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अब आतंकियों की खैर नहीं.... दुश्मनों के खात्मे के लिए तैयार है अपग्रेडेड ‘ब्लैक पैंथर’....अंधेरे में भी दुश्मन को खोज कर मार गिराने की है काबिलियत

यह व्हीकल 14 हाई और नाइट विजन कैमरों से लैस है जिससे रात के अंधेरे में छिपे हुए आंतकियों को खोजने में मदद मिलेगी. नगरोटा एनकाउंटर का उदाहरण देते हुए डीजीपी ने कहा कि मुठभेड़ के दौरान इस्तेमाल किया गया कमांड व्हीकल आतंकवादियों का मुकाबला करने में बेहद मददगार साबित हुआ था.

Upgraded Black Panther Vehicle Upgraded Black Panther Vehicle
हाइलाइट्स
  • 14 हाई और नाइट विजन कैमरों से है लैस

  • खाने-पीने और रहने की सारी व्यवस्था

अब जम्मू-कश्मीर के आंतकियों की खैर नहीं है क्यूंकि जम्मू-कश्मीर पुलिस को अत्याधुनिक तकनीक से लैस ऐसा वाहन सौंपा गया है जो खुद की सुरक्षा भी कर सकता है और दुश्मनों का नामोनिशान भी मिटा सकता है. 28 दिसंबर को जम्मू कश्मीर पुलिस के डायरेक्टर जनरल दिलबाग सिंह ने मॉडर्न तकनीक से लैस 3 कमांड वाहनों को जम्मू कश्मीर पुलिस के हवाले किया. ये 3 ब्लैक पैंथर कमांड व्हीकल उधमपुर रियासी रेंज, पूंछ-राजौरी रेंज और डोडा-किश्तवार रेंज की पुलिस टीमों को दी गई हैं. यह व्हीकल आतंकियों का काल तो बनेगा ही, साथ-साथ दुश्मनों पर नजर भी रखेगा. 

14 हाई और नाइट विजन कैमरों से है लैस

ये वाहन पूरी तरह से वातानुकूलित हैं और इसमें 14 सीसीटीवी कैमरे, पीटीजेड कैमरा, 360 डिग्री व्यू कैमरा लगाए गए हैं. डीजीपी ने बताया कि ये कमांड वाहनों का अपग्रेडेड और एडवांस्ड वर्ज़न सभी आधुनिक गैजेट्स के साथ अतिरिक्त सुरक्षा सुविधाओं और निगरानी प्रणालियों से लैस है. उन्होंने कहा कि इन वाहनों में लगे सर्विलांस सिस्टम की मदद से हम किसी भी आपात स्थिति में काफी हद तक पूरे इलाके और आसपास की गतिविधियों पर नजर रख सकेंगे. यह व्हीकल 14 हाई और नाइट विजन कैमरों से लैस है जिससे रात के अंधेरे में छिपे हुए आंतकियों को खोजने में मदद मिलेगी. नगरोटा एनकाउंटर का उदाहरण देते हुए डीजीपी ने कहा कि मुठभेड़ के दौरान इस्तेमाल किया गया कमांड व्हीकल आतंकवादियों का  कुशलता से मुकाबला करने में बेहद उपयोगी साबित हुआ था.

खाने-पीने और रहने की सारी व्यवस्था

एडवांस्ड रडार सिस्टम से लैस इस गाड़ी का कम्युनिकेशन सिस्टम जबरदस्त है और यह एनकाउंटर ऑपरेशंस में भी काफी मददगार साबित होती है. अगर इसके टायर में गोली भी लग जाए तो इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा. इसके कैमरों की रेंज बेहतरीन है. साथ ही साथ इस गाड़ी में एक बार में 4 से 5 जवानों के आराम करने की सुविधा है.  इस व्हीकल के अंदर फर्स्ट एड किट से लेकर खाने-पीने और रहने की सारी व्यवस्था है. दुर्गम इलाकों में जवानों के लिए यह उनका हमसफ़र साबित होगा.