scorecardresearch

जानकारी : बरतें सावधानी, गूगल पर ना करें ये चीजें सर्च

अगर आप गूगल पर अक्सर टेररिज्म एक्टिविटीज सर्च करते हैं तो ऐसा करना फौरन बंद कर दीजिए. दरअसल देश की खुफिया एजेंसी सुरक्षा को लेकर काफी सतर्क रहती हैं और अगर उन्हें पता चलता है कि कोई व्यक्ति बार-बार ऐसी एक्टिविटीज को सर्च कर रहा है तो उनका शक उस व्यक्ति पर जाता है और ऐसे शख्स की दिक्कतें बढ़ सकती हैं फिर चाहे वह कोई गलत काम कर रहा हूं या फिर नहीं लेकिन यह चीजें उसे जेल पहुंचा सकती हैं. ऐसे में इन सारी चीजों को गूगल पर कभी भी सर्च नहीं करना चाहिए.

गूगल पर इन जानकारियों को सर्च करने से बचें गूगल पर इन जानकारियों को सर्च करने से बचें

स्मार्ट फोन यूजर के लिए कोई भी जानकारी का गूगल पर सर्च करना एक आदत है. छोटी से छोटी या बड़ी से बड़ी जानकारियों का गूगल पर सर्च करना और जानकारियां इकट्ठी करना सबसे आसान काम है. लेकिन क्या आपको पता है कि गूगल सर्च का इस्तेमाल आपको जेल भी पहुंचा सकता है. कई बार ऐसा होता है कि  कुछ लोग कई बार गलती से ऐसा कुछ इस पर सर्च कर लेते हैं जो विवाद पैदा कर सकता है और उन्हें जेल भी पहुंचा सकता है. ऐसे में हम आपको बताने जा रहे हैं कि उन सर्च के बारे में जिन्हें गूगल पर नहीं सर्च करना चाहिए नहीं तो आप को जेल की हवा भी खानी पड़ सकती है.  

पायरेटेड कंटेंट

अगर आप गूगल पर किसी फिल्म या फिर कोई दूसरी चीज  का पायरेटेड कंटेंट सर्च कर रहे हैं तो ऐसा करना आप को जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा सकता है ऐसे में आपको गूगल पर पायरेटेड कंटेंट सर्च नहीं करना चाहिए क्योंकि इसे लेकर काफी सख्त नियम देश और दुनिया भर में बने हुए हैं. सिनेमेटोग्राफी एक्ट 1952 में संशोधन के तहत अब फिल्म पाइरेसी को गंभीर अपराध समझा जाएगा और ऐसा करने पर 3 साल की सजा का प्रावधान है. 

टेररिज्म एक्टिविटीज

अगर आप गूगल पर अक्सर टेररिज्म एक्टिविटीज सर्च करते हैं तो ऐसा करना फौरन बंद कर दीजिए.  दरअसल देश की खुफिया एजेंसी सुरक्षा को लेकर काफी सतर्क रहती हैं और अगर उन्हें पता चलता है कि कोई व्यक्ति बार-बार ऐसी एक्टिविटीज को सर्च कर रहा है तो उनका शक उस व्यक्ति पर जाता है और ऐसे शख्स की दिक्कतें बढ़ सकती हैं फिर चाहे वह कोई गलत काम कर रहा हूं या फिर नहीं लेकिन यह चीजें उसे जेल पहुंचा सकती हैं.  ऐसे में इन सारी चीजों को गूगल पर कभी भी सर्च नहीं करना चाहिए. 

चाइल्ड पॉर्नोग्राफी

चाइल्ड पॉर्नोग्राफी को लेकर दुनिया भर में सख्त नियम कानून बनाए गए हैं और अगर आप भी इसे गूगल पर सर्च करने की कोशिश करेंगे तो आप के खिलाफ गैर जमानती धाराओं में कार्यवाही की जा सकती है. अगर आप ऐसी चीजें सर्च करते हैं तो ऐसा ना करें क्योंकि आपको जेल की हवा खानी पड़ सकती है. 

पीड़िता की पहचान 

इंटरनेट पर छेड़छाड़ की पीड़िता का नाम व तस्वीर शेयर करना भी अपराध की श्रेणी में आता है. सुप्रीम कोर्ट ने इसको लेकर साफ निर्देश जारी किए हुए हैं. सुप्रीम कोर्ट के अनुसार छेड़छाड़ की पीड़िता की पहचान शेयर करने पर सजा का प्रावधान है. सुप्रीम कोर्ट का कहना है अगर कोई भी व्यक्ति प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक या सोशल मीडिया के किसी भी प्लेटफॉर्म ऐसी पीड़िताओं का नाम व फोटो शेयर करता है तो उसको जेल तक जाना पड़ सकता है.