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UPI Payments and Phone Biometrics: जल्द ही फेस आईडी या फोन बायोमेट्रिक्स से कर सकेंगे UPI पेमेंट, जानें कैसे और कब

जल्द ही फेस आईडी या फोन बायोमेट्रिक्स से UPI पेमेंट कर सकेंगे. इसका मकसद किसी भी तरह के फ्रॉड से यूजर्स को बचाना है. इस नई सुविधा के लिए नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया काम कर रहा है. इसमें यूजर को पेमेंट करने के लिए पिन के बजाय फेस आईडी या फिंगरप्रिंट की जरूरत पड़ेगी.

UPI Payments and Phone Biometrics (representative Image) UPI Payments and Phone Biometrics (representative Image)
हाइलाइट्स
  • बायोमेट्रिक्स से कर सकेंगे UPI पेमेंट

  • धोखे से निकाल लिए जाते हैं पैसे 

आज छोटी से छोटी या बड़ी से बड़ी पेमेंट के लिए हम UPI  पेमेंट का सहारा लेते हैं. यह अरबों लोगों के लिए जल्दी पैसे भेजने और लेने का सबसे पसंदीदा तरीका बन चुका है. किराने के सामान की पेमेंट से लेकर बिलों का ऑनलाइन भुगतान (Online Payment) करने तक हर चीज के लिए इसका इस्तेमाल किया जा रहा है. 

हालांकि, किसी भी लोकप्रिय तकनीक की तरह, UPI भी सुरक्षा से संबंधित मुद्दों से अछूता नहीं रहा है. मजबूत सुरक्षा उपायों के बावजूद, घोटाले और धोखाधड़ी की खबरें लगभग हर दिन मिल जाती हैं. इन चिंताओं को दूर करने और डिजिटल ट्रांजेक्शन की सुरक्षा में सुधार करने के लिए, यूपीआई पेमेंट का एक तरीका आने वाला है. जल्द ही फेस आईडी (Face ID) या फोन बायोमेट्रिक्स (Phone Biometrics) से UPI पेमेंट कर सकेंगे. 

यूपीआई पेमेंट में नया क्या है?
हालिया रिपोर्टों के अनुसार, नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) एक बड़े सुधार पर काम कर रहा है. इस अपग्रेड में यूपीआई पेमेंट में बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन सुविधा को शामिल करना है. इसका मतलब यह है कि जल्द ही, ट्रांजेक्शन करने के लिए हमें चार या छह अंकों का पिन नहीं डालना होगा. इसके बजाय, यूजर बायोमेट्रिक्स में फेस आइडी या फिंगरप्रिंट सेंसर से पेमेंट कर सकेंगे. इससे किसी भी तरह के फ्रॉड से बचा जा सकेगा. 

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क्यों किया जा रहा है अपग्रेड?
इस नइ सिस्टम को इसलिए लाया जा रहा है ताकि किसी भी तरह का कोई स्कैम न हो सके. हालांकि, UPI पेमेंट पहले से ही काफी सुरक्षित है लेकिन हाल की कुछ घटनाओं की वजह से इस नइ अपडेट को लेकर काम चल रहा है. कई रिपोर्ट के मुताबिक, स्कैमर्स ज्यादातर यूजर्स को कहते हैं कि वे अपना बैंक पिन डालें और फिर इससे उनके अकाउंट से पैसे निकालने में सफल हो पाते हैं. 

धोखे से निकाल लिए जाते हैं पैसे 
इसी तरह का एक फ्रॉड OLX स्कैम है. इसमें यूजर्स जब पेमेंट करने के लिए आगे बढ़ते हैं तो उनके धोखे से पैसे निकाल लिए जाते हैं. अक्सर, इन घोटालों में यूजर्स पेमेंट करने के लिए अपना पिन डालते हैं. जिसका इस्तेमाल बाद में पैसे चुराने के लिए किया जाता है. कुछ ऐसे ही अलग-अलग के स्कैम को देखते हुए फेस आईडी या फोन बायोमेट्रिक्स पर काम किया जा रहा है. 

कैसे करता है बायोमेट्रिक्स ऑथेंटिकेशन काम?
बायोमेट्रिक्स ऑथेंटिकेशन एक तरह का सिक्योर मेथड है. इसमें यूजर को लॉगिन करने के लिए फेस आईडी की जरूरत पड़ती है. इसमें फिंगरप्रिंट सेंसर और फेस आईडी से पेमेंट की जा सकती है. इन बायोमेट्रिक सुविधाओं को नॉर्मल पिन की तुलना में ज्यादा सुरक्षित माना जाता है. 

गौरतलब है कि वर्तमान में, भारत में कई UPI ऐप उपलब्ध हैं. इनमें Google Pay, PhonePe, Amazon Pay और Paytm जैसे लोकप्रिय ऐप शामिल हैं. इन सभी ऐप में यूजर्स पिन का उपयोग करके यूपीआई पेमेंट करते हैं. ऐसे में बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन की शुरुआत इन प्लेटफार्मों के लिए एक बड़ा बदलाव होगी.