Google ने अपने एआई सर्च टूल को भारत में लॉन्च कर दिया है. Google अमेरिका के बाहर अपने जेनरेटिव AI सर्च टूल एक्सपिरियंस का विस्तार कर रहा है. गूगल इसे भारत और जापान में ला रहा है. ये समरी के साथ प्रॉम्प्ट में टेक्सट या विजुअल रिजल्ट दिखाएगा. इस फीचर को क्रोम डेस्कटॉप और Android और iOS पर गूगल ऐप के लेटेस्ट वर्जन के माध्यम से यूज किया जा सकेगा.
दोनों देश अमेरिका के बाहर 'नया' सर्च एक्सपिरियंस प्राप्त करने वाले पहले देश हैं. नया AI-पॉवर्ड सर्च फीचर, जिसे SGE (सर्च जेनरेटिव एक्सपीरियंस) के रूप में भी जाना जाता है, Google की सर्च लैब्स के माध्यम से उपलब्ध होगा और एक नया फीचर पेश करेगा जिसका उद्देश्य इसके AI-पॉवर्ड ओवरव्यू में जानकारी ढूंढना आसान बनाना है. 31 अगस्त से, Google भारत में सर्च लैब्स में ऑप्ट-इन प्रयोग के रूप में सर्च जेनरेटिव एक्सपीरियंस (SGE) शुरू कर रहा है. यह AI-संचालित अनुभव अंग्रेजी और हिंदी में उपलब्ध है. इस एआई सर्च टूल से आप इंट्रोडक्शन वीडियो, क्रिएटिव फोटो, कोडिंग, किसी भी विषय पर समरी ले सकते हैं.
हिंदी में भी होगा उपलब्ध
बता दें कि इस फीचर को सबसे पहले केवल अमेरिका में लॉन्च किया गया था. अब भारत और जापान के यूजर्स भी इस टूल का इस्तेमाल कर पाएंगे. जापानी यूजर इस फीचर का उपयोग अपनी स्थानीय भाषाओं में कर सकेंगे जबकि भारतीय यूजर इसे अंग्रेजी और हिंदी में इस्तेमाल कर सकेंगे.
SGE क्या है और यह कैसे काम करता है
वास्तव में SGE क्या है? सर्च जेनरेटिव एक्सपीरियंस या एसजीई Google सर्च में एक बातचीत का मोड पेश करता है जहां यूजर्स किसी विषय के बारे में Google से प्रश्न पूछ सकते हैं और फिर एआई चैटबॉट के समान, उन्हें उसी में उसका जवाब मिल जाएगा. आज अगर आपने क्रोम चलाया होगा तो आपने देखा होगा कि टॉप लेफ्ट कॉर्नर में लैब्स आइकन बनकर आ रहा होगा. उसपर क्लिक करने पर एक नया इंटिग्रेटेड सर्च रिजल्ट पेज पर दिखना शुरू हो जाएगा जो सर्च रिजल्ट के टॉप पर एआई-जेनरेटेड स्नैपशॉट के साथ दिखाई देगा. यह स्नैपशॉट एक क्विक टॉपिक समरी और विषय की गहराई तक जाने के लिए लिंक भी दिखाएगा. मई 2023 में पहली बार इसे अमेरिका में और फिर इस सप्ताह की शुरुआत में जापान में लाने के बाद अब इसे भारत में पेश किया गया है. उदाहरण के लिए एक प्रश्न है जैसे ''हिमाचल में एक अच्छा बिगनर्स ट्रेक कौन सा है और इसकी तैयारी कैसे करें?'' सर्च रिजल्ट के टॉप पर एक एआई-जेनरेटेड समरी सुझाए गए नेक्स्ट स्टेप्स के साथ विभिन्न सोर्स से जानकारी को एक साथ जोड़ता है, जिसमें कोई भी स्पेसिफिक फॉलोअप कवेश्चन टाइप कर सकता है या आगे के लिए ट्रेक पर शानदार तस्वीर कैसे लें? जैसे प्रश्व चुन सकता है.
टाइपिंग से मिलेगी मुक्ति
Google ने ऐसी सुविधाएं भी पेश की हैं जिनके बारे में कंपनी का दावा है कि ये भारत में SGE के लिए यूनीक हैं. कोई व्यक्ति लैंगवेज टॉगल बटन पर टैप करके अंग्रेजी परिणाम से हिंदी में स्विच कर सकता है, और 'सुनें' बटन पर टैप करके टेक्स्ट-टू-स्पीच के साथ प्रतिक्रिया सुन सकता है. आने वाले दिनों में, यूजर्स टाइप करने के बजाय फॉलो-अप पूछने के लिए कंवर्जेशनल मोड में माइक्रोफ़ोन आइकन पर टैप करके भी काम कर सकेंगे.
क्या है मकसद?
Google के अनुसार, उसने वेब पर कंटेंट को उजागर करने और उस पर ध्यान आकर्षित करने के लिए इन नए अनुभवों को डिज़ाइन किया है, जिससे लोगों के लिए उस विषय के बारे में डीप जानकारी और आसानी से मिल जाए जिसके बारे में वे सीख रहे हैं. जैसे ही जेनरेटिव एआई खोज में अपनी जगह बना रहा है, Google ने दोहराया कि वह वेब पर साइटों पर मूल्यवान ट्रैफ़िक भेजना जारी रखने के लिए प्रतिबद्ध है.