारी की बात कही. फर्जी अधिकारी बने शख्स ने महिला को FIR की कॉपी और अरेस्ट वारंट की जाली दस्तावेज दिखाए. इसके बाद महिला डर गई.
ऐसे हुई ठगी
स्कैमर ने जो जानकारी मांगी महिला ने डरकर दे दिया. इसके बाद महिला के खाते से 1 करोड़ 28 लाख और 70 हजार रुपए उड़ गए. पैसे कटने के बाद स्कैमर्स ने भरोसा दिलाया कि इन्वेस्टिगेशन प्रोसेस होने के बाद पैसा वापस आ जाएगा. लेकिन महिला इंतजार करती रही पैसे वापस नहीं आए. इसके बाद महिला ने उक्त मुंबई क्राइम ब्रांच के अधिकारी से कॉन्टेक्ट करने की कोशिश की लेकिन नंबर बंद आया. इसके बाद महिला को ठगे जाने का अहसास हुआ. महिला ने मुंबई पुलिस को इस ठगी की जानकारी दी. फिलहाल इस मामले की जांच जारी है.
स्कैम से बचने के टिप्स