गूगल ने कर्मचारियों की छंटनी करने के बाद कंपनी में काम करने वाले रोबोट्स को भी बाहर का रास्ता दिखा दिया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट ने अपने एक्सपेरिमेंट्स डिपार्टमेंट, एवरीडे रोबोट्स को बंद कर रहा है. ये रोबोट्स कंपनी के ऑफिस के कैफेटेरिया में काम कर रहे थे. गूगल में छंटनी के बीच अल्फाबेट के बजट में कटौती करने के लिए रोबोटिक शाखा को बंद करने के लिए ये फैसला लिया है.
दरवाजे खोलने और सफाई का करते थे काम
रिपोर्ट के मुताबिक गूगल एक एवरी रोबोट्स का एक एक्सपेरिमेंटल रोबोटिक्स प्रोजेक्ट कर रहा था. जिस पर करीब 200 से अधिक लोग काम कर रहे थे. जिसमें से करीब 100 से ज्यादा वन आर्म रोबोट्स ऑन व्हील्स का डेवलपमेंट प्रोजेक्ट का हिस्सा थे. इस रोबोट्स से ऑफिस के दूसरे कामों के अलावा कैफेटेरिया टेबल को साफ करने, कचरा अलग करने और रीसाइक्लिंग करने और दरवाजे खोलने के लिए डिजाइन किया गया था.
गूगल ने लिया इसलिए फैसला
रोबोट्स की छंटनी करने के पीछे का गूगल ने बताया कि इन्हें बनाए रखना बहुत महंगा पड़ रहा था. हर रोबोट की कीमत 10 हजार डॉलर से भी अधिक पड़ रही थी. इसके साथ ही ये रोबोट्स अल्फाबेट मैनेज नहीं कर पा रहे थे और वित्तीय रूप से कंपनी को वित्तीय रूप से नुकसान ही पहुंचा रहे थे. जिसके चलते इस प्रोजेक्ट को बंद करना पड़ा. गूगल के जरिए रोबोट्स को कंपनी से निकालने को लेकर एक्सपर्ट मान रहे हैं कि ये रोबोटिक्स उद्योग के सामने आने वाली चुनौतियों पर प्रकाश डालता है. खासकर के आर्थिक मंदी के बीच जबकि रोबोटिक्स तकनीक तेजी से आगे बढ़ रही है. साथ ही उनका कहना है कि कंपनियों के लिए रोबोटिक्स प्रोजेक्ट्स में निवेश को उचित ठहराना मुश्किल बना सकती है.