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हर झगड़े का हल ChatGPT से पूछते हैं! कपल्स का नया लव गुरु बना AI, देते हैं इतने पैसे

ChatGPT जैसी AI बेसिक रिलेशनशिप एडवाइस दे सकती है, लेकिन गहरी मानसिक समस्याओं के लिए इंसानी थेरेपिस्ट ही सही हैं.  हालांकि, AI को अपनी पर्सनल बातें बताना रिस्की हो सकता है, क्योंकि कोई नहीं जानता कि डेटा कहां स्टोर होता है.

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लॉस एंजेलिस की रहने वाली अबेला बाला (36) और डॉम वर्साची (29) की लव स्टोरी किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है. दोनों के बीच गहरा प्यार था, लेकिन छोटी-छोटी बातों पर झगड़े भी खूब होते थे. जब भी किसी मुद्दे पर सहमति नहीं बनती, तो बहस लंबी खिंच जाती और कभी-कभी रिश्ता तनावपूर्ण हो जाता.

ऐसे ही एक झगड़े के बाद, अबेला और डॉम ने अपने रिश्ते को बचाने के लिए एक अनोखा तरीका अपनाया. उन्होंने किसी इंसानी काउंसलर के पास जाने की बजाय AI चैटबॉट ‘ChatGPT’ को अपना रिलेशनशिप काउंसलर बना लिया! अब जब भी किसी विषय पर दोनों के बीच विवाद होता, तो वे ChatGPT से पूछते कि कौन सही है और समाधान क्या हो सकता है?

कैसे बना AI उनका 'रिलेशनशिप रेफरी'?
अबेला और डॉम ने ChatGPT Plus ($20 प्रति माह) का सब्सक्रिप्शन लिया और इसे अपने रिश्ते का 'थर्ड पार्टी काउंसलर' बना दिया. जब भी वे किसी विषय पर बहस करते, तो ChatGPT से राय लेते. चौंकाने वाली बात यह थी कि AI उन्हें निष्पक्ष जवाब देता और कई बार उनके झगड़े वहीं खत्म हो जाते.
न्यू यॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, अबेला ने कहा, "ChatGPT ने हमारा रिश्ता बचा लिया... बस तब तक, जब तक यह डॉम का पक्ष नहीं लेता!"

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कई बार, जब दोनों में बहस होती, तो AI उन्हें 'ओपन रिलेशनशिप' (Open Relationship) अपनाने की सलाह भी दे देता, जिसे सुनकर दोनों हंस पड़ते और लड़ाई खत्म हो जाती.

AI काउंसलिंग क्यों बन रही है कपल्स की पसंद?
अमेरिका में रिलेशनशिप थेरेपी लेना सस्ता नहीं है. प्रति सेशन $400 (₹33,000) तक की फीस देनी पड़ती है, जो हर किसी के लिए संभव नहीं है. वहीं, ChatGPT सिर्फ $20 (₹1,600) में पूरे महीने के लिए मदद कर सकता है!

हालांकि, AI काउंसलिंग के कई फायदे हैं-

  1. कभी भी, कहीं भी एक्सेस- असली थेरेपिस्ट से अपॉइंटमेंट लेना पड़ता है, लेकिन AI 24/7 उपलब्ध है.
  2. निष्पक्ष राय- इंसानों की तरह AI के कोई पूर्वाग्रह (Bias) नहीं होते.
  3. झगड़ने का मौका नहीं- इंसान से बहस हो सकती है, लेकिन AI से लड़ने का कोई फायदा नहीं, जिससे झगड़े खुद ही खत्म हो जाते हैं!
  4. सस्ता और सुविधाजनक- महंगे काउंसलिंग सेशंस के बजाय AI एक किफायती समाधान बन सकता है.

क्या सच में AI 'रिलेशनशिप गुरु' बन सकता है?
हालांकि ChatGPT जैसी AI टेक्नोलॉजी बेसिक रिलेशनशिप एडवाइस दे सकती है, लेकिन गहरे मानसिक और भावनात्मक मुद्दों के लिए इंसानी थेरेपिस्ट की जरूरत होती है. ChatGPT भावनाओं को पूरी तरह नहीं समझ सकता, जबकि असली काउंसलर आपकी भावनात्मक स्थिति को समझकर मदद कर सकते हैं. साथ ही, कोई नहीं जानता कि आपकी निजी बातचीत AI सिस्टम में कहां स्टोर होती है और उसका उपयोग कैसे किया जा सकता है.

हालांकि, किसी भी रिलेशनशिप में सबसे महत्वपूर्ण चीज इंसानी भावनाएं और आपसी समझ होती है. AI एक अच्छा सहायक जरूर हो सकता है, लेकिन रिश्तों को बनाए रखने के लिए विश्वास, संवाद और प्यार ही सबसे बड़े आधार होते हैं.