भारत में लैपटॉप बनाने का फैसला लेने वाली ग्लोबल कंपनियों में सैमसंग के बाद अब गूगल भी शामिल हो गई है. यह भारत में अपने क्रोमबुक लैपटॉप की मैन्युफैक्चरिंग करेगी. पर्सनल कंप्यूटर और लैपटॉप जैसे डिवाइस बनाने वाली कंपनी HP ने टेक कंपनी अल्फाबेट के गूगल के साथ पार्टनरशिप की है. दोनों कंपनियां भारत में क्रोमबुक लैपटॉप बनाएंगी.
ये लैपटॉप तमिलनाडु में चेन्नई के पास एचपी की फैक्ट्री में बनाए जाएंगे. इस फैक्ट्री में कंपनी साल 2020 से डेस्कटॉप और लैपटॉप की मैन्युफैक्चरिंग कर रही है. इस कदम से Google को भारत में आपूर्ति बढ़ाने में मदद मिलेगी और Dell Technologies Inc. और Asustek कंप्यूटर Inc. जैसी कंपनियों के विंडोज कंप्यूटरों के साथ अधिक प्रभावी ढंग से प्रतिस्पर्धा करने में मदद मिलेगी. यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 2 अरब डॉलर की प्रोत्साहन योजना की एक और जीत है, जिसके तहत तकनीकी दिग्गज भारत में अपना उत्पादन शुरू करेंगे.
बच्चों को ध्यान में रखकर बनाए जा रहे
1.4 अरब लोगों का देश अपने इलेक्ट्रॉनिक्स मेन्युफैक्चरिंग सेक्टर का विस्तार कर रहा है क्योंकि वाशिंगटन-बीजिंग के बढ़ते तनाव के बीच कंपनियां चीन से परे उत्पादन में विविधता ला रही हैं. लोकल मैन्युफैक्चरिंग से Google को भारत में निरंतर आपूर्ति बनाए रखने और आयात पर किसी भी संभावित प्रतिबंध से बचने में मदद मिलेगी. क्रोमबुक की कीमत आम तौर पर बाजार के निचले स्तर पर होती है और उनका लाभ मार्जिन कम होता है, जो उन्हें किसी भी टैरिफ उपायों के प्रति संवेदनशील बनाता है. इस कदम से गूगल को भारत में सप्लाई बढ़ाने में मदद मिलेगी. इसके साथ ही Dell और Asus जैसी टेक कंपनियों के विंडोज कंप्यूटरों के साथ कॉम्पिटिशन करने में मदद मिलेगी. कंपनी के अनुसार, ये लैपटॉप स्टूडैंट्स की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए बनाए जाएंगे.
एजुकेशन सेक्टर पर फोकस
अल्फाबेट के CEO सुंदर पिचाई X (पहले ट्विटर) पर पोस्ट करके इसकी जानकारी दी. उन्होंने कहा, हम भारत में क्रोमबुक बनाने के लिए HP के साथ पार्टनरशिप कर रहे हैं. ये भारत में बनने वाले पहले क्रोमबुक हैं और इससे भारतीय स्टूडेंट्स के लिए सस्ते और सेफ कंप्यूटिंग तक पहुंच आसान हो जाएगा. HP के एक बयान के मुताबिक, क्रोमबुक का उत्पादन 2 अक्टूबर से शुरू हो रहा है. क्रोमबुक के जरिए कंपनी एजुकेशन सेक्टर पर फोकस कर रही है. भारत अपने इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चिरिंग सेक्टर का विस्तार कर रहा है, क्योंकि अमेरिका और चीन के बढ़ते तनाव के बीच कंपनियां चीन से बाहर प्रोडक्शन के ऑप्शन तलाश रही हैं.
सैमसंग भी भारत में मैन्युफैक्चरिंग बढ़ाने की तैयारी में है. कंपनी के स्मार्टफोन्स का पहले ही देश में प्रोडक्शन किया जा रहा है. सैमसंग ने अगले महीने से उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा की अपनी फैक्ट्री में लैपटॉप भी बना सकती है. इससे केंद्र सरकार की मेक इन इंडिया स्कीम को बढ़ावा मिलेगा.