Meta ने 24 कर्मचारियों को निकाल दिया है. कारण? फूड वाउचर से अपना घर का सामान खरीद लिया. गार्जियन की रिपोर्ट के अनुसार, मेटा ने लॉस एंजेलेस ऑफिस के लगभग 24 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया. उन्होंने अपने मील क्रेडिट का इस्तेमाल घर का सामना खरीदना के लिए किया.
कुछ कर्मचारियों ने इस क्रेडिट को टूथपेस्ट, एक्ने पैड्स और वाइन ग्लास जैसी चीजों पर खर्च कर दिया.
मेटा ने की इंटरनल जांच
दरअसल, £1.2 ट्रिलियन रीवेन्यू की इस टेक कंपनी ने एक इंटरनल जांच की. इसमें पता चला कि कुछ कर्मचारी फूड क्रेडिट सिस्टम का दुरुपयोग कर रहे हैं. मेटा के छोटे ऑफिस, जैसे लॉस एंजेलेस, में कर्मचारियों को फूड डिलीवरी सर्विस जैसे उबरईट्स और ग्रबहब के लिए डेली क्रेडिट मिलते हैं, जिसमें नाश्ते के लिए $20, दोपहर के खाने के लिए $25, और रात के खाने के लिए $25 मिलते हैं.
कंपनी ने यह पॉलिसी इसलिए लागू की थी ताकि छोटे साइटों के कर्मचारियों को भी वही सुविधाएं मिल सकें जो मेटा के बड़े ऑफिस, जैसे सिलिकॉन वैली हेडक्वार्टर, में उपलब्ध होती हैं, जहां आमतौर पर फ्री मील्स मिलती हैं.
लेकिन छोटे ऑफिस में कुछ कर्मचारियों ने इस सुविधा का फायदा गलत तरीके से उठाया. जांच में यह पाया गया कि कुछ कर्मचारी इन फूड क्रेडिट का उपयोग घरों में डिलीवरी भेजने के लिए कर रहे हैं, भले ही वे उस दिन ऑफिस में काम न कर रहे हों.
कर्मचारी कर रहे थे फूड क्रेडिट्स का गलत इस्तेमाल
गार्जियन की रिपोर्ट की मानें, तो निकाले गए कर्मचारियों में से एक, जो $400,000 सालाना सैलरी कमा रहा था, ने स्वीकार किया कि उसने चाय और टूथपेस्ट जैसी घरेलू चीजें खरीदने के लिए इन क्रेडिट्स का उपयोग किया.
जांच के बाद दोषी पाए गए कर्मचारियों को निकाल दिया गया है. जहां कुछ को नौकरी से निकाल दिया गया, वहीं कुछ ऐसे भी थे जो केवल कभी-कभी नियमों का उल्लंघन करते थे, उन्हें सख्त चेतावनी दी गई लेकिन उन्हें नौकरी से नहीं निकाला गया. रिपोर्टों के अनुसार, फूड क्रेडिट का उपयोग करके खरीदी गई दूसरी चीजों में एक्ने पैड जैसी स्किनकेयर प्रोडक्ट्स भी शामिल थे.
ये सुविधा लंबे समय से चल रही है
मार्क जुकरबर्ग की ये सुविधा दुनिया के सभी ऑफिस में काफी फेमस है. हालांकि, हाल के सालों में, कंपनी को इन सुविधाओं को कम करने के कारण कर्मचारियों की आलोचना का सामना करना पड़ा है. उदाहरण के लिए, 2022 में, कंपनी ने सिलिकॉन वैली ऑफिस में फ्री डिनर सर्विस की शुरुआत 30 मिनट देरी से, यानी 6:00 बजे से 6:30 बजे तक कर दी थी, इससे काफी कर्मचारी नाराज हुए थे.