Google ने बुधवार को घोषणा की कि वह नए गोपनीयता प्रतिबंधों को अपना रहा है जिसकी मदद से वो अपने एंड्रॉयड डिवाइसों पर ऐप्स में ट्रैकिंग में कटौती करेगा. पिछले साल भी एप्पल ने इसी तरह का कदम उठाया था. Google ने कहा कि वह अपनी विज्ञापन आईडी, वर्णों की एक अनूठी स्ट्रिंग जो उपयोगकर्ता के डिवाइस की पहचान करती है, के लिए नए गोपनीयता-केंद्रित बदलाव ला रहा है. स्मार्टफोन में डिजिटल आईडी अक्सर विज्ञापन-तकनीक कंपनियों को उपभोक्ताओं के बारे में जानकारी ट्रैक करने और साझा करने में मदद करती है.
मेटा जैसी बड़ी कंपनियों को प्रभावित करेंगे बदलाव
ये बदलाव उन बड़ी कंपनियों को प्रभावित कर सकते हैं जो फेसबुक पैरेंट मेटा जैसे ऐप पर उपयोगकर्ताओं को ट्रैक करने पर निर्भर हैं. उदाहरण के लिए, एप्पल में हुए बदलाव से मेटा को बहुत प्रभाव पड़ा. मेटा ने इस महीने की शुरुआत में कहा था कि एप्पल के प्राइवेसी में बदलाव से इस साल सोशल मीडिया कंपनी की बिक्री में करीब 10 अरब डॉलर की कमी आएगी. उस खबर से एक ही दिन में कंपनी के मार्केट कैप से 232 बिलियन डॉलर का सफाया हो गया था और आखिर तक मार्केट कैप 600 बिलियन डॉलर से भी नीचे धकेल दिया.
कानूनी मुद्दों से बचने में मिलेगी मदद
Google ने कहा कि वह अगले दो वर्षों तक मौजूदा पहचानकर्ताओं का समर्थन करना जारी रखेगा, जिसका अर्थ है कि दूसरी कंपनियों के पास बदलाव को लागू करने का समय है. प्राइवेसी पर ध्यान केंद्रित करने से इस टेक जियांट को कानूनी मुद्दों से बचने में मदद मिल सकती है क्योंकि कानून निर्माता और उपभोक्ता अपने व्यक्तिगत डेटा के बारे में अधिक जागरूक और चिंतित हो जाते हैं. कंपनी ने कहा कि वह नियामकों के साथ मिलकर काम करेगी.