अमरीकी टेक कंपनी गूगल एक ऐसी तकनीक पर काम कर रही है जो लाइव कॉल के दौरान स्कैम को भांप लेगी और यूजर को उसके खिलाफ चेतावनी दे देगी. गूगल ने हाल ही में एक डेवलपर्स कांफ्रेंस में इस कॉल मॉनिटरिंग फीचर (Call monitoring feature) की घोषणा की. यह फीचर गूगल के एआई मॉडल जेमिनी नैनो की मदद से काम करता है. इस फीचर का काम सीधा सा है; अगर कॉल के दौरान सामने वाला आपके साथ स्कैम कर रहा है, तो यह फीचर आपको चेतावनी देगा और कॉल काटने के लिए कहेगा.
कैसे काम करता है यह फीचर
गूगल का यह कॉल मॉनिटरिंग फीचर मौजूदा दौर की एक बहुत बड़ी समस्या को हल करने के लिए आ रहा है: स्कैम कॉल्स. बीते वर्षों में ऐसी स्कैम कॉल्स की संख्या बहुत तेजी से बढ़ी है जिनमें सामने वाला व्यक्ति खुद को बैंक कर्मचारी या कोई सरकारी अधिकारी बताता है. ये स्कैमस्टर या तो लोगों से गोपनीय जानकारी लेकर या उन्हें डरा धमकाकर पैसे ऐंठना चाहते हैं. गूगल ने इसी समस्या से निपटने के लिए अपने लैंग्वेज मॉडल जेमिनी नैनो का इस्तेमाल करने का फैसला लिया है.
द वर्ज वेबसाइट की एक रिपोर्ट के अनुसार, जेमिनी नैनो का यह फीचर ऑफलाइन भी काम करेगा. यह यूजर के फोन पर आने वाली हर कॉल को गूगल डेटाबेस से जोड़े बिना मॉनिटर करेगा. इससे यूजर की प्राइवेसी भी बरकरार रहेगी और स्कैम कॉल के खिलाफ त्वरित चेतावनी भी मिलेगी. मिसाल के तौर पर, अगर स्कैम कॉलर फोन पर पासवर्ड और डेबिट कार्ड की पिन जैसी कोई जानकारी मांगेगा, या उसे फौरन पैसे भेजने के लिए मजबूर करेगा, तो गूगल का नया फीचर अपने यूजर को फौरन अलर्ट कर देगा.
कब हो सकता है लॉन्च?
गूगल ने इस बात पर जोर दिया है कि यूजर के पास इस फीचर को चालू और बंद करने का विकल्प होगा. फिलहाल इस फीचर के रिलीज होने की तिथि निर्धारित नहीं है. गूगल ने यह जरूर कहा है कि वह इसी साल इससे जुड़ी अधिक जानकारी साझा करेगा.
गूगल फोन घोटालों के खतरों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए लंबे समय से काम कर रहा है, हालांकि इससे होने वाले नुकसान कम नहीं हुए हैं. दुनिया भर में बड़ी संख्या में लोग इस जाल में फंस रहे हैं. ग्लोबल एंटी-स्कैम अलायंस की एक रिपोर्ट के अनुसार, वैश्विक स्तर पर चार में से एक व्यक्ति ने 12 महीने की अवधि के दौरान फोन स्कैम में पैसे गंवाए है.
गूगल का यह नया फीचर लोगों के लिए मददगार जरूर होगा लेकिन इसके साथ एक बड़ी समस्या है. वर्तमान में, जेमिनी नैनो केवल गूगल पिक्सल 8 प्रो और सैमसंग एस24 सीरीज पर ही काम करता है. ऐसे में सिर्फ चुनिंदा एंड्रॉयड यूजर ही इस फीचर का इस्तेमाल कर पाएंगे.